Published 19:57 IST, November 4th 2024
'आंध्र में जुटेंगे 5 लाख मुसलमान', बयान पर गिरिराज का पलटवार- मदनी 100 करोड़ हिंदुओं को चुनौती दे...
मौलाना अरशद मदनी ने दिसंबर तक 5 लाख मुसलमानों को इकट्ठा करने का ऐलान किया, तो केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह का गुस्सा फूट पड़ा।
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जमीयत उलेमा-ए-हिन्द (AAM) के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने NDA सरकार पर जोरदार निशाना साधा और कहा कि वो दिसंबर के आसपास चंद्रबाबू नायडू के निर्वाचन क्षेत्र में लगभग पांच लाख मुसलमानों की एक सभा आयोजित करेंगे। अब इसे लेकर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने जोरदार पलटवार किया है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर उन्होंने एक पोस्ट में लिखा, "मदनी 5 लाख मुसलमानों को इकट्ठा नहीं कर रहा बल्कि 100 करोड़ हिंदुओं को चुनौती दे रहे हैं। यह सब कांग्रेस की देखरेख में हो रहा है और कांग्रेस देश में गृहयुद्ध शुरू करना चाहती है।"
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बैसाखी से सरकार बना पाई भाजपा: अरशद मदनी
मौलाना अरशद मदनी ने रविवार को यहां दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अपनी राजनीति और सांप्रदायिक नीतियों की वजह से लोकसभा चुनाव में बहुमत का आकंड़ा नहीं छू पायी, और तेलूगु देशम पार्टी एवं जनता दल (युनाइटेड) की बैसाखी से वह सरकार बना पायी।
कश्मीर में तो मुस्लिम भी ब्राह्मण हैं: अरशद मदनी
राष्ट्रीय राजधानी में आयोजित संविधान बचाओ सम्मेलन को संबोधित करते हुए मदनी ने कहा कि मुस्लिम बाहर से नहीं आए हैं, बल्कि इस देश के मूल निवासी हैं और यहां रहने वालों की पहचान मजहब की बुनियाद पर नहीं हो सकती है। उन्होंने कहा कि अगर हिंदू गुर्जर, जाट एवं राजपूत हैं तो मुस्लिम भी गुर्जर, जाट और राजपूत हैं और कश्मीर में तो मुस्लिम भी ब्राह्मण हैं।
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मदनी ने कहा, “हम इस मुल्क के रहने वाले हैं। कोई इस मजहब को मानने लगा तो कोई दूसरा मजहब मानने लगा, क्या मजहब की बुनियाद पर हमें इस जीने का हक नहीं देंगे?” उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता से पूर्व कांग्रेस के तत्कालीन नेताओं - मोतीलाल नेहरू और जहवारलाल नेहरू ने जमीयत को आश्वासन दिया था कि आजादी के बाद मुल्क धर्मनिरपेक्ष रहेगा तथा मुसलमानों को उनके धार्मिक एवं सांस्कृतिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं किया जाएगा, लेकिन उत्तराखंड में भाजपा की सरकार, समान नागरिक संहिता लेकर आई।
भाजपा का मकसद मुसलमानों को मजहब से दूर करना है: मदनी
उन्होंने कहा कि इसका मकसद मुसलमानों को उनके मजहब से दूर करना तथा सरकार निजी मामलों को लेकर जो कानून बनाए, उनका पालन कराना है। यह किस बात की धर्मनिरपक्षेता है? आपकी सरकार का बुनियादी मकसद यह है कि मुसलमान को उसके मजहब से दूर किया जाए।” उन्होंने भाजपा पर सांप्रदायिक राजनीति और नीतियां अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि जो भाजपा 2014 में प्रचंड जनादेश के साथ सत्ता में आई थी और ऐसा लग रहा था कि सारे अन्य दलों का अस्तित्व ही खत्म हो जाएगा।
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जमीयत प्रमुख ने कहा कि 10 साल में भाजपा ने जिस नीति को अपनाया है, यह उसी का नतीजा था कि इस बार लोकसभा में भाजपा की सीटें कम हो गईं। अगर तेदेपा प्रमुख चंद्रबाबू नायडू और जदयू के नीतीश कुमार की बैसाखी नहीं होती तो भाजपा केंद्र में सरकार नहीं बना सकती थी। इस्लाम और पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ टिप्पणियों को लेकर मदनी ने कहा कि शांति भंग करने के इरादे से इस तरह की टिप्पणियां करना भारत के कानून के खिलाफ है और यह सांप्रदायिकता है।
(इनपुट भाषा)
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19:06 IST, November 4th 2024