पब्लिश्ड 22:34 IST, January 24th 2025
महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए अधिक वैश्विक सहयोग की जरुरत : स्मृति ईरानी
स्मृति ईरानी ने महिला सशक्तीकरण पर अधिक वैश्विक सहयोग का आह्वान करते हुए एआई जैसी नई तकनीकी प्रगति के साथ महिला उद्यमियों को सशक्त बनाने की वकालत की है।
- इंडिया न्यूज़़
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पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने महिला सशक्तीकरण पर अधिक वैश्विक सहयोग का आह्वान करते हुए कृत्रिम बुद्धिमता (एआई) जैसी नवीनतम तकनीकी प्रगति के साथ महिला उद्यमियों को सशक्त बनाने की वकालत की है।
‘‘एलायंस फॉर ग्लोबल गुड- जेंडर इक्विटी एंड इक्वैलिटी’’ की संस्थापक एवं अध्यक्ष ईरानी ने स्विट्जरलैंड के दावोस में आयोजित विश्व आर्थिक मंच की वार्षिक बैठक से इतर 'पीटीआई-भाषा' को दिए एक साक्षात्कार में यह बात कही। ईरानी ने गठबंधन के माध्यम से महिलाओं के उत्थान के प्रयासों का हवाला देते हुए वैश्विक सहयोग की आवश्यकता पर बल दिया।
ईरानी ने 'पीटीआई-भाषा' से कहा, ‘‘हमारा मिशन दुनिया भर के लोगों को जोड़ना और व्यवसाय में महिलाओं को सशक्त बनाना, उनके कौशल का निर्माण करना तथा उनके स्वास्थ्य और कल्याण पर ध्यान केंद्रित करना है।’’
उन्होंने इन प्रयासों को आगे बढ़ाने में बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन और भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के महत्वपूर्ण सहयोग का भी उल्लेख किया।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘‘अब तक हमने 4,000 अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधियों को शामिल करते हुए परियोजनाएं शुरू की हैं। इस साल, खास तौर पर दावोस में हमने महत्वपूर्ण योजनाएं शुरू की हैं। भारत में हमारा लक्ष्य लगभग 250 स्थानों तक पहुंचना और एक लाख महिला उद्यमियों को सशक्त बनाना है।’’
इन योजनाओं में पूंजी तक पहुंच को सुगम बनाना, उद्यमियों को अंतरराष्ट्रीय बाजारों के लिए उत्पादों की पुनः पैकेजिंग में मदद करना तथा वैश्विक प्रमाणन और मानकों को पूरा करने में उनका मार्गदर्शन शामिल हैं।
ईरानी ने प्रौद्योगिकी की परिवर्तनकारी भूमिका को स्वीकार करते हुए कहा, ‘‘दावोस में, हम मानते हैं कि यह कृत्रिम बुद्धिमता (एआई) का युग है। हम इस बात पर विचार कर रहे हैं कि किस तरह से प्रौद्योगिकी महिला उद्यमियों की सहायता कर सकती है और महिलाएं इन प्रगतियों को अपना सकती हैं और उनका लाभ उठा सकती हैं।’’
ईरानी ने कहा कि राष्ट्रमंडल के 56 सदस्य देशों के साथ हाल ही में हस्ताक्षरित समझौते से भारत के प्रयासों का अन्य देशों तक विस्तार सुनिश्चित होगा। उन्होंने कहा कि अमेरिका स्थित एक उद्योग मंच के साथ रणनीतिक साझेदारी समझौता किया गया है, जो कॉर्बन क्रेडिट बाजार के लिए एशिया में महिलाओं के कौशल विकास, रोजगार के अवसर पैदा करने और पर्यावरण संबंधी चिंताओं के समाधान पर ध्यान केंद्रित करेगा।
उन्होंने कहा, ‘‘यह पहल न केवल महिलाओं को सशक्त बनाने पर केंद्रित है, बल्कि भारत को स्थिरता और महिला विकास दोनों में वैश्विक नेता के रूप में स्थापित करती है। ’’
अपडेटेड 22:34 IST, January 24th 2025