खेल को दिल से समझना हो या दिमाग से, शुभमवदा पांडेय बिल्कुल फिट बैठती हैं। क्रिकेट की बारीकियां हों या मैदान के पीछे का असली खेल, नतीजे का पूर्वानुमान हो या फिर खिलाड़ी का हाल, सटीक विश्लेषण बयां करती हैं। पत्रकारिता में इन्हें 4 साल का अनुभव है।