Published 21:53 IST, August 23rd 2024
यूक्रेन का दावा: खारकीव में रूस के कब्जे वाले कुछ क्षेत्रों को वापस लिया गया
यूक्रेनी सेना का कहना है कि उन्होंने खारकीव के पूर्वी क्षेत्र में पुनः कब्जा कर लिया है, जहां रूस ने वसंत के मौसम में एक बड़ा आक्रमण शुरू किया था।
यूक्रेनी सेना का कहना है कि उन्होंने खारकीव के पूर्वी क्षेत्र में पुनः कब्जा कर लिया है, जहां रूस ने वसंत के मौसम में एक बड़ा आक्रमण शुरू किया था। यूक्रेन की तीसरी पृथक आक्रमण ब्रिगेड ने बृहस्पतिवार देर रात एक बयान में कहा कि उसके सैनिक उस क्षेत्र में लगभग दो वर्ग किलोमीटर तक आगे बढ़ गए हैं।
यह स्पष्ट नहीं है कि हमला कब किया गया, इसका पैमाना क्या था, तथा आक्रमण का क्षेत्र क्या था। यह अनुमान लगाना कठिन है कि इसका युद्धक्षेत्र पर और अधिक प्रभाव पड़ेगा या नहीं।
यूक्रेन द्वारा खारकीव क्षेत्र में कथित जवाबी हमला ऐसे समय में किया गया है, जब उसकी सेनाओं ने इस महीने नयी गति प्राप्त कर ली है तथा युद्ध के मैदान में बदलाव किया है। कीव ने छह अगस्त को रूस के पश्चिमी कुर्स्क क्षेत्र में एक आक्रामक हमला किया, साथ ही सैन्य और ईंधन लक्ष्यों के खिलाफ ड्रोन युद्ध को तेज कर दिया। इन हमलों में रूस को बड़े नुकसान का दावा किया गया। शुक्रवार को इन हमलों से हुए नुकसान और घायलों के बारे में कुछ नए विवरण सामने आए।
यूक्रेनी ड्रोन हमले में रूस को काफी नुकसान
एसोसिएटेड प्रेस द्वारा शुक्रवार को विश्लेषण की गई उपग्रह तस्वीरों से पता चला है कि वोल्गोग्राद क्षेत्र में सुदूर रूसी हवाई अड्डे को निशाना बनाकर किए गए यूक्रेनी ड्रोन हमले में वहां काफी नुकसान पहुंचा है। इस हवाईअड्डे पर कथित तौर पर युद्ध में मॉस्को द्वारा इस्तेमाल किए गए ग्लाइड बम रखे गए थे।
इस बीच, रूस के क्रास्नोडार क्षेत्र के कावकाज बंदरगाह पर बृहस्पतिवार को एक मालवाहक नौका पर हुए हमले में 13 लोग घायल हो गए। रूस की सरकारी समाचार एजेंसी तास ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
युद्ध में मिली बढ़त से यूक्रेनी सैनिकों के हौसले बुलंद
यूक्रेन को हाल में युद्ध में मिली बढ़त से उसके सैनिकों के हौसले बुलंद है। यूक्रेन और उसके पश्चिमी सहयोगियों को उम्मीद है कि रूस के खिलाफ मिली यह बढ़त कूटनीतिक मोर्चे पर कीव की स्थिति को मजबूत कर सकेगी।
भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कीव यात्रा पर कड़ी नजर रखी जा रही है, जहां उनकी मुलाकात शुक्रवार को राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की से मिले। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ सौहार्दपूर्ण संबंध और आर्थिक संबंध बनाकर रखने वाले मोदी मध्यस्थता के माध्यम से शांति स्थापित करने में भूमिका निभा सकते हैं।
Updated 21:53 IST, August 23rd 2024