Published 23:29 IST, October 15th 2024
'गेंदबाजी में भी यही करना चाहते हैं', रोहित शर्मा ने टीम इंडिया को लेकर बताया प्लान
भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज से पहले बेंच स्ट्रेंथ पर जोर दिया है। उन्होंने गेंदबाजी में भी विकल्प की बात कही है।
Indian Cricket Team: भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने मंगलवार को कहा कि टीम के पास बल्लेबाजों का एक मजबूत समूह है और वो तेज गेंदबाजी में भी इसी तरह का समूह बनाना चाहते हैं, जिससे कि चोटों का टीम के संतुलन पर असर नहीं पड़े।
रोहित की ये टिप्पणी उस समय आई है, जब सीनियर तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी को चोट से उबरने में अधिक समय लग रहा है, जबकि बाएं हाथ के तेज गेंदबाज यश दयाल के कंधे में भी चोट लगी है, जिन्हें जिन्हें हाल ही में बांग्लादेश के खिलाफ श्रृंखला के लिए भारतीय टीम में शामिल किया गया था।
गेंदबाजी को लेकर बोल रोहित
रोहित ने बेंगलुरु में न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले टेस्ट की पूर्व संध्या पर कहा-
जब बल्लेबाजी की बात आती है तो बहुत सारे विकल्प हैं। हम गेंदबाजी में भी यही करना चाहते हैं। हम बेंच स्ट्रेंथ बनाना चाहते हैं जहां अगर कल किसी को कुछ भी होता है तो हमें चिंता नहीं हो। हम कुछ खिलाड़ियों पर बहुत अधिक निर्भर नहीं रहना चाहते। ऐसा करना सही नहीं है। हम भविष्य को देखते हुए यह सुनिश्चित करने की कोशिश करना चाहते हैं कि हमें सही खिलाड़ी मिलें।
रिजर्व खिलाड़ियों का चयन
यही कारण है कि भारत की ओर से तेज गेंदबाजों मयंक यादव, हर्षित राणा, नितीश कुमार रेड्डी और प्रसिद्ध कृष्णा को न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन टेस्ट मैचों की श्रृंखला के लिए रिजर्व के रूप में चुना जाना आश्चर्य की बात नहीं थी, हालांकि प्रसिद्ध की टीम के साथ यात्रा नेशनल क्रिकेट अकादमी से फिटनेस स्वीकृति मिलने पर निर्भर है, क्योंकि उन्हें इंदौर में मध्य प्रदेश के खिलाफ कर्नाटक के शुरुआती रणजी ट्रॉफी मैच के दौरान चोट लग गई थी।
युवाओं को सीनियर टीम के क्यों रखा?
रोहित ने साथ ही बताया कि भारतीय थिंक टैंक क्यों चाहता था कि ये युवा तेज गेंदबाज सीनियर टीम के साथ रहें। उन्होंने कहा-
तो कल अगर हमें लगता है कि वे उस भूमिका (घायल तेज गेंदबाज की जगह) को निभाने के लिए तैयार हैं तो उन्हें इसके लिए तैयार रहना चाहिए। बेशक उन्होंने हमारी घोषणा से पहले कुछ मैच खेले हैं। उन्होंने दिलीप ट्रॉफी, ईरानी ट्रॉफी भी खेली है, इसलिए हम बस यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि उन पर अच्छी तरह से नजर रखी जाए। उनके काम के बोझ का ध्यान रखा जाए।
रोहित ने कहा कि ऐसा कदम उठाना जरूरी है, क्योंकि टेस्ट क्रिकेट सफेद गेंद के प्रारूपों की तुलना में बिलकुल अलग खेल है और गेंदबाजों को इससे सामंजस्य बैठाने में समय लगता है।
(Note: इस भाषा कॉपी में हेडलाइन के अलावा कोई बदलाव नहीं किया गया है)
Updated 23:29 IST, October 15th 2024