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Published 18:20 IST, December 6th 2024

अष्टलक्ष्मी महोत्सव में बोले पीएम मोदी- 21वीं सदी ईस्ट की है, एशिया की है, पूर्व की है, भारत की है

अष्टलक्ष्मी महोत्सव को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पूर्वोत्तर के विविधता भरे रंग आज राजधानी में एक सुंदर सा इंद्रधनुष बना रहे हैं।

PM Modi in Ashtalakshmi Mahotsav | Image: X- @BJP4India

Ashtalakshmi Mahotsav: दिल्ली के भारत मंडपम में अष्टलक्ष्मी महोत्सव को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पूर्वोत्तर के विविधता भरे रंग आज राजधानी में एक सुंदर सा इंद्रधनुष बना रहे हैं। ये पहला और अनोखा आयोजन है, जब इतने बड़े स्तर पर नॉर्थईस्ट में निवेश के द्वार खुल रहे हैं। ये नॉर्थईस्ट के किसानों, कारीगरों व शिल्पकारों के साथ-साथ दुनियाभर के निवेशकों के लिए भी बेहतरीन अवसर है।

पीएम मोदी ने कहा कि मैं अष्टलक्ष्मी महोत्सव के आयोजकों को, नॉर्थईस्ट के सभी राज्यों के निवासियों को, यहां आए सभी अतिथियों को बधाई देता हूं, शुभकामनाएं देता हूं।

21वीं सदी ईस्ट की है, एशिया की है, पूर्व की है, भारत की है- पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा कि 21वीं सदी ईस्ट की है, एशिया की है, पूर्व की है, भारत की है। ऐसे में मेरा दृढ़ विश्वास है कि भारत में भी आने वाला समय, पूर्वी भारत का है, हमारे पूर्वोत्तर का है। बीते दशकों में हमने बैंगलोर, मुंबई, हैदराबाद, अहमदाबाद, दिल्ली, चेन्नई जैसे बड़े शहरों को उभरते देखा है। आने वाले दशकों में ह​म अगरतला, गुवाहाटी, गंगटोक, आइजोल, शिलांग, ईटानगर, कोहिमा जैसे शहरों का नया सामर्थ्य देखने वाले हैं। इसमें अष्टलक्ष्मी जैसे आयोजनों की बहुत बड़ी भूमिका होगी।

अष्टलक्ष्मी महोत्सव, नॉर्थईस्ट के बेहतर भविष्य का उत्सव है, ये विकास के नूतन सूर्योदय का उत्सव है, जो 'विकसित भारत' के मिशन को गति देने वाला है। असम, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, त्रिपुरा और सिक्किम... नॉर्थ ईस्ट के इन आठों राज्यों में अष्टलक्ष्मी के दर्शन होते हैं।

बीते एक दशक में दिल्ली और नॉर्थईस्ट की दूरी कम हुई- पीएम मोदी

प्रधानमंत्री ने कहा कि लंबे समय तक हमने देखा है कि विकास को कैसे वोटों की संख्या से तोला गया। नॉर्थईस्ट के पास वोट कम थे, सीटें कम थीं, इसलिए पहले की सरकारों द्वारा वहां के विकास पर ध्यान नहीं दिया गया। अटल जी की सरकार के दौरान नार्थईस्ट के विकास के लिए अलग मंत्रालय बनाया गया। बीते दशक में हमने प्रयास किया कि दिल्ली और दिल, इससे दूरी का जो भाव है, वो कम होना चाहिए।

नॉर्थ ईस्ट में अनेक ऐतिहासिक शांति समझौते हुए- पीएम मोदी

नॉर्थ ईस्ट को हम, emotion, economy और ecology, इस त्रिवेणी से जोड़ रहे हैं। नॉर्थ ईस्ट में हम सिर्फ इंफ्रास्ट्रक्चर नहीं बना रहे, बल्कि भविष्य की एक सशक्त नींव तैयार कर रहे हैं। बीते दशक में, नॉर्थ ईस्ट में अनेक ऐतिहासिक शांति समझौते हुए हैं। राज्यों के बीच भी जो सीमा विवाद थे, उनमें भी काफी सौहार्दपूर्ण ढंग से प्रगति हुई हैं। नॉर्थईस्ट में हिंसा के मामले में कमी आई हैं। अनेक जिलों से AFSPA को हटाया जा चुका है। हमें मिलकर अष्टलक्ष्मी का नया भविष्य लिखना है, इसके लिए सरकार हर कदम उठा रही है।

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Updated 18:20 IST, December 6th 2024

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