पब्लिश्ड 18:06 IST, January 5th 2025
चंदन गुप्ता मर्डर केस: दोषियों को पाकिस्तान समेत कई देशों से मिली फंडिंग, हत्यारों को उम्रकैद मिलने पर क्या बोले माता-पिता?
मृतक चंदन गुप्ता के माता पिता का कहना है देर जरूर हुई लेकिन सत्य की विजय हुई, हमारे बेटे को न्याय मिला, दोषियों को सजा हुई, हम न्यायपालिका का धन्यवाद करते हैं।
- भारत
- 4 min read
Chandan Gupta murder case: उत्तर प्रदेश के कासगंज में 26 जनवरी 2018 को तिरंगा यात्रा के दौरान हुई चंदन गुप्ता उर्फ अभिषेक गुप्ता की हत्या के मामले में NIA स्पेशल कोर्ट सभी 28 दोषियों को उम्रकैद की सजा सुनाई है।
इससे पहले कल NIA की स्पेशल कोर्ट ने चंदन गुप्ता हत्याकांड में 28 आरोपियों में से 26 को दोषी करार दिया था और 2 आरोपियों नसीरुद्दीन और असीम कुरैशी को साक्ष्यों के अभाव में बरी कर दिया। जिन दोषियों को उम्रकैद का सजा सुनाई गई है उनमें वसीम जावेद उर्फ वसीम, नसीम जावेद,मोहम्मद जाहिद कुरैशी उर्फ जाहिद उर्फ जग्गा, आसिफ कुरैशी उर्फ हिटलर, असलम कुरैशी, अकरम, तौफीक, खिल्लन, शवाब अली खान, राहत ,सलमान ,मोहसिन, आसिफ जिमवाला, साकिब, बबलू, निशु उर्फ जीशान, वासिफ, इमरान, शमशाद ,जफर, साकिर ,खालिद परवेज ,फैजान ,इमरान ,साकिर, मोहम्मद आमिर रफी, कासगंज जेल में बंद मुनाजिर और कोर्ट में सरेंडर हुए सलीम शामिल हैं।
देर से ही सही लेकिन बेटे को मिला इंसाफ- चंदन के माता-पिता
मृतक चंदन गुप्ता के माता पिता का कहना है देर जरूर हुई लेकिन सत्य की विजय हुई, हमारे बेटे को न्याय मिला, दोषियों को सजा हुई, हम न्यायपालिका का धन्यवाद करते हैं, शासन प्रशासन को धन्यवाद देते हैं। बहुत सी मुश्किलें आई थी इस दौरान, हम पर दबाव बनाते थे एक बेटा चला गया है एक बेटा रह गया है अब मुकदमाबाजी बंद करो, लेकिन हमारा ध्यान इस बात पर था जिन्होंने हमारे बेटे की हत्या की है उनका कम से कम फांसी होनी चाहिए थी लेकिन जो अदालत का फैसला आया हम स्वागत करते हैं। उसकी आत्मा को शांति मिली है।
हम पर समझौता करने का दवाब बनाया गया- मृतक चंदन का परिवार
मेरा बेटा चंदन जब घर से गया फिर वापस नहीं आया मुझे काफी पीड़ा हुई। जो लड़ाई हमने 7 साल की लड़ी है, पिता, बेटा भाग दौड़ करते थे, काफी दिक्कतें हुई बहुत पैसे खर्च होते थे 50,000 मुश्किल से इकट्ठे करते थे वकीलों को देने के लिए एक दो वकील हमारे सरकारी थे उनकी मदद से बच्चों को न्याय मिला है।दूसरे समुदाय के लोगों का ऊपर से प्रेशर था कि हमसे समझौता कर लिया जाए हम लोग छूट जाए, हमारे बच्चे को गोली मारी है। हमने लड़ाई लड़ी है।
विदेशी फंडिंग पर क्या बोले चंदन के माता-पिता?
विदेशी फंडिंग पर चंदन की माताजी ने कहा इतना पैसा इन लोगों के पास कहां से आया है, लोगों को इतना पैसा देते हैं, इतने पैसे वाले वकील खड़े कर रहे हैं, इन चीजों को देखकर हमें लगता था कि चंदन को न्याय मिल पाएगा या नहीं। सब पैसे का खेल था लेकिन आखिर में हमारे बेटे को न्याय मिला। माता-पिता ने कहा हमें अभी भी डर है कि जिन 28 दोषियों को उम्रकैद की सजा मिली है उनके कोई भी लोग हमें नुकसान पहुंचा सकते हैं। उन्होंने कहा कि वहां वकीलों की संख्या काफी होती थी हमारे यहां से एक ही वकील थे जोशी जी और 17,18 वकील उनकी तरफ से खड़े होते थे। बहुत सी बातें हुई कोर्ट में कि तुम कुछ नहीं कर पाओगे। जो भी हमने किया अपने बच्चों का पेट काट कर लखनऊ भाग रहे हैं कभी बेटा कभी पिता, हमने बहुत भाग दौड़ की है।
दोषियों के लिए विदेशों से हो रही थी फंडिंग- NIA रिपोर्ट
NIA रिपोर्ट से खुलासा हुआ है सभी दोषियों को विदेशों से फंडिंग हो रही थी। आरोपी पक्ष ने पाकिस्तान के अलावा अन्य देशों से मिले पैसों और एनजीओ के सहयोग से अपना केस लड़ा। इसी मामले में बचाव पक्ष की ओर से अधिवक्ता जियाउल जिलानी के द्वारा विभिन्न गैर सरकारी संगठनों एलायंस फॉर जस्टिस एंड एकाउंटेबिलिटी, न्यूयॉर्क, सिटिजन्स फॉर जस्टिस एंड पीस, मुंबई, इंडियन अमेरिकन मुस्लिम काउंसिल, वाशिंगटन डी.सी. मंच, लखनऊ, साउथ एशिया सॉलिडेरिटी ग्रुप, लंदन, यूनाइटेड अगेंस्ट हेट, पीपुल्स यूनियन फॉर सिविल लिबर्टीज, नई दिल्ली, रिहाई संगठनों से पैसे लिए हैं।
विदेशी फंडिंग मामले में NIA की मदद करेंगे- पुलिस
कासगंज के एडिशनल एसपी राजेश भारती ने विदेशी फंडिंग मामले में कहा NIA की टीम हमसे संपर्क करेगी या कोई भी जानकारी हमसे मांगेगी, तो हम इस केस से जुड़ी हर तरह की संबंधित मद्द NIA से साझा करेंगे। हमने चंदन गुप्ता के परिवार वालों को सुरक्षा दी हुई है। उन्होंने कहा कि कहा चंदन गुप्ता हत्याकांड में कड़ी मशक्कत के बाद इन सभी आरोपियों की एक के बाद एक गिरफ्तारी की थी और अब NIA कोर्ट से 28 दोषियों को उम्र कैद की सजा दी है।
अपडेटेड 18:06 IST, January 5th 2025