पब्लिश्ड 10:37 IST, January 7th 2025
Earthquake: 7.1 तीव्रता के शक्तिशाली भूकंप ने मचाई तबाही, कम से कम 53 लोगों की मौत... VIDEO में दिखा खौफनाक मंजर
भूकंप ने तिब्बत ने भारी तबाही मचाई है। कम से कम 53 लोग मारे गए और 62 लोगों के घायल होने की खबर हैं।
- वर्ल्ड न्यूज़
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Earthquake News: जब लोग गहरी नींद सो रहे थे, तब भारत से लेकर नेपाल-चीन की धरती 7.1 तीव्रता के जोरदार भूकंप से कांप उठी। भूकंप का केंद्र नेपाल-तिब्बत सीमा के पास था। इस शक्तिशाली भूकंप से कम से कम 53 लोगों मारे गए हैं।
मंगलवार (7 जनवरी) सुबह-सुबह आए इस भूकंप का असर चीन और भारत के कई शहरों में भी देखने को मिला। दिल्ली-बिहार और बंगाल समेत कई राज्यों में झटके महसूस किए गए।
भूकंप से अबतक 53 मौतें
भूकंप ने तिब्बत ने भारी तबाही मचाई है। क्षेत्रीय आपदा राहत मुख्यालय के अनुसार, सुबह 9:05 बजे (बीजिंग समय) शिजांग स्वायत्त क्षेत्र के शिगाजे शहर में डिंगरी काउंटी में आए भूकंप से 53 लोगों की मौत हो गई और 62 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं। मृतकों की संख्या और बढ़ सकती है। तिब्बत में भूकंप से मची तबाही के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
अमेरिकी भूगर्भ सर्वेक्षण (USGS) और भारतीय राष्ट्रीय भूकंप केंद्र ने भूकंप की तीव्रता 7.1 बताई और कहा कि इसका केंद्र चीन के टिंगरी काउंटी के शिजांग में था, जो उत्तर-पूर्व नेपाल के खुम्बू हिमालय पर्वतमाला में लोबुत्से से 90 किलोमीटर उत्तर-पूर्व में स्थित है। वहीं, चीन ने भूकंप की तीव्रता 6.8 दर्ज की। ‘शिन्हुआ’ के अनुसार चीन भूकंप नेटवर्क केंद्र द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार भूकंप 10 किलोमीटर की गहराई पर आया।
भागते नजर आए डरे-सहमे लोग
मंगलवार सुबह सुबह आए इस भूकंप के कई वीडियोज सोशल मीडिया पर सामने आए है, जिसमें खौफनाक मंजर देखने मिल रहा है। वीडियोज में देखा जा सकता है कि किस तरह कई इमारतें कुछ ही सेकेंड के अंदर मलबे में तब्दील हो गई। भूकंप से तेज झटकों से अफरा-तफरी का माहौल बन गया। डरे-सहमे लोग अपने घरों से बाहर निकलकर भागते नजर आए।
काठमांडू में भूकंप से घबराए लोग अपने अपने घरों से बाहर निकल आए। लोगों ने कुछ समय तक सड़कों के किनारे लगे पेड़ों और बिजली के तारों को हिलते हुए देखा।
1 घंटे के अंदर छह बार महसूस हुए झटके
यूएसजीएस रिपोर्ट के अनुसार एक घंटे के अंदर कम से कम छह बार चार से पांच तीव्रता वाले भूकंप के झटके दर्ज किए गए। यूएसजीएस रिपोर्ट के अनुसार, सुबह सात बजे के आसपास एक घंटे के भीतर कम से कम छह बार चार से पांच तीव्रता वाले भूकंप के झटके दर्ज किए गए। भूकंप इतना शक्तिशाली था कि नेपाल के लोग घबरा गए और 2015 में आए भीषण भूकंप की याद ताजा कर दी, जिसमें 9 हजार के करीब लोगों की मौत हुई थीं।
अपडेटेड 11:23 IST, January 7th 2025