Search icon
Download the all-new Republic app:

पब्लिश्ड 11:44 IST, January 7th 2025

BIG BREAKING: भारत में HMPV के 8 मामलों की पुष्टि, बेंगलुरू-अहमदाबाद सहित इन शहरों में आए मामले; राज्य सरकारों में अलर्ट जारी

अभी हम कोरोना जैसी महामारी से उबर भी नहीं पाए थे कि एक और नए महामारी के वायरस HMPV ने दस्तक दे दी है। ये श्वसन तंत्र को प्रभावित करके उस पर हमला बोलता है।

Reported by: Ravindra Singh
भारत में HMPV के 8 मामलों की पुष्टि, बेंगलुरू-अहमदाबाद सहित इन शहरों में आए मामले; राज्य सरकारों में अलर्ट जारी | Image: ANI

HMPV Infection in India: कोरोना महामारी के बाद चीन से एक और नया वायरस HMPV (Human Metapneumovirus)दुनिया के देशों में तबाही मचाने को निकल पड़ा है। इस वायरस ने भारत में भी दस्तक दे दी है। भारत ने इस बीमारी से निपटने की तैयारियां भी शुरू कर दी है और राज्यों को इस खतरनाक वायरस के बारे में अलर्ट भी जारी कर दिया है। इतनी सावधानी के बावजूद भारत में HMPV के 8 मरीजों की पहचान की गई है। चीन में कई हजार लोग महामारी के इस वायरस की चपेट में आ चुके हैं। भारत के कर्नाटक, तमिलनाडु, गुजरात, पश्चिम बंगाल सहित महाराष्ट्र में इस वायरस से संक्रमित लोगों को चिन्हित किया गया है।


अभी हम कोरोना जैसी महामारी की मार से उबर भी नहीं पाए थे कि एक और नई महामारी ने देश में दस्तक दे दी है। HMPV वायरस एक ऐसा वायरस है जो श्वसन तंत्र को प्रभावित करके उस पर हमला बोलता है। ये सबसे पहले 2001 में यूरोप के नीदरलैंड में पाया गया था। इस वायरस के संक्रमण से सबसे ज्यादा बच्चे, बुजुर्ग और कमजोर इम्यूनिटी सिस्टम वाले सदस्यों में पाया जाता है। कोरोना महामारी की तरह से ये वायरस भी चीन से निकलकर भारत में दस्तक दे चुका है। भारत के महाराष्ट्र, तमिलनाडु और कर्नाटक में 2-2 तो वहीं गुजरात और पश्चिम बंगाल में एक-एक मरीज इस वायरस से संक्रमित चिन्हित किए गए हैं। इस तरह से भारत में अब तक  HMPV वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या 8 तक जा पहुंची है। 
 

अभी तक नहीं आयी है HMPV की वैक्सीन

बेंगलुरू में एक 3 महीना और एक 8 महीने के बच्चे में HMPV वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई है। वहीं पश्चिम बंगाल में भी एक 5 महीने के नवजात बच्चे में HMPV की पुष्टि हुई है। HMPV वायरस को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने देश के राज्यों को अलर्ट जारी किया है। स्वास्थ मंत्री ने कहा कि 'ये कोई नया वायरस नहीं है। सर्दी और बरसात के मौसम में ज्यादा असर करता है। सरकार चीन से आए मामले को लेकर सतर्कता बरत रही है, पड़ोसी देशों में वायरस के हालात पर भी नजर बनाए हुए हैं।' फिलहाल HMPV वायरस से बचाव के लिए कोई विशेष टीका अभी तक उपलब्ध नहीं है, लेकिन दूसरे श्वसन वायरस के टीकाकरण (जैसे फ्लू वैक्सीन) से अपने इम्यून सिस्टम को मजबूत किया जा सकता है।


HMPV के लक्षण

HMPV एक रेस्पिरेटरी वायरस है। इसके कोविड-19 जैसे लक्षण होते हैं। संक्रमित व्यक्ति को सर्दी लगती है। इसके लक्षण सामान्य सर्दी जैसे होते हैं, लेकिन यह कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों में गंभीर संक्रमण का कारण बन सकता है।

  • खांसी
  • नाक बहना या बंद होना
  • बुखार
  • गले में खराश
  • सांस लेने में कठिनाई
  • थकान

 

HMPV का बचाव

  • साफ-सफाई रखना
  • बार-बार हाथ धोना, विशेष रूप से खाने से पहले और घर के बाहर से आने के बाद
  • हाथ धोने के लिए साबुन और पानी का उपयोग करें या अल्कोहल-बेस्ड हैंड सैनिटाइजर लगाएं
  • संक्रमित व्यक्ति से बनाए दूरी
  • बार-बार हाथ धोना, विशेष रूप से खाने से पहले और बाहर से आने के बाद
  • साबुन और पानी का उपयोग करें या अल्कोहल-बेस्ड हैंड सैनिटाइजर लगाएं
  • संक्रमित शख्स से दूरी बनाकर रहें
  • वायरस फैलने से रोकने के लिए बीमार व्यक्ति के साथ निकट संपर्क से बचें
  • सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनें
  • इम्युनिटी बढ़ाने वाले आहार लें जैसे विटामिन सी और एंटी ऑक्सीडेंट वाले फूड

 

HMPV से किसे ज्यादा खतरा?

  • छोटे बच्चे (5 वर्ष से कम)
  • बुजुर्ग (65 वर्ष से अधिक)
  • दिल या फेफड़े की बीमारियों के मरीज
  • कमजोर इम्युनिटी वाले लोग
  • सावधानी बरतने से HMPV संक्रमण के जोखिम को कम किया जा सकता है

 

HMPV और कोविड-19 में एक जैसे लक्षण और समस्या

कोविड-19 संक्रमण और HMPV दोनों श्वसन संबंधी रोग देते हैं। समानता यह है कि दोनों ही वारयस व्यक्ति को मामूली से लेकर गंभीर स्तर की श्वसन संबंधी बीमारी देते हैं। दोनों में से किसी से भी संक्रमित होने पर खांसी, बुखार और सांस फूलने के लक्षण दिखते हैं। दोनों में अंतर यह है कि कोविड-19 से जुड़े वायरस से होने वाली बीमारी का दायरा विस्तृत है जिसमें स्वाद और गंध की क्षमता कम हो जाती है और खून के थक्के जमना शामिल है। कोविड-19 से बचाव के लिए जहां वैक्सीन और एंटीवायरल उपचार की सुविधा उपलब्ध है, वहीं एचएमपीवी से बचाव के उपाय सीमित हैं और इसके लिए कोई एंटीवायरल दवा उपलब्ध नहीं है।

यह भी पढ़ेंः HMPV वायरस से कैसे करें बचाव, बच्चे-युवा या बुजुर्ग किसे ज्यादा खतरा?

अपडेटेड 11:44 IST, January 7th 2025

Recommended

Search icon
Home
Live TV
चुनाव
Quick
भारत
दुनिया
मनोरंजन
कारोबार
खेल
लाइफस्टाइल
वीडियो
वेब स्टोरीज
शोज
फोटो गैलरीज
शॉर्ट्स
टेक्नोलॉजी
धर्म और आध्यात्मिकता
वायरल
रक्षा
लेटेस्ट न्यूज़
प्रधान सेवक
Download the all-new Republic app: