Published 10:21 IST, October 31st 2024
Retirement से पहले मदरसा एक्ट सहित इन बड़े मामलों पर फैसला सुनाएंगे CJI, जानिए कब है रिटायरमेंट
अभी दीपावली की छुट्टियों में कोर्ट बंद है लेकिन आगे के 5 दिनों में चीफ जस्टिस अपने बचे हुए कुछ केसों में अहम फैसलों पर अपनी मुहर लगाएंगे।
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CJI Retirement: सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस (CJI) डीवाई चंद्रचूड़ अगले महीने 10 नवंबर 2024 को अपने कार्य से सेवानिवृत्त हो जाएंगे। चीफ जस्टिस के रिटायरमेंट से वो क्या-क्या काम निपटाएंगे? आपको बता दें कि रिटायरमेंट से पहले चीफ जस्टिस अब सिर्फ 4 दिन का समय और बचा है। अभी दीपावली की छुट्टियों में कोर्ट बंद है लेकिन आगे के 5 दिनों में चीफ जस्टिस अपने बचे हुए कुछ केसों में अहम फैसलों पर अपनी मुहर लगाएंगे।
अब हर किसी की नजर चीफ जस्टिस के इन फैसलों पर रहेगी। फिलहाल अभी दिवाली की छुट्टियों में सुप्रीम कोर्ट बंद है अब ये 4 नवंबर को खुलेगा और 4 नवंबर से लेकर 8 नवंबर तक कई बड़े मामलों में चीफ जस्टिस को फैसले सुनाने हैं। क्योंकि 9 नवंबर को शनिवार और 10 नवंबर को रविवार है ऐसे में इसी बीच वो अपने अंतिम केसों में फैसले सुनाएंगे। आइए आपको बताते हैं रिटायरमेंट से पहले सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ किन बड़े मामलों में फैसला सुनाने वाले हैं।
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी का माइनॉरिटी स्टेटस
उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में बना अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में अल्पसंख्यक के स्टेटस को लेकर पिछले काफी दिनों से सुनवाई हो रही है लेकिन ये मामला फंसा हुआ दिखाई दे रहा है। ऐसे में ये इस मामले को लेकर इस सप्ताह होने वाली सुनवाई काफी महत्वपूर्ण रहेगी। इसके पहले अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के माइनॉरिटी स्टेटस को लेकर सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ की 7 जजों की पीठ ने आखिरी सुनवाई के दौरान फैसला सुरक्षित रख लिया था। अब देखना होगा कि सीजेआई AMU में माइनोरिटी संस्थान का दर्जा को लेकर पक्ष में निर्णय सुनाते हैं या इसके विपरीत?
लाइट मोटर व्हीकल लाइसेंस के मामले में सुनवाई
सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ के पास इसी सप्ताह एक और जरूरी केस में फैसला सुनाएंगे। ये है लाइट मोटर व्हीकल लाइसेंस मामला। इस मामले में आखिरी बार 21 अगस्त को सुनवाई हुई थी। इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया था। इस मामले में लाइट मोटर व्हीकल लाइसेंस धारकों को 7500 किलोग्राम से ज्यादा वजन वाले लाइट मोटर व्हीकल क्लास के परिवहन वाहन को चलाने की अनुमति है या नहीं। इस मामले को सुप्रीम कोर्ट को तय करना है कि लाइसेंस धारक उस कैटेगिरी के वाहन को चलाने की इजाजत है या नहीं। इस मामले की वजह से ऐसे वाहनों से होने वाली दुर्घटनाओं में बीमा संबंधित दावों पर विवाद खड़ा हो गया है।
मदरसा एक्ट मामला
सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ के अंतिम सुनाए जाने वाले 5 फैसलों में सबसे अहम फैसला मदरसा एक्ट को लेकर है। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने 22 अक्टूबर को ही सुनवाई करके फैसला सुरक्षित रख लिया है। मदरसा एक्ट मामले पर इसके पहले इलाहाबाद हाईकोर्ट ने सुनवाई की थी और इस सुनवाई में हाईकोर्ट ने उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा बोर्ड अधिनियम 2004 को असंवैधानिक घोषित कर दिया था। इसके बाद इस मामले को लेकर मदरसा बोर्ड सुप्रीम कोर्ट पहुंचा है। मामले में सुनवाई पूरी हो चुकी है और फैसला आना बाकी रह गया है।
Updated 10:21 IST, October 31st 2024