Published 11:58 IST, December 22nd 2024
अक्षरा सिंह की राह में कौन बन रहा रोड़ा? भोजपुरी स्टार ने बेबाकी से दिया जवाब, बोलीं- पुरुषों से सवाल क्यों नहीं?
अक्षरा ने कहा कि 2018 मुझे वो साल याद है, जब लगता था कि मेरे पास रास्ता नहीं हैं। मैं किधर जाऊं। इतनी इनसिक्योरिटी थी कि ऐसा लगता था कि मुझे कुछ आता नहीं है।
- मनोरंजन
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Akshara Singh in Republic Bharat Sangam: रिपब्लिक भारत के 'साहित्य, सुर और शक्ति' के संगम में कई दिग्गज हस्तियों ने शिरकत की। मशहूर भजन गायक कन्हैया मित्तल, स्वाति मिश्रा से लेकर भोजपुरी स्टार अक्षरा सिंह ने अपने सुरों से समा बांध दिया। 'संगम' में करियर के शुरुआती दिनों से लेकर संघर्ष की कहानी बयां करने समेत तमाम मुद्दों पर अपनी खुलकर राय रखती नजर आईं।
इस दौरान जब अक्षरा से पूछा गया कि इंडस्ट्री में उनकी राह में रोड़ा कौन हैं? इसका भी वह बेबाकी से जवाब देती नजर आईं।
‘मैं अकेले लड़ रही हूं और…’
अक्षरा सिंह ने कहा कि क्यों ये सवाल सिर्फ लड़कियों से होता है, पुरुषों से नहीं? क्या हमने कोई पाप किया है? किसी का कुछ लेकर भागे हैं?
भोजपुरी एक्ट्रेस ने आगे कहा कि एक लड़की होने के नाते मैं अकेले लड़ रही हूं। मुझे अभी बहुत कुछ हासिल करना बाकी है, जो मैं डिसर्व करती हूं। जो मैं ख्वाहिश और सपने लेकर आई थीं। हर लड़की अपना सपना संजोती हैं। मुझे भी हक है कि अपने सपने पूरे कर पाऊं। उसके लिए संघर्ष कर रही हूं, मेहनत कर रही हूं और कल जब मैं पीछे मुड़कर देखती हूं अपने आप को शून्य पाती हूं।
‘…जब लगता था कोई रास्ता नहीं है’
अक्षरा सिंह ने आगे कहा कि 2018 मुझे वो साल याद है, जब ऐसा लगता था कि मेरे पास रास्ता ही नहीं हैं। मै किधर जाऊं। इतनी इनसिक्योरिटी में जी रही थी कि ऐसा लगता था कि मुझे कुछ आता ही नहीं है। वो संघर्ष करना मैंने सारी नेगिटिव चीजों को सकारात्मक करने की कोशिश की।
'संघर्ष कर रही हूं और करती रहूंगी'
उन्होंने कहा कि अब जाकर जब स्टैंड हुई हो तो यहां से जाकर असल संघर्ष मेरा शुरू होता है। अब भी कर रही हूं और आगे भी करती रहूंगी। जब तक उस मुकाम को न पा लूं और जब तक आगे आने वाली जितनी पीढ़ियां हैं उन लोगों को भी वो जगह न दे दूं। अक्षरा ने कहा कि जब आप चलते हैं तब आगे आने वाले लोग आपको फॉलो करते हैं और आगे बढ़ते हैं।
Updated 11:58 IST, December 22nd 2024