Published 14:58 IST, September 5th 2024
BREAKING: यूक्रेन के जबरदस्त हमले के बीच पुतिन का बड़ा बयान-शांति वार्ता में भारत बन सकता है मध्यस्थ
राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने रूस-यूक्रेन के बीच शांति वार्ता के लिए भारत, चीन और ब्राजील मध्यस्थता कर सकते हैं।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन युद्ध को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि रूस-यूक्रेन के बीच शांति वार्ता के लिए भारत, चीन और ब्राजील मध्यस्थता कर सकते हैं।
गुरुवार को एक कार्यक्रम के दौरान पुतिन ने कहा रूस और यूक्रेन की जंग शुरू होने के एक हफ्ते बाद ही इस्तांबुल में हुई बातचीत में जंग को लेकर एक प्राथमिक समझौते पर सहमति बनी थी, लेकिन इस समझौते को कभी लागू नहीं किया गया। अब अगर फिर से मध्यस्थता की बातचीत शुरू होती है तो इस्तांबुल में हुआ प्राथमिक समझौता इस बातचीत का आधार बन सकता है।
ईस्टर्न इकोनॉमिक फोरम में बोले पुतिन
ईस्टर्न इकोनॉमिक फोरम को संबोधित करते हुए पुतिन ने यह बात कही है। हालांकि, उन्होंने कहा कि रूस का पहला उद्देश्य यूक्रेन के डोनबास क्षेत्र को कब्जे में लेना है।
पीएम मोदी भी कह चुके हैं मध्यस्थता की बात
पिछले महीने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय रूस की यात्रा पर गए थे। रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच पीएम मोदी की यह पहली रूस यात्रा थी। पीएम मोदी ने कहा था कि एम ने कहा, 'कहीं भी हो, मासूम लोगों की जान की हानि स्वीकार्य नहीं है।
प्रधानमंत्री ने रूस की धरती पर कहा था कि भावी पीढ़ी के भविष्य के लिए शांति बहुत जरूरी है। मैं यह भी जानता हूं कि युद्ध के मैदान में समाधान संभव नहीं है। हमें वार्ता से ही शांति का मार्ग अपनाना होगा।
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Updated 15:16 IST, September 5th 2024