पब्लिश्ड 12:06 IST, August 24th 2024
Modi Kyiv Visit: बुलेटप्रूफ शील्ड,चप्पे-चप्पे पर जवान...वॉर जोन में SPG ने ऐसे की PM मोदी की सुरक्षा
यूक्रेन की राजधानी कीव में PM नरेंद्र मोदी करीब 7 घंटे तक रहे। कीव यात्रा के दौरान भारतीय एसपीजी टीम पूरी तरह से अलर्ट पर थी।
- वर्ल्ड न्यूज़
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PM Narendra Modi Kyiv Visit: वॉर जोन में कुछ घंटे बिताने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को ही कीव से रवाना हो गए। यूक्रेन की राजधानी कीव में प्रधानमंत्री मोदी करीब 7 घंटे तक रहे। अलग-अलग कार्यक्रमों में शामिल हुए और उसके बाद यूक्रेन से पीएम मोदी का शाम 7 बजकर 30 मिनट पर ट्रेन से पोलैंड के लिए निकले। वॉर जोन में प्रधानमंत्री मोदी की सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक बड़ी चुनौती थी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा का जिम्मा विशेष सुरक्षा समूह (एसपीजी) के जवानों पर रहा। जब पीएम मोदी ने कीव के ओएसिस ऑफ पीस पार्क में महात्मा गांधी की प्रतिमा पर श्रद्धांजलि अर्पित की, तो एसपीजी ने प्रधानमंत्री की सुरक्षा के लिए बुलेट प्रूफ शील्ड को तैयार किया। वहां के निदेशक एसपीजी आलोक शर्मा के नेतृत्व में कम से कम 60 एसपीजी कमांडो को महात्मा गांधी प्रतिमा स्थल पर तैनात किया गया था।
पूरी तरह से अलर्ट पर थी एसपीजी टीम
प्रधानमंत्री मोदी की कीव यात्रा के दौरान भारतीय एसपीजी टीम पूरी तरह से अलर्ट पर थी और पीएम मोदी के पीस पार्क में एंट्री करते ही किसी भी स्नाइपर को नाकाम करने के लिए पार्क में बुलेट प्रूफ शील्ड लगाई गई थीं। प्रधानमंत्री मोदी के पोलैंड जाने वाली ट्रेन में सवार होने के बाद उनकी सुरक्षा टीम ने राहत की सांस ली, जहां से वो आज रात नई दिल्ली के लिए उड़ान भरेंगे।
SPG को किस खतरे का था आभास?
इसके पीछे की वजह बताई जाती है कि यूक्रेन के कुछ लोगों में कथित रूप से भारत विरोधी भावना रही, क्योंकि भारतीय प्रधानमंत्री की रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से नजदीकियां रही हैं। मीडिया रिपोर्ट्स कहती हैं कि प्रधानमंत्री मोदी की भारतीय प्रवासियों के साथ बैठक के दौरान, ये बताया गया कि भारतीयों को यूक्रेन में कठिन समय का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि वहां के लोग भारतीयों पर पुतिन और रूस का पक्ष लेने का आरोप लगाते हैं। हालांकि प्रधानमंत्री मोदी ने जेलेंस्की से मुलाकात करने, उन्हें गले लगाने और हर सहयोग का भरोसा देने के साथ विरोधियों को भी जवाब दे दिया।
मोदी ने यूक्रेन संघर्ष के बारे में जेलेंस्की से क्या कहा?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन के वोलोडिमिर जेलेंस्की से कहा कि यूक्रेन और रूस को बिना समय बर्बाद किए साथ बैठकर चल रहे युद्ध को समाप्त करने के तरीके खोजने चाहिए। हम (भारत) तटस्थ नहीं हैं। शुरू से ही हमने पक्ष लिया है। और हमने शांति का पक्ष चुना है। हम बुद्ध की भूमि से आए हैं, जहां युद्ध के लिए कोई जगह नहीं है। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत यूक्रेन में शांति बहाल करने के हर प्रयास में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए हमेशा तैयार है और वो संघर्ष को समाप्त करने में व्यक्तिगत रूप से योगदान देना चाहेंगे।
अपडेटेड 12:06 IST, August 24th 2024