Published 08:32 IST, September 3rd 2024
Pakistan: 'शरीफ सरकार से नहीं सिर्फ सेना के साथ ही करेंगे बातचीत', इमरान ने जेल से दिया बड़ा संदेश
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने उन कयासों पर विराम लगा दिया जिसमें उनकी पार्टी की शरीफ सरकार से बातचीत की चर्चा चल रही थी।
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) ने उन कयासों पर विराम लगा दिया जिसमें उनकी पार्टी की शरीफ सरकार से बातचीत की चर्चा चल रही थी। शरीफ सरकार से बातचीत के कयासों को खारिज करते हुए इमरान खान ने दो टूक कहा है कि वे केवल उससे बात करेंगे, जो फैसले लेने में सक्षम होगा। अदियाला जेल से इमरान का यह बयान ऐसे समय में आया है जब कहा जा रहा था कि उनकी पार्टी और पाकिस्तान सरकार के बीच बातचीत हो सकती है।
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के संस्थापक और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने रावलपिंडी के अदियाला जेल से संदेश दिया है कि उनकी पार्टी सिर्फ सेना से ही बातचीत करेगी। उन्होंने कहा कि जब भी बातचीत का मुद्दा उठता है तो पाकिस्तानी सरकार 9 मई की हिंसा के बारे में शोर मचाना शुरू कर देते हैं। मगर हम उनलोगों से बात करेंगे, जो फैसला लेंगे। इमरान ने कहा, हम हमेशा बातचीत के लिए तैयार हैं, लेकिन यह उन लोगों के साथ होगा जो निर्णय लेने की क्षमता रखते हैं। फॉर्म 47 पर सरकार से बात करना चुनाव में उनकी धोखाधड़ी को स्वीकार करने के बराबर है। महमूद खान अचकजई के पास बातचीत करने का अधिकार है।
इमरान ने शरीफ सरकार पर साधा निशाना
पूर्व पीएम ने पाकिस्तान की सरकार पर निशाना साधते हुए कहा,' जब भी बातचीत की बात होती है, तो वे 9 मई की हिंसा को लेकर चिल्लाना शुरू कर देते हैं। 9 मई उनकी बीमा पॉलिसी है। जब 9 मई खत्म होगी, तो उनकी सरकार और राजनीति दोनों खत्म हो जाएगी। मैं एक बार फिर देश को बताना चाहता हूं कि जिसने मुझे अगवा करने का आदेश दिया और जिसने सीसीटीवी फुटेज गायब की, वही 9 मई की साजिश रच रहा है। अगर 9 मई को जांच होनी है, तो इसके लिए न्यायिक आयोग का गठन किया जाना चाहिए।
9 मई को पाकिस्तान में क्या हुआ था?
बता दें कि 9 मई 2023 को कथित भ्रष्टाचाक के एक मामले में इमरान को अर्धसैनिक रेंजर्स ने इस्लामाबाद हाई कोर्ट परिसर से गिरफ्तार किया था, इमरान की गिरफ्तार के विरोध में पूरे पाकिस्तान में हिंसक विरोध-प्रदर्शन शुरू हो गए थे। आरोप लगा कि उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने कथित तौर पर जिन्ना हाउस, मियांवाली एयरबेस और फैसलाबाद में ISI बिल्डिंग समेत एक दर्जन सैन्य प्रतिष्ठानों में तोड़फोड़ की थी। भीड़ ने रावलपिंडी में सेना मुख्यालय पर भी हमला किया था।
ऑक्सफोर्ड चुनाव को लेकर इमरान ने क्या कहा?
वहीं, इमरान खान ने अपनी उपलब्धियों को लेकर कहा कि ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी का चांसलर बनना पाकिस्तान के लिए सम्मान की बात है। क्रिकेट के इतिहास में आज तक ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के किसी पूर्व छात्र को वह स्थान नहीं मिला जो मुझे मिला है। मैं एक ऐसा व्यक्ति हूं जो पाकिस्तान में शौकत खानम और निमल यूनिवर्सिटी जैसी प्रमुख कल्याणकारी संस्थाएं चलाता है। हमने दो कैंसर अस्पताल, दो विश्वविद्यालय बनाए हैं और एक विश्वविद्यालय निर्माणाधीन है। मैं पाकिस्तान का पहला राजनेता हूं जिसने एक राजनीतिक पार्टी शुरू की और उसे इस मुकाम तक पहुंचाया।
Updated 08:32 IST, September 3rd 2024