Published 23:01 IST, September 13th 2024
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने भारतीय सुधारक और शिक्षाविद् हंसा मेहता को सम्मानित करते हुए जिनेवा में भारत के स्थायी दूतावास में उनके नाम पर एक हॉल का नामकरण किया।
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विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने शुक्रवार को भारतीय सुधारक और शिक्षाविद् हंसा मेहता को सम्मानित करते हुए जिनेवा में भारत के स्थायी दूतावास में उनके नाम पर एक हॉल का नामकरण किया। जयशंकर ने परिसर में स्थित भारतीय संविधान के निर्माता बाबा साहब भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा पर श्रद्धांजलि अर्पित की। जयशंकर ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर लिखा, “हंसा मेहता एक अग्रणी और आदर्श महिला थीं, जिनका अंतरराष्ट्रीय कूटनीति और लैंगिक समानता में योगदान कभी नहीं भुलाया जा सकता।"
उन्होंने लिखा, "उनके काम और आदर्शों के सम्मान में हंसा मेहता हॉल का उद्घाटन करते हुए मुझे खुशी हो रही है।” 'एक्स' पर एक अन्य पोस्ट में उन्होंने कहा, “बाबासाहेब का सामाजिक न्याय, समानता और प्रगतिशील आधुनिकता का दृष्टिकोण दुनिया के लिए प्रेरणा है।”
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जयशंकर ने बाद में भारतीय समुदाय की एक सभा को संबोधित करते हुए कहा, “इस हॉल के नामकरण में हंसा मेहता का नाम देखकर, मैं चाहता हूं कि आप इसे भारत में हो रही घटनाओं के भी प्रतिरूप के रूप में सोचें।”
उन्होंने कहा, "जिस तरह हमने एक चांसरी का निर्माण किया है, उसी तरह आधुनिक भारत भी ईंट दर ईंट, कदम दर कदम, इमारत दर इमारत निर्मित हो रहा है।" उन्होंने कहा, "सामाजिक न्याय, समावेशी विकास का विचार, कानून का शासन जोर पकड़ रहा है और आज हम इसे अंतरराष्ट्रीय समुदाय में सफलतापूर्वक शामिल करने में सक्षम हैं।"
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उन्होंने आगे कहा, "यह हमारे देश में जो हो रहा है उसका एक छोटा सा उदाहरण है।" उन्होंने कहा, "चूंकि हम आज हंसा मेहता के बारे में बात कर रहे थे, अगर आप भारत में स्कूल नामांकन को देखें तो पहली बार लड़कियों का अधिक नामांकन हुआ है। वास्तव में, अगर आप उच्च शिक्षा को भी देखें तो इस अवधि में उच्च शिक्षा में लड़कियों, महिलाओं की संख्या में 32 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।"
(Note: इस भाषा कॉपी में हेडलाइन के अलावा कोई बदलाव नहीं किया गया है)
23:01 IST, September 13th 2024