Search icon
Download the all-new Republic app:

पब्लिश्ड 22:34 IST, September 12th 2024

Paris Olympics में हिस्सा न ले पाने के बाद आत्महत्या के बारे में सोच रही थी ये एथलीट, किया खुलासा

हाल में हुए पेरिस ओलंपिक में भाग न ले पाना एक भारतीय एथलीट के लिए इतना निराशाजनक था कि वो आत्महत्या के बारे में सोचने लगी थी।

प्रतीकात्मक तस्वीर | Image: IOA

Paris Olympics 2024: हाल में हुए पेरिस ओलंपिक में भाग न ले पाना मध्यम दूरी की धाविका हरमिलन बैंस के लिए इतना निराशाजनक था कि एशियाई खेलों में दो बार पदक जीतने वाली ये एथलीट आत्महत्या करने के बारे में सोचने लगी थी।

अब उस कठिन दौर से बाहर निकलने के बाद ये 26 वर्षीय खिलाड़ी मॉडलिंग जैसे दूसरे करियर विकल्प की तलाश कर रही है। हरमिलन पिछले साल चीन में हुए एशियाई खेलों में भारतीय एथलेटिक्स टीम की स्टार खिलाड़ियों में से एक थीं जब उन्होंने 800 मीटर और 1500 मीटर में दो पदक जीते थे, हालांकि इस पूरे सत्र में वो चोटों से परेशान रहीं जिससे पेरिस ओलंपिक में जगह बनाने की उनकी उम्मीदें धराशायी हो गईं।

हरमिलन ने किया खुलासा

हरमिलन ने गुरुवार को पीटीआई से कहा- 

मैं पेरिस ओलंपिक में भाग लेना चाहती थी और मैंने अपना सर्वश्रेष्ठ दिया, लेकिन लगातार चोटें लगीं और इससे मेरा प्रदर्शन प्रभावित हुआ। पेरिस ओलंपिक में भाग नहीं ले पाने के बाद मैं अवसाद में थी, मैं कुछ भी नहीं सोच पा रही थी। यहां तक कि आत्महत्या करने का विचार भी मेरे दिमाग में आया और मैं खेल छोड़ना चाहती थी। 

क्वीन के नाम से मशहूर हरमिलन

हरमिलन को ‘क्वीन’ के नाम से जाना जाता है, क्योंकि उनके सोशल मीडिया हैंडल पर भी ‘द क्वीन’ टैग है। इस समय उन्हें ‘ग्रेड 2बी’ हैमस्ट्रिंग टियर है और उन्होंने स्वीकार किया कि उनका एथलेटिक्स करियर अनिश्चित है। वो सर्जरी करवा सकती हैं और इस पर जल्द ही निर्णय लिया जाएगा। इस साल की शुरुआत में उन्हें टखने की चोट (पेरोनियल टेंडोनाइटिस) लगी थी, जिसे ठीक होने में पांच हफ्ते लगे थे। जून में उन्हें हैमस्ट्रिंग में खिंचाव हुआ जो बाद में एक टूर्नामेंट में हिस्सा लेने के बाद बढ़ गया।

उन्होंने मोहाली स्थित अपने घर से कहा- 

मैं इतनी हताश थी कि मैं अंक अर्जित करना चाहती थी और ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करना चाहती थी कि मैंने चोट के साथ (ब्रिटेन में) एक रेस में भाग लिया। यह शुरू में ग्रेड 1 हैमस्ट्रिंग टियर था लेकिन अब यह ग्रेड 2बी है, मतलब यह करीब ग्रेड 3 है। मैं एक और स्कैन करवाऊंगी और फिर सर्जरी के बारे में फैसला करूंगी। किसी भी स्थिति में मैं अगले नौ महीनों तक प्रतियोगिता के लिए शुरूआत नहीं कर पाऊंगी। इसलिए मैं लंबे समय तक प्रतिस्पर्धा शुरू नहीं कर पाऊंगी। 

बता दें कि भारत ने इस बार ओलंपिक में कुल 6 मेडल जीते हैं, जिसमें एक सिल्वर और 5 ब्रॉन्ज मेडल जीते थे, जबकि एक भी गोल्ड भारत के खाते में नहीं आ पाया। 

ये भी पढ़ें- WFI के लिए तदर्थ समिति के पुनर्गठन पर दिल्ली हाईकोर्ट का IOA से जवाब तलब

अपडेटेड 22:34 IST, September 12th 2024

Recommended

Search icon
Home
Live TV
चुनाव
Quick
भारत
दुनिया
मनोरंजन
कारोबार
खेल
लाइफस्टाइल
वीडियो
वेब स्टोरीज
शोज
फोटो गैलरीज
शॉर्ट्स
टेक्नोलॉजी
धर्म और आध्यात्मिकता
वायरल
रक्षा
लेटेस्ट न्यूज़
प्रधान सेवक
Download the all-new Republic app: