Published 10:10 IST, October 13th 2024
कुबेर और कुंभकर्ण थे भाई-भाई? जानें 6 महीने सोना और 1 दिन जागने के पीछे क्या थी कहानी
What was the curse of Kumbhakarna? कुंभकर्ण छः महीने तक कैसे सो लेता था? कुंभकरण और कुबेर का क्या था संबंध? जानें इस लेख के माध्यम से...
- धर्म और आध्यात्मिकता
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Why kumbhakarna sleep for 6 months: रामायण काल में कई ऐसे मायावी असुर और दानव थे, जो न केवल रहस्यमयी थे बल्कि शक्तिशाली भी थे। उन्हीं में से एक था कुंभकर्ण। कुंभकरण कोई और नहीं बल्कि रावण का अपना भाई था। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुंभकर्ण का संबंध कुबेर के साथ भी था, वहीं कुंभकरण 6 महीने सोता रहता था और केवल एक दिन के लिए जागता था, क्या आपको इन दो बातों के पीछे की कथा के बारे में पता है? अगर नहीं, तो…
आज का हमारा लेख इसी विषय पर है। आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि कुबेर का कुंभकर्ण के साथ क्या संबंध था और क्यों कुंभकर्ण 6 महीने तक सोता था। पढ़ते हैं आगे…
कुबेर और कुंभकर्ण के बीच संबंध?
बता दें कि कुंभकर्ण के दादा का नाम पुलस्त्य था और उनके पिता का नाम विश्वश्रवा था। विश्वश्रवा एक ऋषि थे, जिन्होंने ऋषि भारद्वाज की पुत्री इलाविद से विवाह किया था। उन्हीं के द्वारा कुबेर का जन्म हुआ था। बता दें कि जब विश्वश्रवा ने दूसरी शादी कैकसी के साथ की तो उनके साथ चार संतान रावण, कुंभकर्ण, विभीषण और सुपर्खां का जन्म हुआ, ऐसे में कुबेर कुंभकर्ण के सौतेले भाई थे।
कुंभकर्ण 6 महीने क्यों सोते थे?
बता दें कि कुंभकर्ण 6 महीने लगातार सोता था और केवल एक दिन जागता था और उस दिन के बाद वे फिर 6 महीने के लिए सो जाता था यानी साल में केवल एक दिन जागकर पूरी साल सोता रहता था। इसके पीछे की कहानी यह है कि एक बार कुंभकर्ण ने ब्रह्मा जी की तपस्या की और उनसे इंद्रासन का वरदान मांगा लेकिन उसने इंद्रासन की जगह निद्रासन बोल दिया, जिससे वह निद्रा अवस्था में चला गया। यही कारण था कि वह 6 महीने सोता था केवल एक दिन ही जागता था।
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Updated 10:10 IST, October 13th 2024