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Published 18:22 IST, April 7th 2024

54 साल बाद लगने जा रहा है साल का सबसे लंबा Surya Grahan, सूतक काल में क्या करें क्या नहीं

साल का पहला सूर्य ग्रहण चैत्र अमावस्या के दिन लगने जा रहा है। 54 साल बाद सबसे लंबा ग्रहण लगने वाला है। ऐसे में कुछ कामों के करने से बचना की सलाह दी जाती है।

सूतक काल में न करें ये काम | Image: Freepik

Surya Grahan Par Kya Kare Kya Nahi: चैत्र माह की अमावस्या तिथि पर साल का पहला और सबसे महत्वपूर्ण सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है। वैज्ञानिकों की मानें तो यह 54 साल बाद लगने वाला सबसे लंबा सूर्य ग्रहण होगा। वैज्ञानिकों के मुताबिक ग्रहण लगना एक खगोलीय घटना है, लेकिन ज्योतिष शास्त्र में इसका बेहद खास महत्व माना जाता है। इसे लेकर कई तरह की मान्यताएं भी हैं। कहते हैं कि ग्रहण का प्रभाव व्यक्ति के जीवन पर भी पड़ता है। ऐसे में इसके सूतक काल के दौरान कुछ कामों को करना वर्जित माना जाता है।  

साल का पहला सूर्य ग्रहण (Surya Grahan) 8 अप्रैल 2024 दिन सोमवार मीन राशि और रेवती नक्षत्र में लग रहा है। यह 8 अप्रैल की रात 9 बजकर 12 मिनट पर शुरू होगा और इसका समापन रात 2 बजकर 22 मिनट पर होगा। ग्रहण की पूरी अवधि 5 घंटे 10 मिनट होगी। हालांकि यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा इसलिए सूतक काल मान्य नहीं होगा, लेकिन अगर आप फिर भी सावधानियां बरतना चाहते हैं, तो आपको इस दौरान कुछ कामों को करने से बचना चाहिए।

ग्रहण से कितनी देर पहले लगता है सूतक काल?

शास्त्रों के मुताबिक ग्रहण (Grahan) के 12 घंटे पहले सूतक काल लग जाता है। यानि रात में 9 बजकर 12 मिनट पर लगने वाले ग्रहण का सूतक काल सुबह 9 बजकर 12 मिनट से शुरू हो जाएगा। इस समय को अशुभ और सूतक काल कहा जाता है। ऐसे में आइए जानते हैं इस दौरान क्या करना चाहिए और क्या नहीं।

सूतक काल (Sutak kaal) और ग्रहण (Grahan) में क्या करना चाहिए और क्या नहीं?

  • घर के मंदिर को सूतक काल से पहले ही कपड़े से ही ढक दें। सूतक (Sutak) में भगवान के मंदिरों को नहीं छूना चाहिए।
    ग्रहण के समय खाना नहीं खाना चाहिए।
  • शास्त्रों के मुताबिक इस समय कोई भी नया काम शुरू नहीं करना चाहिए।
  • सूर्य ग्रहण के दौरान किसी सुनसान जगह और श्मशान पर अकेले नहीं जाना चाहिए, क्योंकि इस समय नकारात्मक शक्तियां हावी रहती हैं।
  • शास्त्रों के मुताबिक ग्रहण और सूतक काल के दौरान सोना नहीं चाहिए और न ही सूई में धागा डालना चाहिए।
  • सूर्य ग्रहण के बाद गंगाजल (GangaJal) मिले हुए पानी से स्नान करें और फिर पूरे घर और देवी देवताओं को गंगा जल से शुद्ध करें।
  • ग्रहण के दौरान सीधे सूर्य (Surya) को देखने से बचना चाहिए।
  • ग्रहण के समय बाहर जाने से बचें। साथ ही ध्यान रखें कि आप कोई गलत काम न करें।
  • ग्रहण के बाद हनुमान जी (Hanuman Ji) की उपासना करें।

यह भी पढ़ें… Amavasya 2024: सूर्य ग्रहण के बाद भी चैत्र माह की अमावस्या क्यों है खास, जानें क्या है वजह

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्‍यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।

Updated 18:22 IST, April 7th 2024

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