Published 13:28 IST, April 16th 2024
Chaitra Navratri 2024 Ram Navami: राम नवमी कल, जानिए कन्या पूजन का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि
Chaitra Navaratri 2024 Ram Navami Puja: चैत्र नवरात्रि में नवमी तिथि के दिन राम नवमी मनाई जाती है।
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Ram Navami 2024: इस साल मंगलवार, 9 अप्रैल से चैत्र नवरात्रि की शुरुआत हो चुकी है। चैत्र नवरात्रि के दौरान नौ दिनों तक मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा अर्चना की जाती है। मां दुर्गा की कृपा पाने के लिए भक्त नौ दिनों का उपवास भी करते हैं। कहते हैं कि अगर कोई व्यक्ति सच्चे मन से पूरे नौ दिनों तक मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा करता है तो उस पर मां की कृपा हमेशा बनी रहती है।
चैत्र नवरात्रि के पहले दिन कलश स्थापना किए जाने के साथ नौ दिनों के नवरात्रि उत्सव की शुरुआत होती है जिसका समापन नवमी तिथि के दिन कन्या पूजन के साथ होता है। नवरात्रि की नवमी तिथि को राम नवमी भी कहा जाता है। इस साल बुधवार, 17 अप्रैल के दिन राम नवमी बनाई जाएगी।
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अगर आप भी राम नवमी के मौके पर कन्या पूजन करने वाले हैं तो आपको पूजन के शुभ मुहूर्त और कंजक पूजन की पूजा विधि के बारे में जान लेना चाहिए।
नवमी पर कन्या पूजन का शुभ मुहूर्त (Navami 2024 Kanya Pujan Muhurat)
चैत्र नवरात्रि की नवमी तिथि की शुरुआत 16 अप्रैल 2024 की दोपहर 1 बजकर 23 मिनट से अगले दिन 17 अप्रैल दोपहर 3 बजकर 14 मिनट तक रहेगी। ऐसे में चैत्र नवरात्रि की महानवमी 17 अप्रैल को मनाई जाएगी। इस दिन सुबह 06 बजकर 27 मिनट से लेकर 07 बजकर 51 तक कन्या पूजन के लिए शुभ समय रहेगा।
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वहीं, दोपहर के समय आप 01 बजकर 30 मिनट से लेकर 02 बजकर 55 मिनट के बीच कन्या पूजन कर सकते हैं। इसके अलावा आप कन्या पूजन करने के उपरांत दोपहर 03 बजकर 13 मिनट के बाद कभी भी व्रत पारण कर सकते हैं।
चैत्र नवरात्रि 2024 कन्या पूजन विधि (Chaitra Navratri 2024 Kanya Puja Vidhi)
- नवमी तिथि के दिन सबसे पहले उठकर घर की साफ-सफाई करें।
- इसके बाद स्नान आदि संपन्न कर कन्या पूजन के लिए खाना बनाएं।
- अब आप कन्याओं को अपने घर पर पूजन के लिए सम्मानपूर्वक आमंत्रित करें।
- ध्यान रखें कि कन्याओं की उम्र 2 साल से 10 साल के बीच होनी चाहिए।
- अब जैसे ही कन्याएं आपके घर पधारती हैं तो फूल और माला पहनाकर उनका स्वागत करें।
- इसके बाद साफ पानी से उनके पैर धोएं।
- अब कन्याओं के लिए तैयार किए गए आसन पर उन्हें बैठाएं और फिर हाथों में कलाव और माथे पर तिलक लगाएं।
- कन्याओं के सिर पर लाल रंग की एक चुनरी रखें।
- अब कन्याओं को भोजन में पूड़ी, हलवा, काले चने, खीर, नारियल, फल इत्यादि चीजों को एक थाली में सजाकर उन्हें परोसें।
- इसके बाद कन्याओं से भोजन ग्रहण करने का आग्रह करें।
- जब कन्याएं भोजन कर लें तो उन्हें उपहार में किसी तरह की वस्तु या अपनी श्रद्धानुसार दक्षिणा आदि दें।
- कन्याओं की विदाई करते समय उनके पैर छूकर उन्हें फिर आने का निमंत्रण देकर विदा करें।
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।
12:55 IST, April 16th 2024