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पब्लिश्ड 12:56 IST, January 4th 2025

'जब इरादे नेक, तो नतीजे भी संतोषजनक...', ग्रामीण भारत महोत्सव कार्यक्रम में बोले PM मोदी

PM ने कहा कि वह साल 2024 से ग्रामीण भारत की सेवा में लगे हैं जिसके परिणाम भी नजर आ रहे हैं। क्‍योंकि जब इरादे नेक होते हैं तो नतीजे भी संतोष देने वाले होते हैं।

PM Modi | Image: x

PM Modi: प्रधानमंत्री मोदी ने आज दिल्ली के भारत मंडपम में ग्रामीण भारत महोत्सव 2025 का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि वह साल 2024 से ग्रामीण भारत की सेवा में लगे हुए हैं जिसके परिणाम भी नजर आ रहे हैं। क्‍योंकि जब इरादे नेक होते हैं तो नतीजे भी संतोष देने वाले होते हैं।

'ग्रामीण भारत महोत्सव 2025' का यह कार्यक्रम 9 जनवरी तक चलेगा। इसका मुख्य विषय 'विकसित भारत 2047 के लिए एक लचीले ग्रामीण भारत का निर्माण' रखा गया है, जबकि आदर्श वाक्य ‘गांव बढ़े, तो देश बढ़े’ है। इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी कहते हैं कि ग्रामीण भारत महोत्सव का यह भव्य आयोजन भारत की विकास यात्रा का परिचय दे रहा है। एक पहचान बना रहा है। गांव के लोगों को गरिमापूर्ण जीवन देना मेरी सरकार की प्राथमिकता है। हमारा विजन है कि भारत के गांव के लोग सशक्त बनें, उन्हें गांव में ही आगे बढ़ने के ज्यादा से ज्यादा अवसर मिले, उन्हें पलायन न करना पड़े, गांव के लोगों का जीवन आसान हो। इसलिए हमने गांव-गांव में मूलभूत सुविधाओं की गारंटी का अभियान चलाया।'

गांव के हर वर्ग के लिए बनाई विशेष नीतियां- PM

इस मौके पर पीएम मोदी ने केंद्र सरकार की ग्रामीणों को फायदा पहुंचाने के लिए बनाई गई योजनाओं के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि कैसे उनकी सरकार ने गांव के हर वर्ग के लिए विशेष नीतियां बनाई हैं। दो-तीन दिन पहले ही कैबिनेट ने 'पीएम फसल बीमा योजना' को एक साल अधिक तक जारी रखने की मंजूरी दे दी है। दुनिया में DAP का दाम बढ़ रहा है, आसमान छू रहा है, लेकिन हमने निर्णय किया कि हम किसान के सिर पर बोझ नहीं आने देंगे और सब्सिडी बढ़ाकर DAP का दाम स्थिर रखा है। हमारी सरकार की नीयत, नीति और निर्णय ग्रामीण भारत को नई ऊर्जा से भर रहे हैं।'

उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है कि गांव के विकास से विकसित भारत का संकल्प जरूर साकार होगा।  

क्या है इस महोत्सव का उद्देश्य?

पीएमओ के मुताबिक, महोत्सव में विभिन्न चर्चाओं, कार्यशालाओं और अन्य माध्यमों से ग्रामीण बुनियादी ढांचे को बढ़ाने, आत्मनिर्भर अर्थव्यवस्थाओं का निर्माण करने और ग्रामीण समुदायों में नवाचार को बढ़ावा देने पर जोर रहेगा। इसका उद्देश्य वित्तीय समावेशन को प्रोत्साहन देकर और स्थायी कृषि प्रथाओं का समर्थन कर उत्तर-पूर्व भारत पर विशेष ध्यान देने के साथ ग्रामीण आबादी के बीच आर्थिक स्थिरता और वित्तीय सुरक्षा को बढ़ावा देना शामिल है।

महोत्सव का का अहम उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं को सशक्त बनाना है। साथ ही इस दौरान सहयोगी और सामूहिक ग्रामीण परिवर्तन के लिए एक रोडमैप बनाने के वास्ते विभिन्न क्षेत्रों के सरकारी अधिकारियों, विचारकों, ग्रामीण उद्यमियों, कारीगरों और हितधारकों को एक साथ लाने, ग्रामीण आजीविका बढ़ाने के लिए प्रौद्योगिकी और नवीन प्रथाओं का लाभ उठाने के बारे में चर्चा को प्रोत्साहित करने और जीवंत प्रदर्शन और प्रदर्शनियों के माध्यम से भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का प्रदर्शन करने पर जोर रहेगा। 

यह भी पढ़ें: BPSC Exam Row:'आधे से ज्यादा सीटों पर भ्रष्टाचार, DSP पद का रेट 1.5 करोड़ फिर भी...', PK ने सरकार की चुप्पी पर उठाए सवाल


 

अपडेटेड 12:56 IST, January 4th 2025

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