पब्लिश्ड 21:03 IST, January 8th 2025
MP: फर्जी एडवायजरी इन्वेस्टमेंट के नाम पर ठगी करने वालों पर एक्शन, क्राइम ब्रांच ने 130 लोगों को हिरासत में लिया
उज्जैन पुलिस ने बुधवार को शहर के अलग-अलग चार जगह पर चल रही फर्जी एडवायजरी पर कार्यवाही की। छापेमारी कार्यवाही क्राइम ब्रांच की टीम ने की।
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सत्य विजय सिंह
उज्जैन पुलिस ने बुधवार को शहर के अलग-अलग चार जगह पर चल रही फर्जी एडवायजरी पर कार्यवाही की। छापेमारी कार्यवाही क्राइम ब्रांच की टीम ने की। छापेमारी के दौरान पता चला कि लोगों को लालच देकर डीमेट अकाउंट के माध्यम से लोगों को कॉल सेंटर से कॉल कर ठगा जा रहा था। क्राइम ब्रांच की टीम ने 130 लोगों को हिरासत में लेकर जांच शुरू कर दी है। चारों जगह मिलकर पुलिस को करोड़ों रुपए का ट्रांजेक्शन मिलने की उम्मीद है।
उज्जैन एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि शहर के माधव नगर थाना क्षेत्रों में दो जगह और नीलगंगा थाना क्षेत्र में दो जगह पर चल रहे फर्जी एडवायजरी के कॉल सेण्टर पर कार्यवाही की है। जिसमे बड़ी संख्या में नव युवक और युवतियां यहां काम करते हुए पकड़े गए है। इन सब की भूमिका की जांच की जा रही है।
फर्जी एडवायजरी इन्वेस्टमेंट के नाम ठगी
एसपी ने बताया कि चारों फर्जी एडवायजरी इन्वेस्टमेंट के नाम पर भारी मात्रा में कमीशन लेती थी। लोगों के अकाउंट खुलवाकर उनमें लॉस दिखाकर उनके रुपए हड़प लेते थे। इस काम के लिए यहां काम करने वाले लड़कियों और लड़कों को 10 रुपए प्रति ट्रांजेक्शन पर अलग से कमीशन भी मिलता था। चारों जगह पर सेबी का लायसेंस नहीं मिला है ये लोग फर्जी रूप से फर्जी एडवायजरी चला रहे थे।
दो गिरफ्तार, 130 हिरासत में- पुलिस
एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि नयी उम्र के लड़की-लड़कों से कई लिस्ट मिली है, जिनको ये कॉल करके फंसाते थे। खासकर इनके टारगेट प्रदेश के बाहर के लोग होते थे। अब तक कुल 130 को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। अब तक कितने लोगों को ये चूना लगा चुके है, आईटी सेल इस पर काम कर रही है। फिलहाल एडवायजरी चलाने वाले मुख्य दो आरोपी अजय पंवार और शशि मालवीय को गिरफ्तार किया है, दो अन्य चन्दन भदौरिया और विनय राठौर फरार हैं। पुलिस ने इनके पास से मोबाइल लेपटॉप लोगो की लिस्ट जब्त की है।
अपडेटेड 21:03 IST, January 8th 2025