Published 23:34 IST, July 10th 2024
'इंतजार लंबा हो गया ना, अब आप खुश हैं?', ऑस्ट्रिया में भारतीय समुदाय के बीच पहुंचे PM मोदी
Austria: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑस्ट्रिया में भारतीय समुदाय को संबोधित किया।
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Austria: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑस्ट्रिया में भारतीय समुदाय को संबोधित किया। इस दौरान पूरा हॉल मोदी-मोदी के नारे से गूंज उठा।
इस दौरान PM मोदी ने कहा कि आप में से बहुत से ऐसे होंगे, जिनके जन्म से पहले कोई प्रधानमंत्री यहां आए होंगे। आपको क्या लगता है, इंतजार ज्यादा लंबा हो गया? अब इंतजार खत्म हो गया, आप खुश हैं ना? प्रधानमंत्री ने कहा कि ये इंतजार खत्म भी एक ऐतिहासिक अवसर पर हुआ है। भारत और ऑस्ट्रिया अपनी दोस्ती के 75 वर्ष सेलिब्रेट कर रहा है।
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'ऑस्ट्रिया के लिए यहां बसे भारतीय खास हैं'
प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं चांसलर नेहमर को शानदार स्वागत के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद देता हूं। ऑस्ट्रिया के लिए यहां बसे भारतीय खास हैं, विशेष हैं। भौगोलिक दृष्टि से भारत और ऑस्ट्रिया अलग-अलग छोर पर हैं, लेकिन हम दोनों के बीच अनेक समानताएं हैं। लोकतंत्र हम दोनों देशों को कनेक्ट करती है। लिबरटी, समानता और कानून का सम्मान हमारे वैल्यू हैं। हमारी आदत है डाइवर्सिटी को सलिब्रेट करना। भारत में हमने अभी-अभी लोकतंत्र का पर्व आन, बान, शान के साथ मनाया है।
'दोबारा चुनकर आना बड़ा चैलेंज'
PM मोदी ने अपने संबोधन में लोकसभा चुनाव की बात दोहराई। उन्होंने कहा कि भारत में दुनिया का सबसे बड़ा चुनाव संपन्न हुआ है। आज दुनिया के लोग भारत के चुनाव के बारे में सुनकर हैरान रह जाते हैं। जो चुनाव कुछ सप्ताह पहले खत्म हुआ है उसमें 650 मिलियन से ज्यादा लोगों ने वोट डाले हैं। इतना बड़ा चुनाव हुआ, कुछ ही घंटों में चुनाव के नतीजे क्लीयर हो जाते हैं। ये भारत की चुनावी मशीनरी और लोकतंत्र की ताकत है। भारत के इन चुनावों में सैकड़ों राजनीतिक दलों के 8 हजार से ज्यादा उम्मीदवारों ने हिस्सा लिया। तब जाकर देश में जनता ने अपना मेंडेट दिया है।
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प्रधानमंत्री ने कहा कि 60 साल के बाद एक सरकार को लगातार तीसरी बार सेवा करने का अवसर भारत में मिला है। हमें तो दुनिया में पोस्ट कोविड एरा में चारों तरफ राजनीतिक अस्थिरता देखी है। ज्यादातर देशों में सरकारों के लिए सर्वाइव करना आसान नहीं रहा। दोबारा चुनकर आना तो बड़ा चैलेंज रहा है। भारत की जनता ने मुझपर, मेरी पार्टी पर, एनडीए पर भरोसा किया।
'आज भारत के बारे में दुनियाभर में चर्चा'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा- 'ये मेंडेट इस बात का प्रमाण है कि भारत स्थिरता चाहता है, कंटीन्यूटी चाहता है। ये कंटीन्यूटी गुड गवर्नेंस की है, ये बड़े संकल्पों के लिए समर्पित होकर काम करने की है। दो देशों के बीच के रिश्ते सिर्फ सरकारों से नहीं बनते। रिश्तों को मजबूती देने में जनभागीदारी बहुत जरूरी है। इसलिए मैं आप सभी के रोल को इन रिश्तों के लिए बहुत अहम मानता हूं। मातृभूमि का संगीत और स्वाद आज भी आपके दिल में बसा है। आपने वियना की सड़कों और दूसरे शहरों में भारत के रंग भर दिए हैं। आप दीवाली हो या क्रिसमस, एक जैसे उत्साह से मनाते हैं।'
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उन्होंने कहा कि आप अपने शहर वाली चाय की दुकान को भी याद करते हैं। भारत की तरह ऑस्ट्रिया का इतिहास और संस्कृति काफी पुराना और शानदार रहा है। एक दूसरे के साथ हमारे संपर्क भी ऐतिहासिक रहे हैं। इसका फायदा दोनों देशों को हुआ है। ये फायदा संस्कृति में भी हुआ है। करीब 200 साल पहले ही वियना की यूनिवर्सिटी में संस्कृत की पढ़ाई शुरू हो गई थी। वियना ने रवींद्रनाथ टैगोर और नेताजी सुभाष चंद्र बोस की मेजबानी की। गांधी जी की शिष्या मीरा बेन का अंतिम समय वियना में ही बीता। हमारा सिर्फ कल्चर और कॉमर्स का ही रिश्ता ही नहीं, साइंस भी हमें जोड़ती है। आज मुझे नोबल पुरस्कार विजेता एंटोन जिलिंगर से मिलने का मौका मिला। आज भारत के बारे में दुनिया में बहुत चर्चा हो रही है।
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22:56 IST, July 10th 2024