Search icon
Download the all-new Republic app:

पब्लिश्ड 19:08 IST, December 14th 2024

कांग्रेस के एक परिवार ने 55 साल तक राज किया, संविधान को चोट पहुंचाने में कोई कसर नहीं छोड़ी- PM मोदी

पीएम मोदी ने लोकसभा में अपने संबोधन के दौरान कहा कि कांग्रेस के एक परिवार ने 55 साल तक राज किया, संविधान को चोट पहुंचाने में कोई कसर नहीं छोड़ी।

पीएम मोदी | Image: Screen Grab

PM Modi: लोकसभा में पीएम मोदी ने अपने संबोधन के दौरान कांग्रेस पार्टी पर जमकर निशाना साधा। लोकसभा में संविधना अपनाने के 75 वर्ष पूरे होने के अवसर पर चर्चा के दौरान पीएम मोदी ने कांग्रेस और गांधी परिवार को घेरते हुए कहा कि कांग्रेस के एक परिवार ने 55 साल तक राज किया, संविधान को चोट पहुंचाने में कोई कसर नहीं छोड़ी।

कांग्रेस पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा, “उतार चढ़ाव आये और कठिनाई भी आई, लेकिन देश की जनता संविधान के साथ खड़ी रही। मैं तथ्यों को देश के सामने रखना चाहता हूं। कांग्रेस के एक परिवार ने संविधान को चोट पहुंचाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। एक ही परिवार ने 55 साल राज किया। इसलिए देश को क्या क्या हुआ ये जानने का अधिकार है। इस परिवार के कुविचार, कुरीति, कुनीति की परंपरा चल रही है। हर स्टार पर संविधान को इस परिवार ने चुनौती दी है। कांग्रेस ने अभिव्यक्ति की आजादी पर हमला किया। अपने मन की चीजें जो संविधान सभा में नहीं करवा पाए वो पिछले दरवाजे से उन्होंने किया। वो चुनी हुई सरकार के प्रतिनिधि नहीं थे तब उन्होंने किया।”

उन्होंने कहा कि अगर संविधान हमारे रास्ते के बीच में आ जाए तो हर हाल में संविधान में परिवर्तन करना चाहिए। ये नेहरू जी ने मुख्यमंत्रियों को चिट्ठी लिखी। 1951 में ये पाप किया गया। उस समय राष्ट्र चुप नहीं था, तत्कालीन राष्ट्रपति ने भी चेताया। स्पीकर साहब ने भी चेताया कि पंडित जी गलत कर रहे हो, लेकिन पंडितजी का अपना संविधान चलता था। इसलिए उन्होंने वरिष्ठ महानुभावों की सलाह मानी नहीं और उसे दरकिनार दिया।

अदालत के पंख काटने वाला संशोधन नेहरू ने किया: PM मोदी

भारत के प्रधानमंत्री ने कांग्रेस को घेरते हुए कहा, “1971 में सुप्रीम कोर्ट का एक फैसला आया था, उसको संविधान में संशोधन करके पलट दिया गया। उन्होंने हमारे देश की अदालत के पंख काट दिए थे, ये वो संशोधन था। ये पाप 1971 में इंदिरा गांधी ने किया था की संसद कुछ भी परिवर्तन कर दे, अदालत उसको देख भी नहीं सकती। खून मुंह पर लग गया था कोई रोकने वाला था नहीं। जब असंवैधानिक तरीके से चुनाव लड़ने के कारण इंदिरा जी के चुनाव को खारिज कर दिया तब उन्होंने अपनी कुर्सी बचाने के लिए गुस्से में आकर इमरजेंसी लगा दी। 1975 में संशोधन किया राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, अध्यक्ष इनके चुनाव के खिलाफ कोई कोर्ट में जा ही नहीं सकता है ऐसा संशोधन किया।”

संविधान को चूर-चूर करती रही निर्दयी सरकार: पीएम मोदी

उन्होंने आगे कहा कि इमरजेंसी में लोगों के अधिकार छीन  लिए गए। देश के हजारों लोगों को जेल में ठूस दिया गया। अखबारों की स्वतंत्रता पर ताले लगा दिए गए। जिस जस्टिस ने उनके खिलाफ चुनाव वाला जो जजमेंट दिया था उनको seniority के आधार पर चीफ जस्टिस बनना था, उन्हें चीफ जस्टिस नहीं बनने दिया। यहां भी ऐसे कई दल हैं जिनके मुखिया भी उस समय जेलों में रहे, लेकिन अब मजबूर हैं कि वहां जाकर बैठे हैं। निर्दयी सरकार संविधान को चूर-चूर करती रही।

पीएम मोदी ने कहा, “जो परंपरा नेहरू जी ने शुरू की थी, राजीव गांधी प्रधानमंत्री बने उन्होंने संविधान को एक और झटका दिया। सबको समानता सबको न्याय उस भावना को चोट पहुंचायी। सुप्रीम कोर्ट ने शाह बनो को न्याय दिया। उस समय के प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने शाह बानो और सुप्रीम कोर्ट की भावना को नकार दिया और वोट बैंक के  लिए संविधान की भावना को नकार दिया और कट्टरपंथियों के सामने सर झुका दिया।”

इसे भी पढ़ें: 'गरीबी हटाओ' कांग्रेस का सबसे बड़ा जुमला, इसे 4 पीढ़ी तक चलाया- PM मोदी का जोरदार हमला

अपडेटेड 21:25 IST, December 14th 2024

Recommended

Search icon
Home
Live TV
चुनाव
Quick
भारत
दुनिया
मनोरंजन
कारोबार
खेल
लाइफस्टाइल
वीडियो
वेब स्टोरीज
शोज
फोटो गैलरीज
शॉर्ट्स
टेक्नोलॉजी
धर्म और आध्यात्मिकता
वायरल
रक्षा
लेटेस्ट न्यूज़
प्रधान सेवक
Download the all-new Republic app: