Search icon
Download the all-new Republic app:

पब्लिश्ड 09:34 IST, January 19th 2025

Tremor Disease: ट्रेमर बीमारी क्या है? जानिए इसके लक्षण और इलाज का तरीका

What is Tremor Disease in Hindi: अगर आपके हाथ-पैर अचानक कांपने लगते हैं तो ये ट्रेमर बीमारी का संकेत हो सकते हैं।

ट्रेमर डिसॉर्डर | Image: Meta AI

Symptoms of Tremor Disease in Hindi: ट्रेमर (Tremor) एक सामान्य न्यूरोलॉजिकल डिसॉर्डर हो सकता है। ट्रेमर जैसी बीमारी आमतौर पर किसी भी व्यक्ति को हो सकती है। इसमें असामान्य रूप से हाथ-पैर, सिर आदि जैसे शारीरिक अंगों में कंपन महसूस होती है। जिसे आप चाहकर भी रोकने में असफल होते हैं। आइए जानते हैं कि ट्रेमर आखिर किस तरह की बीमारी है और इसके लक्षण और इलाज का तरीका क्या है।

ट्रेमर (Tremor) बीमारी क्या है? (What is Tremor Disease)

ट्रेमर एक प्रकार का अनैच्छिक और असामान्य यानी कि जबरदस्ती होने वाला कंपन है जो शरीर के किसी भी हिस्से जैसे हाथ, पैर, सिर या आवाज में हो सकता है।  यह एक न्यूरोलॉजिकल समस्या होती है। जो मस्तिष्क के कुछ हिस्सों के प्रभावित होने से होती है। ट्रेमर बीमारी के कई प्रकार होते हैं, जिनमें से सबसे आम "पार्किंसन रोग" है। यह बीमारी उम्र बढ़ने के साथ अधिक नजर आती है, लेकिन युवा लोगों में भी इसके लक्षण देखने को मिलते हैं। आइए जानते हैं कि इसके लक्षण क्या हैं।

ट्रेमर के लक्षण (Symptoms of Tremor Disease)

हाथों में कंपन

ट्रेमर का सबसे आम लक्षण हाथों का अनियंत्रित कंपना होता है, जो खासतौर पर आराम की स्थिति में अधिक महसूस होता है।

पैरों में कंपन

पैरों में भी कंपन हो सकता है, खासकर जब व्यक्ति चलने या खड़े होने की कोशिश करता है।

सिर का कंपना

कभी-कभी सिर में भी हल्की या तेज कंपकंपी महसूस होती है। यह भी ट्रेमर का ही एक लक्षण हैं।

आवाज में कंपन

ट्रेमर के कारण व्यक्ति की आवाज में भी कंपकंपी हो सकती है, जिससे बोलने में कठिनाई होती है और कई शब्दों का उच्चारण अशुद्ध हो सकता है।

हल्की मूवमेंट्स

व्यक्ति के शरीर के हिस्सों में गति धीमी हो जाती है, जैसे हाथ-पैरों को उठाना या फिर छोटी-मोटी हरकतें करना कठिन हो सकता है।

लिखने या टाइप करने में कठिनाई

ट्रेमर के कारण व्यक्ति का लेखन और टाइपिंग अस्थिर और बिखरा हुआ हो सकता है। इसमें बेहद कठिनाई देखने को मिलती है

शरीर में कठोरता

कुछ मामलों में, ट्रेमर के साथ-साथ मांसपेशियों में कठोरता और झंझलाहट भी महसूस हो सकती है।

शरीर का बैलेंस खोना

ट्रेमर के कारण व्यक्ति को शारीरिक संतुलन बनाए रखने में समस्या हो सकती है, जिससे गिरने का खतरा बढ़ जाता है।

कई कामों को करने में कठिनाई पैदा होना

ट्रेमर में किसी छोटे कार्य जैसे कपड़े पहनना, बर्तन धोना या खाना बनाना, या खाना भी कठिन हो सकता है।

भावनात्मक बदलाव

ट्रेमर बीमारी से पीड़ित व्यक्ति को तनाव, चिंता और डिप्रेशन जैसी मानसिक समस्याओं हो सकती हैं। इस तरह के डिसॉर्डर में ट्रेमर की समस्या होना काफी गंभीर है।

ट्रेमर का इलाज (Treatment of Tremor)

अगर आपको इनमें से किसी भी तरह का लक्षण अपने शरीर में नजर आता है तो आपको किसी घरेलू उपाय के बजाय फौरन किसी डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए, क्योंकि ये बीमारी समय के साथ-साथ काफी अधिक हो सकती है। जिसका असर आपकी रोजमर्रा की जिंदगी में साफ तौर पर देखने को मिल सकता है। 

ये भी पढ़ें: Raviwar ke upay: रविवार के दिन जरूर करें इस स्तोत्र का पाठ, हर मनोकामना होगी पूरी, मिलेगा सूर्यदेव का आशीर्वाद!

Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधियां, तरीके और दावे अलग-अलग जानकारियों पर आधारित हैं।  REPUBLIC BHARAT आर्टिकल में दी गई जानकारी के सही होने का दावा नहीं करता है। किसी भी उपचार और सुझाव को अप्लाई करने से पहले डॉक्टर या एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।

अपडेटेड 09:34 IST, January 19th 2025

Recommended

Search icon
Home
Live TV
चुनाव
Quick
भारत
दुनिया
मनोरंजन
कारोबार
खेल
लाइफस्टाइल
वीडियो
वेब स्टोरीज
शोज
फोटो गैलरीज
शॉर्ट्स
टेक्नोलॉजी
धर्म और आध्यात्मिकता
वायरल
रक्षा
लेटेस्ट न्यूज़
प्रधान सेवक
Download the all-new Republic app: