Published 07:31 IST, December 15th 2024
MahaKumbh 2025: एक्टिवेट हुआ हाइटेक एंट्री ड्रोन सिस्टम, आसमान से भी होगी श्रद्धालुओं की सुरक्षा
योगी सरकार ने महाकुंभ में श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए हाइटेक एंटी ड्रोन सिस्टम तैनात किए हैं। पहले ही दिन ड्रोन ने कमाल कर दिखाया है।
- भारत
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उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में अगले साल जनवरी में आयोजित होने वाले महाकुंभ में श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर विशेष व्यवस्था की जा रही है। सनातन धर्म तक के सबसे बड़े आयोजन को लेकर तैयारियां अंतिम चरण में हैं। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार हर आपात स्थिति से निपटने की तैयारी कर रही है। इस कड़ी में श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए महाकुंभ क्षेत्र में हाइटेक एंट्री ड्रोन सिस्टम को एक्टिव कर दिया गया है।
योगी सरकार ने महाकुंभ में श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए हाइटेक एंटी ड्रोन सिस्टम तैनात किए हैं। दुनिया के सबसे बड़े सांस्कृतिक आयोजन में शामिल होने वाले 45 करोड़ श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए योगी सरकार ने महाकुंभनगर में एंटी ड्रोन सिस्टम तैनात किए हैं। देश-विदेश से इस आयोजन में शामिल होने श्रद्धालु आने वाले हैं। उनकी सुरक्षा एक बड़ी जिम्मेदारी है।
महाकुंभ में एक्टिवेट हुआ एंट्री ड्रोन सिस्टम
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने बताया कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए विशेष व्यवस्था की जा रही है। इस कड़ी में महाकुंभ मेला क्षेत्र में एंटी ड्रोन सिस्टम सक्रिय कर दिया गया है। पहले ही दिन हाईटेक एंटी ड्रोन सिस्टम ने बिना अनुमति के उड़ रहे दो ड्रोन को सफलतापूर्वक मार गिराया और निष्क्रिय कर दिया। ऑपरेटरों को नोटिस जारी किए गए हैं। ड्रोन रोधी प्रणाली के प्रबंधन के लिए विशेषज्ञों को लगाया गया है।
ऐसे करेगा श्रद्धालुओं की सुरक्षा
राजेश द्विवेदी ने आगे कहा, महाकुंभ नगर मेला क्षेत्र में बिना पूर्व अनुमति के ड्रोन उड़ाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। किसी भी ड्रोन संचालन के लिए पहले से पुलिस से अनुमति लेनी होगी। बिना अनुमति के ड्रोन संचालन करते पाए जाने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। श्रद्धालुओं की सुरक्षा जमीन ही नहीं आसमान से भी की जाएगी।
अखाड़ों की यात्रा हुई शुरू
वहीं, दूसरी ओर महाकुंभ में साधु-संतों का आना भी शुरू हो गया है। सबसे बड़े अखाड़े श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े की पेशवाई (छावनी प्रवेश) और किन्नर अखाड़े की देवत्व यात्रा शनिवार को मौजगिरि आश्रम से मेला क्षेत्र के लिए पूरी धूमधाम के साथ प्रारंभ हुई। जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि ने पेशवाई का नेतृत्व किया।
पूजा-अर्चना के साथ अखाड़े के साधु संत अपना प्रवास शुरू करेंगे। किन्नर अखाड़े के संत अपने शिविर में ठहरेंगे। जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि, महामंडलेश्वर स्वामी कपिल पुरी महाराज, स्वामी नरेंद्रानंद गिरि महाराज, जापान की माता कैला गिरि (केको आइकावा), स्वामी महेंद्रानंद गिरि, यूक्रेन की माता एनकिंडा लायला और अन्य महामंडलेश्वर शामिल थे।
Updated 07:31 IST, December 15th 2024