Published 18:41 IST, September 6th 2024
UP News: यूपी के इस बड़े शहर में मदरसे पर होगा बुलडोजर एक्शन! नोटिस भेज पूछा- क्यों ना हो कार्रवाई?
प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने मदरसा प्रबंधक को कारणा बताओ नोटिस जारी कर 18 सितंबर तक जवाब देने के लिए कहा है। संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर बुलडोजर एक्शन होगा।
- भारत
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Prayagraj News: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में जामिया हबीबिया मदरसे को जाली नोट छापने के आरोप में प्रयागराज विकास प्राधिकरण (Prayagraj Development Authority) ने बुधवार को सील कर दिया था। अब मदरसे को लेकर बुलडोजर एक्शन का नोटिस जारी किया गया है। PDA ने मदरसे के मकान मालिक को नोटिस भेजकर जवाब मांग है। PDA की तरफ से मदरसे का नक्शा पास नहीं है।
प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने मदरसे के प्रबंधक को कारणा बताओ नोटिस जारी कर 18 सितंबर तक जवाब देने के लिए कहा है। अगर संतोषजनक जवाब नहीं मिला, तो मदरसे पर बुलडोजर एक्शन होगा। मदरसे के बाहर भी एक नोटिस लगाया गया है। जिसमें लिखा है कि सील तोड़ना और पुनर्निर्माण करना अवैधानिक और दंडनीय अपराध है। जामिया हबीबिया मदरसा के ठीक बगल में रहने वाले लोगों ने रिपब्लिक भारत से बातचीत करते हुए कहा कहा यहां बच्चों का ब्रेन वाश किया जाता था।
विदेशी फंडिंग का शक
बताया जा रहा है कि ये जामिया हबीबिया मदरसा 84 साल पुराना है। इस मदरसे में 28 अगस्त को नकली नोट की फैक्ट्री पकड़ी गई थी। मदरसे में कई राज्यों के 76 बच्चे तालीम लेते थे। जांच में सामने आया है कि मदरसा पंजीकृत नहीं था और इसपर हर महीने 4 से 5 लाख रुपए खर्च होते थे। इसके बाद कई सवाल खड़े हुए जैसे- बिना पंजीकरण के मदरसा कैसे चल रहा था? मदरसा चलाने के लिए हर महीने इतना फंड कहां से आता था? क्या मदरसे को विदेशी फंडिंग भी होती थी? पुलिस इन तमाम सवालों को जवाब जुटाने में लगी है। पुलिस ने मदरसे के कार्यवाहक प्रिंसिपल मौलवी मोहम्मद तफसीरुल आरीफीन, मास्टरमाइंड जहीर खान और दो अन्य लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है।
बच्चों के मन में जहर भरने की कोशिश
पुलिस को 28 अगस्त को दबिश के दौरान इस मदरसे से पुलिस की दबिश में नकली नोटों के अलावा एक किताब भी मिली थी जिसका उर्दू से हिंदी में अनुवाद कराने पर पता चला कि वह एसएम मुशरिफ द्वारा 'आरएसएस देश का सबसे बड़ा आतंकवादी संगठन' शीर्षक से लिखी किताब है। इसे महाराष्ट्र के पूर्व आईजी एसएम मुशरिफ ने लिखा है। पुलिस का मानना है कि मदरसे का मौलवी मोहम्मद तफसीरुल आरिफीन इस किताब के जरिए RSS के खिलाफ बच्चों के मन में जहर भरने का काम करता था। इसी मामले में Local Intelligence Unit (LIU) और Anti-Terrorism Squad (ATS) की टीम ने मंगलवार को मदरसे के कर्मचारियों से पूछताछ की थी।
NSA के तहत होगी कार्रवाई
LIU के एक अधिकारी ने बताया कि मदरसा जामिया हबीबिया जाकर मदरसे के कर्मचारियों और छात्रों से पूछताछ की। हालांकि इस पूछताछ में कोई महत्वपूर्ण तथ्य निकलकर सामने नहीं आया। मदरसे के कर्मचारियों और छात्रों ने नकली नोट छापे जाने की जानकारी होने से इनकार किया है। प्रयागराज पुलिस ने जाली नोट बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए 28 अगस्त को 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया था। मदरसे में जाली नोट छापने वालों पर NSA के तहत कार्रवाई होगी। आरोपियों के बैंक अकाउंट और संपत्तियों की भी जांच होगी।
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Updated 18:41 IST, September 6th 2024