Search icon
Download the all-new Republic app:

पब्लिश्ड 14:38 IST, July 15th 2024

मुख्तार अंसारी को जेल में दिया गया पॉइजन, SC में बोला बेटा उमर, कोर्ट ने UP सरकार को जारी किया नोटिस

गैंगस्‍टर मुख्‍तार अंसारी की मौत को तीन महीने से ज्यादा का वक्त गुजर चुका है लेकिन उसके मरने को लेकर विवाद अभी भी जारी है।

Reported by: Ankur Shrivastava
mukhtar ansari | Image: PTI

Mukhtar Ansari Latest News: गैंगस्‍टर मुख्‍तार अंसारी की मौत को तीन महीने से ज्यादा का वक्त गुजर चुका है लेकिन उसके मरने को लेकर विवाद अभी भी जारी है। मुख्‍तार का परिवार शुरू से आरोप लगाते आ रहा है कि उसे बांदा जेल में स्‍लो पॉइजन दिया जा रहा था। इसे लेकर परिवार सुप्रीम कोर्ट में पहुंचा। आज (15  जुलाई) को मुख्तार अंसारी की मौत को लेकर दायर याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई।

मुख्तार के बेटे उमर अंसारी की तरफ से पेश वकील कपिल सिब्बल ने हिरासत में हुई मौत पर सवाल उठाया। सुनवाई के दौरान कपिल सिब्बल ने कहा कि आरोप है कि मुख्तार को जेल में जहर दिया गया। इसकी जांच जरूरी है। सिब्बल ने कहा कि उन्होंने इससे पहले मुख्तार अंसारी की बांदा जेल में जान का खतरे का अंदेशा जताते हुए सु्प्रीम कोर्ट का रुख किया था।

मगर अब मुख्तार की मौत हो चुकी है। लिहाजा ये याचिका निष्प्रभावी हो चुकी है। ऐसे में वो इस याचिका में संशोधन करके नई अर्जी दाखिल करना चाहते है। उन्होंने ऐसा करने के लिए अदालत की इजाजत मांगी।

सुप्रीम कोर्ट ने यूपी सरकार को जारी किया नोटिस

सुप्रीम कोर्ट ने अर्जी में संशोधन की उमर अंसारी की मांग पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली यूपी सरकार को नोटिस जारी किया है। यूपी सरकार के जवाब आने के बाद शीर्ष अदालत तय करेगी कि क्या संशोधित अर्जी को सुनवाई के लिए स्वीकार किया जाए या नहीं। मुख्तार अंसारी के बेटे उमर ने 2023 में सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी, जिसमें उसने कहा था कि उसके पिता की जान को खतरा है, इसलिए उसे यूपी की जेल से ट्रांसफर कर दिया जाए।

इसे भी पढ़ें- पीछे हुआ, टारगेट सेट और धांय...चीते की फुर्ती वाले स्नाइपर ने ट्रंप के हमलावर को ऐसे किया ढेर- VIDEO

 

 

अपडेटेड 14:45 IST, July 15th 2024

Recommended

Search icon
Home
Live TV
बजट
चुनाव
Quick
भारत
दुनिया
मनोरंजन
कारोबार
खेल
लाइफस्टाइल
वीडियो
वेब स्टोरीज
शोज
फोटो गैलरीज
शॉर्ट्स
टेक्नोलॉजी
धर्म और आध्यात्मिकता
वायरल
रक्षा
लेटेस्ट न्यूज़
प्रधान सेवक
Download the all-new Republic app: