पब्लिश्ड 16:30 IST, January 14th 2025
चाय पीने वाले सावधान! फूड डिपार्टमेंट की छापेमारी, नकली चायपत्ती बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़; असली-नकली की ऐसे करें पहचान
लखनऊ में फैक्ट्री चल रही थी जिसमें कलर डालकर जहरीली चायपत्ती बनाई जाती थी और आगे सप्लाई की जाती थी, इस फैक्ट्री से भारी मात्रा में नकली चायपत्ती बरामद हुई है।
- भारत
- 3 min read
Fake Tea News: लखनऊ में यूपी STF और फूड डिपार्टमेंट की छापेमारी में हैरान करने वाला खुलासा हुआ है, लगभग पूरा भारत सुबह की शुरुआत चाय की चुस्की से करता है, जरा सोचो उसी चाय में नकली चायपत्ती डली हो तो कितना बड़ा धक्का लगेगा, चाय से लोग भावनात्मक रूप से जुड़े होते हैं। इसलिए ये खबर जानना और भी जरूरी है कि लखनऊ में एक फैक्ट्री चल रही थी जिसमें कलर डालकर जहरीली चायपत्ती बनाई जाती थी और आगे सप्लाई की जाती थी, इस फैक्ट्री से भारी मात्रा में नकली चायपत्ती बरामद हुई है।
लखनऊ में मड़ियांव के फैजुल गंज के घर में ये नकली चायपत्ती बनाई जा रही थी, यहां एक बड़ी फैक्ट्री थी जिसमें कर्मचारी नकली चायपत्ती बनाने का काम कर रहे थे, यूपी STF और फूड डिपार्टमेंट ने छापेमारी कर इस नकली चाय पत्ती की फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया। चाय भारत में सबसे ज्यादा पी जाती है। कोई सुबह अखबार से साथ चाय पीता है तो कोई आंखें खुलते ही चाय मांगता है। भारत में चायपत्ती की बड़े स्तर पर डिमांड है।
ब्रांडेंड कंपनियों के पैकेट में नकली चायपत्ती
चायपत्ती की इस फैक्ट्री में सस्ती और घटिया क्वालिटी की चायपत्ती जहरीले रंग में रंगा जाता था। जिसके बाद इसे ब्रांडेड कंपनियों के नाम पर पैक किया जाता जाता था। इस नकली चायपत्ती की सप्लाई लखनऊ और आसपास के इलाकों में हो रही थी। ऐसे में सतर्क रहने की सलाह दी जाती है कि घर में इस्तेमाल होने वाली चाय असली हो।
चायपत्ती पहचानने के आसान तरीके
आजकल खाने-पीने की चीजों में मिलावट आम बात हो गई है। चायपत्ती जैसी रोजमर्रा की चीज भी इस गंदे खेल से अछूती नहीं रही है। आपको जानकर हैरानी होगी कि कुछ चायपत्ती में लोहे का चूरा, सूखा गोबर, लकड़ी का बुरादा और केमिकल रंग जैसे हानिकारक पदार्थ मिलाए जाते हैं। ऐसी मिलावटी चाय का सेवन शरीर को बीमारियों का घर बना सकता है। इससे पाचन संबंधी समस्याएं और एलर्जी का खतरा बढ़ जाता है। खबर के साथ यहां हम आपको कुछ ऐसे आसान तरीके भी बताएंगे, जिनसे आप घर बैठे चायपत्ती की शुद्धता जांच सकते हैं।
1. कलर टेस्ट
चायपत्ती को परखने का सबसे आसान तरीका है रंग का टेस्ट करें। एक कांच के गिलास में नींबू का रस और थोड़ी चायपत्ती डालें। अगर कुछ देर बाद नींबू का रस पीला या हरा हो जाता है, तो चायपत्ती शुद्ध है। लेकिन अगर रस का रंग संतरी या किसी और रंगों में बदल जाए, तो समझ जाएं कि चायपत्ती में मिलावट पाई जा सकती है।
2. टिश्यू पेपर टेस्ट
टिश्यू पेपर का इस्तेमाल करते भी चायपत्ती की जांच की जा सकती है। इसके लिए दो चम्मच चायपत्ती को टिश्यू पेपर पर रखें और थोड़ा पानी छिड़कें। फिर इसे धूप में सुखा दें। अगर टिश्यू पेपर पर रंगीन धब्बे दिखे, तो चायपत्ती मिलावटी है। शुद्ध चायपत्ती से टिश्यू पेपर साफ रहता है।
3. कोल्ड वॉटर टेस्ट
ठंडे पानी से चायपत्ती परखने का यह आसान तरीका है। एक गिलास ठंडे पानी में दो चम्मच चायपत्ती डालें। अगर पानी धीरे-धीरे रंग छोड़े और रंग गाढ़ा होने में समय ले, तो चायपत्ती असली है। लेकिन अगर पानी का रंग तुरंत बदल जाए, तो समझ लें कि चायपत्ती में मिलावट है।
4. खुशबू से पहचानें
शुद्ध चायपत्ती की खुशबू नेचुरल और ताजी होती है। अगर आपको चायपत्ती सूंघने पर कोई केमिकल या आर्टिफिशियल गंध सी महसूस हो, तो यह मिलावटी हो सकती है।
अपडेटेड 18:32 IST, January 14th 2025