Published 16:45 IST, October 16th 2024
सिद्धरमैया MUDA घोटाले में सिर से पांव तक लिप्त, तुरंत पद से इस्तीफा दें: BJP ने उठाई मांग
संबित पात्रा ने कहा कि एमयूडीए के अध्यक्ष का इस्तीफा और सिद्धरमैया द्वारा जमीन वापस करने की पेशकश से साफ होता है कि घोटाले में वो सिर से पांव तक लिप्त हैं।
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Karnataka: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बुधवार को कहा कि मैसुरु शहरी विकास प्राधिकरण (एमयूडीए) भूखंड आवंटन घोटाला मामले में मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ‘सिर से पांव तक’ लिप्त हैं, लिहाजा उन्हें तत्काल अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। भाजपा ने यह मांग एमयूडीए के अध्यक्ष के मारीगौड़ा के इस्तीफे के बाद की। सिद्धरमैया की पत्नी पार्वती बीएम को जमीन आवंटन में कथित अनियमितताओं को लेकर उठे विवाद के बीच मारीगौड़ा ने बुधवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
भाजपा मुख्यालय में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा, ‘‘एमयूडीए के अध्यक्ष का इस्तीफा और सिद्धरमैया द्वारा जमीन वापस करने की पेशकश से साफ होता है कि इस घोटाले में मुख्यमंत्री सिर से पांव तक खुद लिप्त हैं। इस बारे में अब कोई संदेह नहीं है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं सिद्धरमैया से कहना चाहता हूं कि अगर आपमें थोड़ी भी नैतिकता बची है तो आपको तुरंत पद छोड़ देना चाहिए। आपको आज के सूर्यास्त का इंतजार भी नहीं करना चाहिए।’’
एमयूडीए भूखंड आवंटन घोटाले मामले में लोकायुक्त पुलिस ने 25 सितंबर को विशेष न्यायालय के आदेश के बाद 27 सितंबर को सिद्धरमैया, उनकी पत्नी पार्वती बी एम, उनके करीबी रिश्तेदार मल्लिकार्जुन स्वामी, देवराजू (जिनसे मल्लिकार्जुन स्वामी ने जमीन खरीदकर पार्वती को उपहार में दी थी) तथा अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया था।
इसके बाद प्रवर्तन निदेशालय ने भी 30 सितंबर को मुख्यमंत्री के खिलाफ प्रवर्तन मामला सूचना रिपोर्ट (ईसीआईआर) दर्ज की, जिसमें एमयूडीए की ओर से उनकी पत्नी पार्वती बी एम को 14 भूखंडों के आवंटन में कथित अनियमितताएं करने का आरोप है।
मुख्यमंत्री सिद्धरमैया की पत्नी पार्वती द्वारा भूखंड लौटाने की पेशकश किये जाने के बाद, एमयूडीए ने उन्हें आवंटित 14 भूखंडों को वापस लेने का एक अक्टूबर को फैसला किया था। सिद्धरमैया ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों और अपने इस्तीफे की मांग को खारिज किया है।
Updated 16:45 IST, October 16th 2024