Published 19:12 IST, December 23rd 2024
Sambhal Violence: संभल हिंसा के दंगाइयों को पाताल से भी निकालेगी पुलिस! घटनास्थल पर सीन किया रीक्रिएट
Sambhal Violence: संभल हिंसा के दंगाइयों को ढूंढ़ निकालने के लिए पुलिस ने पाताल का जोर लगा दिया है। पुलिस ने FSL टीम के साथ फिर से क्राइम सीन रिक्रिएट किया।
- भारत
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संभल के जामा मस्जिद में सर्वे करने पहुंची ASI टीम पर हमले के बाद भड़की हिंसा को लेकर एक्शन तेज हो गया है। संभल हिंसा के दंगाइयों को खोज निकालने के लिए अब घटनास्थल पर फिर से सीन रिक्रिएट किया जा रहा है। संभल में फॉरेंसिक टीम ने हिंसा वाली जगह का मुआयना किया है।
फॉरेंसिक टीम जामा मस्जिद के आसपास जिस जगह हिंसा हुई थी आज उस लोकेशन पर जाकर मुआयना किया। बताया जा रहा है कि यह फॉरेंसिक टीम आगरा से आई है। इस दौरान एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई सहित जिले के आला अधिकारी भी FSL टीम के साथ मौजूद रहे।
कब्रिस्तान से गोली के खोखे बरामद
संभल हिंसा के बाद प्रभावित क्षेत्रों में पुलिस द्वारा चलाए जा रहे सर्च ऑपरेशन में एक बार फिर तीन कारतूस बरामद हुए। ये कारतूस हिंसा वाली जगह से कुछ ही दूरी पर कब्रिस्तान के पास मिली है। जो करतूस बरामद हुए हैं उनमें किया गया है 7.65 बोर का एक कारतूस खोखा और 12 बोर के दो मिसफायर कारतूस हैं। 12 बोर के कारतूसों में एक मेड इन यूएसए है। ASP श्रीश चंद्र ने बताया कि पाकिस्तान ऑर्डनेंस फैक्ट्री के 9 MM के 2 मिसफायर और 1 खोखा बरामद हुआ है। इसके अलावा 12 बोर के 2 खोखे और 32 बोर के 2 खोखे बरामद हुए। एक खोखा विनचेस्टर मेड इन USA का है। 19 नवंबर को हिंदू पक्ष ने चंदौसी कोर्ट में दावा किया था कि शाही जामा मस्जिद हरिहर मंदिर है। मामला कोर्ट में पहुंचा। अदालत के आदेश के बाद 24 नवंबर को मस्जिद के सर्वे के दौरान हजारों की भीड़ ने पुलिस पर पत्थरबाजी और फायरिंग कर दी। इस हिंसा में 4 लोगों की मौत हो गई और 20 से अधिक पुलिसकर्मी घायल हुए।
संभल दंगों को लेकर जब सदन में गरजे योगी
सोमवार (16 दिसंबर) को उत्तर प्रदेश विधानसभा शीतकालीन सत्र में सीएम योगी ने संभल दंगों को लेकर विपक्ष को जमकर लताड़ा। इस दौरान सीएम योगी ने संभल में हुए दंगों का इतिहास का जिक्र करते हुए बताया कि कब-कब संभल में दंगे हुए और हर दंगों में कितने लोगों की मौत हुई। सीएम योगी जब दंगों की कहानी बयां कर रहे थे तो सदन में सन्नाटा पसर गया था। संभल दंगों पर विपक्ष की हायतौबा को सीएम योगी ने घड़ियाली आंसू बताते हुए सवाल खड़ा किया कि आखिर इन निर्दोष हिन्दुओं की हत्या पर किसी भी सरकार ने कभी दो शब्द भी नहीं कहे। किसी ने उनके परिजनों से जाकर कभी उनको सांत्वना भी नहीं दी।
विपक्ष को सदन में जमकर लताड़ा
विपक्ष को घेरते हुए सीएम योगी ने कहा, “ये लोग जो आज घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं। महोदय 1978 में जो दंगा हुआ था वो किस प्रकार की स्थिति थी, वहां पर एक वैश्य जिसने सबको पैसा उधार दे रखा था और इस बात को मानता था कि मैं तो सबको पैसा देता हूं। मेरे यहां तो सब व्यवसाय के साथ जुड़े हुए हैं। अगल-बगल के हिन्दू दंगा होने के बाद उनके घर में इकट्ठा होते हैं। इकट्ठा होने के बाद उनको घेर लिया जाता है। जब वो चारों तरफ से घिर जाते हैं तो कहते हैं कि भाई आप हमें क्यों घेर रहे हैं? तब दंगाई कहते हैं कि तुम इन हाथों से पैसा मांगोगे इसलिए उनके हाथ काटे जाते हैं, फिर उनके पैर काटे जाते हैं और फिर उनका गला रेतकर उनकी हत्या की जाती है। ये लोग सौहार्द की बात करते हैं शर्म नहीं आती इन लोगों को सौहार्द के बारे में चर्चा करते हुए।”
सीएम योगी ने सदन में संभल में हुए साल 1947 के बाद से अब तक हुए दंगों का जिक्र करते हुए बताया, "एक लंबा सिलसिला है इस संभल का। संभल में दंगों का इतिहास 1947 से ही प्रारंभ होता है। 1947 में दंगों से एक मौत होती है, 1948 में 6 लोग दंगों में मारे जाते हैं। 1958 में और 1962 में भी दंगा होता है, 1976 में भी दंगे में 5 लोगों की मौत वहां पर हुई थी और 1978 में 184 हिन्दुओं को वहां पर सामूहिक रूप से जिंदा जला दिया गया था। 184 हिन्दुओं की हत्या हुई थी और जलाया भी गया था और लगातार वहां पर कई महीनों तक कर्फ्यू लगा हुआ था फिर 1980 में वहां पर दंगा हुआ था एक मौत हुई थी 1982 में फिर दंगा हुआ एक मौत हुई 1986 में फिर दंगा हुआ 4 लोग मारे गए 1990 में दंगा हुआ फिर 1992 में दंगे में 5 मौतें हुईं। 1996 में दो मौतें हुईं लगातार ये सिलसिला चलता रहा 1947 से लेकर अब तक। 209 हिन्दुओं की निर्मम हत्या हुई है संभल के अंदर और एक भी बार किसी भी सरकार ने उन निर्दोष हिन्दुओं के लिए दो शब्द भी नहीं कहे होंगे। उनके परिवारों के लिए किसी ने एक शब्द भी नहीं कहे।"
Updated 19:33 IST, December 23rd 2024