पब्लिश्ड 15:46 IST, January 22nd 2025
मणिपुर में BJP को झटका, नीतीश की पार्टी JDU ने बीजेपी सरकार से समर्थन वापस लिया
Manipur news: नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली जनता दल यूनाइटेड ने एन. बिरेन सिंह को बड़ा झटका देते हुए मणिपुर की BJP सरकार से समर्थन वापस ले लिया है।
- भारत
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Nitish Kumar News: मणिपुर में जारी अशांति के बीच, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली जनता दल यूनाइटेड (JDU) ने एन. बिरेन सिंह को बड़ा झटका दिया है। JDU ने मणिपुर की BJP सरकार से समर्थन वापस ले लिया है। हालांकि इस घटनाक्रम का सरकार की स्थिरता पर कोई असर नहीं पड़ेगा, लेकिन यह एक कड़ा संदेश है, क्योंकि JDU केंद्र और बिहार में BJP की प्रमुख सहयोगी पार्टी है।
नीतीश कुमार की JDU ने 2022 में मणिपुर BJP के साथ गठबंधन किया था। अब JDU ने सत्तारूढ़ सरकार से समर्थन वापस ले लिया है। 2022 के चुनाव में JDU की 6 सीटों पर जीत हुई थी, लेकिन अब राज्य में JDU का महज एक विधायक है। JDU के एकमात्र विधायक अब विपक्षी बेंचों पर बैठे नजर आएंगे। इससे पहले सितंबर, 2024 में JDU के 5 विधायक BJP में शामिल हो गए थे। इससे पहले अरुणाचल प्रदेश में भी JDU का एकमात्र विधायक BJP में शामिल हो गया था।
विधानसभा में मजबूत
अब सवाल ये है कि JDU के समर्थन वापस लेने से मणिपुर में एन बीरेन सिंह सरकार गिर सकती है? तो इसका सीधा जवाब है नहीं। पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में JDU के समर्थन लेने से सरकार पर कोई असर नहीं पड़ेगा। 60 सीटों वाली मणिपुर विधानसभा में बहुमत के लिए 31 विधायकों की जरूरत होती है। 2022 में हुए मणिपुर विधानसभा चुनाव के नतीजों में BJP ने बहुमत से अधिक 32 सीटें जीती थीं। इसके बाद JDU के 5 विधायक भी औपचारिक रूप से BJP में शामिल हो गए थे।
बिहार विधानसभा चुनाव
करीब दो सालों से हिंसा झेल रहे मणिपुर में BJP सरकार पहले से ही कानून-व्यवस्था को लेकर विपक्ष का दबाव झेल रही है। बिहार में इसी साल अक्टूबर के आसपास विधानसभा चुनाव होने हैं। नीतीश कुमार के इस फैसले के दिल्ली से लेकर बिहार तक कई मायने निकाले जाएंगे। JDU केंद्र और बिहार में BJP की प्रमुख सहयोगी पार्टी है। JDU के इस फैसले को सीट बंटवारे के लिए BJP पर दबाव की रणनीति के तौर पर भी देखा जाएगा।
बतादें, मई 2023 से मणिपुर में इंफाल घाटी स्थित बहुसंख्यक मेइती समुदाय और आसपास की पहाड़ियों पर रहने वाले कुकी-जो समुदाय के बीच जातीय हिंसा में 260 से अधिक लोग मारे गए हैं और हजारों लोग बेघर हुए हैं।
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अपडेटेड 16:22 IST, January 22nd 2025