Published 20:36 IST, December 17th 2024
'खड़गे साहब किया है तो सुनना पड़ेगा...', शाह के इस बयान पर राज्यसभा में कांग्रेस का जोरदार हंगामा
Rajya Sabha: अमित शाह ने राज्यसभा में बताया कि BJP ने 16 साल के शासन में 22 बार और कांग्रेस ने 55 साल में 77 बार संविधान में संशोधन किए हैं।
- भारत
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Parliament Winter Session: मंगलवार को सदन में संविधान को लेकर हुई चर्चा पर गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा ने जवाब दिया। उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि संविधान में चार संशोधन गलत नीयत से किए गए थे। संविधान की रचना के बाद डॉ. अंबेडकर ने बहुत सोच समझकर एक बात कही थी कि कोई संविधान कितना भी अच्छा हो, वह बुरा बन सकता है, अगर जिन पर उसे चलाने की जिम्मेदारी है, वो अच्छे नहीं हों।
अमित शाह ने राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा कि आज 54 साल के युवा हवा में बात करके कहते हैं कि संविधान बदल देंगे। उन्होंने कहा कि संविधान बदलने का प्रावधान खुद संविधान के अनुच्छेद 368 में है। BJP ने 16 साल के शासन में 22 बार और कांग्रेस ने 55 साल में 77 बार संशोधन किए। जब अमित शाह ने कांग्रेस राज में हुए संविधान संशोधन के बारे में बताया तो कांग्रेस ने जमकर हंगामा किया। इसपर शाह ने मल्लिकार्जुन खड़गे को कहा कि ‘खड़गे साहब किया है तो सुनना पड़ेगा।’
संविधान के 4 संशोधन
अमित शाह ने कहा कि 'मुझे 30 साल हो गए विधानसभा, लोकसभा और राज्यसभा में बैठते हुए। संसद में भाषण देने का मेरा लंबा अनुभव है। वह विरोध तभी कर सकते हैं जब मेरी बात सच ना हो। संविधान संशोधन नंबर-1 कंट्रोल करने के लिए ही लाया गया था। संविधान का पहला संशोधन 1951 में, लोकसभा बनने से पहले ही, अभिव्यक्ति की आजादी पर अंकुश लगाने के लिए किया गया और जवाहरलाल नेहरू के लिए लाया गया था। अमित शाह ने संविधान संशोधन के बारे में बताते हुए कहा-
24 वां संविधान संशोधन- 5 नवंबर, 1971 को इंदिरा गांधी सरकार ने संविधान में 24वां संशोधन किया था। इसके माध्यम से संसद को नागरिकों के मौलिक अधिकार कम करने का अधिकार दिया गया।
39वां संविधान संशोधन- अमित शाह ने कहा कि इसमें 'कांग्रेस ने इंतिहा ही करदी, सब सीमाओं को लांघ दिया गया। 10 अगस्त, 1975 के दिन का संविधान के इतिहास में काले अक्षरों से जिक्र होगा। इंदिरा गांधी के चुनाव को इलाहाबाद हाई कोर्ट ने अमान्य घोषित किया। उन्होंने संशोधन से प्रधानमंत्री पद की न्यायिक जांच पर भी रोक लगा दी। आपको जो करना है करो, कोई जांच नहीं।' आपको बतादें कि देश में 1975 में आपातकाल लगा था।
भारतीय संविधान का 42वां संशोधन- संविधान के 42वां संशोधन से 3 जनवरी को लोकसभा और राज्य विधानसभाओं का कार्यकाल 5 से बढ़ाकर 6 साल कर दिया गया। अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस को चुनाव में हार जाने का डर था।
जब सदन में अमित शाह संविधान संशोधन का जिक्र कर विपक्ष पर निशाना साध रहे थे, तो कांग्रेस सांसद जमकर हंगामा कर रहे थे। शाह ने कहा कि वोटबैंक की राजनीति कांग्रेस करती है, वोटबैंक की राजनीति हम नहीं कर रहे हैं। वोटबैंक की राजनीति करके मुस्लिम बहनों के साथ इतने दिनों तक अन्याय करने का काम कांग्रेस पार्टी ने किया है। हमने तो ट्रिपल तलाक समाप्त करके मुस्लिम माताओं-बहनों को अधिकार दिया। धर्म के आधार पर आरक्षण लागू करने पर अमित शाह ने कहा कि जब तक संसद में भारतीय जनता पार्टी का एक भी सांसद रहेगा, हम धर्म के आधार पर आरक्षण लागू नहीं होने देंगे।
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Updated 20:36 IST, December 17th 2024