Published 23:49 IST, September 25th 2024
नितिन गडकरी बोले- ‘हरियाणा में केवल BJP-कांग्रेस का चुनाव नहीं, समग्र कल्याण का चुनाव है’
हरियाणा और पंजाब को अनाज का भंडार बताते हुए गडकरी ने कहा कि मेहनती किसान यहां एक एकड़ में जितना अनाज पैदा करते हैं, उतना देश के किसी अन्य कोने में संभव नहीं है।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बुधवार को कहा कि पांच अक्टूबर को हरियाणा में होने वाला विधानसभा चुनाव केवल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस के बीच मुकाबला नहीं है, बल्कि यह हरियाणा के लोगों के समग्र कल्याण के लिए है और इसके लिए उनकी पार्टी प्रतिबद्ध है।
भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार के तहत पिछले 10 वर्षों के दौरान देश और हरियाणा में किए गए विकास कार्यों पर प्रकाश डालते हुए, केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री ने कहा कि यह इसलिए संभव हुआ क्योंकि ‘‘सही सरकार आई, सही नीति बनी’’।
थानेसर (कुरुक्षेत्र) विधानसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार सुभाष सुधा के पक्ष में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए गडकरी ने कहा कि यह चुनाव ‘‘केवल भाजपा और कांग्रेस के बीच नहीं है, बल्कि हरियाणा के लोगों के समग्र कल्याण के लिए है, जिसके लिए भाजपा प्रतिबद्ध है।’’
हरियाणा और पंजाब को अनाज का भंडार बताते हुए उन्होंने कहा कि मेहनती किसान यहां एक एकड़ में जितना अनाज पैदा करते हैं, उतना देश के किसी अन्य कोने में संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि ऐसे में केंद्र सरकार किसानों की समृद्धि के लिए बड़ी योजना पर काम कर रही है। इससे किसान अब अन्नदाता ही नहीं बल्कि ऊर्जादाता भी बनेगा।
गडकरी ने कहा कि जब वह यहां आ रहे थे तो उन्होंने कुछ स्थानों पर पराली जलती हुई देखी। उन्होंने कहा, ‘‘मैं किसानों से पराली न जलाने की अपील करूंगा। अब नई तकनीक आ गई है।’’ उन्होंने कहा कि हमारे देश में पराली से बायो-सीएनजी और बायो-एलएनजी तैयार किए जाने वाले करीब 400 संयंत्र प्रक्रियाधीन हैं और पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, कर्नाटक तथा महाराष्ट्र में 60 प्लांट शुरू हो चुके हैं। इस ईंधन से स्कूटर, कार और ट्रक जैसे वाहन चलाए जा सकते हैं।
गडकरी ने कहा, ‘‘पिछले 10 सालों में देश बदल रहा है। कहीं एक्सप्रेसवे बन रहे हैं तो कहीं रोपवे। कश्मीर से कन्याकुमारी तक इन एक्सप्रेसवे की वजह से भारत में आवागमन की सुगमता बढ़ी है।’’ उन्होंने कहा कि हरियाणा को हर जगह हाईवे और एक्सप्रेसवे से जोड़ा जा रहा है। अब यहां से चंद घंटों में दिल्ली और मुंबई जाना आसान हो गया है। कुरुक्षेत्र से अपने जुड़ाव को याद करते हुए गडकरी ने कहा कि कई साल पहले पार्टी ने उन्हें हरियाणा की जिम्मेदारी दी थी और वह कई महीनों तक कुरुक्षेत्र, यमुनानगर में रहे थे।
(Note: इस भाषा कॉपी में हेडलाइन के अलावा कोई बदलाव नहीं किया गया है)
Updated 23:49 IST, September 25th 2024