पब्लिश्ड 10:28 IST, August 23rd 2024
बड़ी संख्या में मुसलमानों को इकट्ठा करेंगे और फिर... वफ्फ बिल पर संग्राम! मौलाना मदनी का भड़काऊ बयान
वक्फ संशोधन बिल को लेकर सियासी बयानबाजी जारी है। अब जमीयत उलेमा ए हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने बिल को लेकर भड़काऊ बयान दिया है।
- भारत
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वक्फ संशोधन विधेयक हाल ही में लोकसभा में पेश किया गया था। इस बिल पर विपक्षों दलों ने सदन के अंदर विरोध जताया था। अब बिल को लेकर देशभर में राजनीति गरमाई हुई है। बिल को संसद के जॉइंट पार्लियामेंट्री कमेंटी (JPC) के पास भेज दिया गया है। गुरुवार को दिल्ली स्थित संसद भवन एनेक्सी में JPC की पहली बैठक हुई। इस बीच जमीयत उलेमा ए हिंद और ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौलाना अरशद मदनी ने बिल को लेकर भड़काऊ बयान दिया है।
वक्फ संशोधन विधेयक को विस्तार से चर्चा के बाद संसद में दोबारा से पेश किया जा सकता है। मगर इस बीच बिल को लेकर सियासी बयानबाजी भी जारी है। जमीयत उलेमा ए हिंद और ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा किया कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू ने वक्फ बिल का विरोध करने की बात कही है। वहीं, मौलाना अरशद मदनी ने बिल को लेकर भड़काऊ बयान दिया है।
हमारी लड़ाई हुकूमत से हैं-मदनी
जमीयत उलेमा ए हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने कहा कि अगर बिल को आज नहीं बदला गया तो इंडिया गठबंधन की सरकार इसे बदलेगी। हजारों मस्जिदों और पचासों हजार एकड़ से ऊपर की जमीन पर कब्जा कर लिया जाएगा। यही इस सरकार की योजना है और हम उनके कागजात कहां से लाएंगे। हमारी लड़ाई हुकूमत से हैं, हम हुकूमत के ऊपर बिल को वापस लेने के दवाब डालेंगे।
मौलाना मदनी का भड़काऊ बयान
मौलाना मदनी यहीं नहीं रूको उन्होंने आगे कहा कि हम सरकार पर बिल को वापस लेने के लिए दवाब डालेंगे और सरकार अगर नहीं मानी तो जो हुकूमते अलग-अलग सूबों के अंदर सियासत कर रही है, वहां मुसलमान को इकट्ठा करेंगे। इतनी बड़ी संख्या में इकट्ठा करेंगि कि सरकार को झुकना पड़ेगा और जवाब देना पड़ेगा। केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए मदनी ने कहा कि ये सरकार कुछ ऐसा काम करनी चाहती कि जिससे मुसलमानों को नुकसान हो।
अरशद मदनी और मौलाना खालिद सैफुल्ला रहमानी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संयुक्त रूप से संबोधित करते हुए कहा कि हम इस बिल का लोकतांत्रिक तरीके से विरोध करेंगे और अगर जरूरत पड़ी तो राष्ट्रीय स्तर पर भी प्रदर्शन किया जाएगा। जेपीसी के लिए अभी तक हमें कोई बुलावा नहीं आया मगर हमनें अपनी तरफ से दस्तावजे तैयार कर लिए हैं कि बिल से कहां-कहां और कैसे मुसलमानों को नुकसान है।
अपडेटेड 10:28 IST, August 23rd 2024