Published 23:52 IST, September 9th 2024
साइबर ठगों के खिलाफ कार्रवाई में पुलिस ने 2.36 लाख संदिग्ध सिम बंद करवाए
राजस्थान पुलिस ने साइबर ठगों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए अब तक 2.36 लाख संदिग्ध सिम बंद या ब्लॉक करवाए हैं।
राजस्थान पुलिस ने साइबर ठगों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए अब तक 2.36 लाख संदिग्ध सिम बंद या ब्लॉक करवाए हैं। इसके साथ ही दो लाख से अधिक आईएमईआई नंबर भी ब्लॉक करवाए गए हैं।
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि बीते दो महीने में पुलिस ने 5000 से ज्यादा चोरी व गुम हुए मोबाइल बरामद कर उनके मालिकों को लौटाए हैं।
इसके अनुसार साइबर अपराधों पर पर लगाम लगाने के लिए राज्य के मेवात क्षेत्र में चलाये गये "ऑपरेशन एंटीवायरस" में राजस्थान पुलिस ने भारत सरकार और दूरसंचार विभाग से समन्वय करते हुए 2.36 लाख संदिग्ध सिम एवं 2.29 लाख आईएमईआई नंबर ब्लॉक करवाए हैं।
पुलिस महानिदेशक (साइबर अपराध) हेमंत प्रियदर्शी ने बताया कि साइबर अपराधों का चुनौती के रूप में लेते हुए पुलिस ने मेवात क्षेत्र में 'ऑपरेशन एंटीवायरस' के तहत साइबर अपराधियों के डेटाबेस के आधार पर पहचान कर उनके विरुद्ध प्रभावी कार्रवाई की है। इसके कारण मेवात क्षेत्र में साइबर अपराध में भारी कमी आई है।
पुलिस ने 2.36 लाख के आसपास संदिग्ध सिम एवं करीब 2.29 लाख संदिग्ध आईएमईआई वाले मोबाइल हैंडसेट की पहचान कर भारत सरकार के दूरसंचार विभाग से संपर्क कर ब्लॉक करवाया गया है, जिसके कारण साइबर क्राइम के अपराध में कमी आई है।
प्रियदर्शी ने बताया कि मोबाइल चोरी होने या खोने के बारे में आमजन द्वारा दर्ज शिकायतों के संबंध में सभी जिला पुलिस अधीक्षकों को अभियान चलाने के निर्देश दिए गए थे।
उन्होंने बताया कि पिछले दो महीनों में राज्य भर में 5000 से अधिक गुमशुदा मोबाइल 'ट्रेस' करने में सफलता मिली है। इनमें से अधिकतर मोबाइल जिला पुलिस अधीक्षकों के माध्यम से उनके मालिकों को वापस लौटाये गये हैं, शेष मोबाइल भी लौटने की कार्रवाई जारी है।
Updated 23:52 IST, September 9th 2024