पब्लिश्ड 17:32 IST, September 8th 2024
100 साल के हुए द्वितीय विश्वयुद्ध के समय के पूर्व सैनिक चरण सिंह, सेना ने मनाया जन्मदिन
7 सितंबर 1924 को जन्मे लांस नायक चरण सिंह ने सेना में अपने शानदार करियर में द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान आर्मी सर्विस कोर के साथ काम किया।
- भारत
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द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान सेना में अपनी सेवाएं देने वाले और प्रतिष्ठित बर्मा स्टार पुरस्कार से सम्मानित लांस नायक चरण सिंह (सेवानिवृत्त) 100 वर्ष के हो गए हैं। सेना ने शनिवार को हिमाचल प्रदेश में उनके घर पर उनका सौवां जन्मदिन मनाया। ब्रिगेडियर के नेतृत्व में एक टीम सिंह के परिवार के साथ जश्न में शामिल हुई और इस दौरान एक केक काटा गया।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने रविवार को कहा कि 7 सितंबर, 1924 को जन्मे सिंह का सेना में सफर 26 अगस्त, 1942 को फिरोजपुर छावनी में शुरू हुआ था। लांस नायक चरण सिंह ने सेना में अपने शानदार करियर में द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान ‘आर्मी सर्विस कोर’ के साथ काम किया। अधिकारी ने कहा कि उनकी सेवा उन्हें सिंगापुर से लाहौर और अंततः हिमाचल प्रदेश के योल छावनी तक ले आई। सेना ने कहा, “वर्षों के उनके समर्पण के लिए उन्हें प्रतिष्ठित बर्मा स्टार अवार्ड और भारतीय स्वतंत्रता पदक से सम्मानित किया गया। 17 साल की सेवा के बाद, वह 17 मई, 1959 को भारतीय सेना से सेवानिवृत्त हुए थे।”
अधिकारी ने कहा कि अब हिमाचल प्रदेश के डेकवाला गांव में रहने वाले सिंह अपने चार बेटों और दो बेटियों के साथ रहते हैं। अधिकारी ने कहा कि भारतीय सेना अपनी समृद्ध परंपराओं तथा अपने दिग्गजों को सम्मानित करने और राष्ट्र के प्रति उनके योगदान को स्वीकार करने की प्रतिबद्धता के लिए जानी जाती है। उन्होंने कहा कि लांस नायक चरण सिंह की शताब्दी मनाना भारतीय सेना द्वारा यह संदेश देने का एक तरीका है कि "जो एक बार सैनिक बन जाता है, वह हमेशा सैनिक ही रहता है, वह हमेशा सेना परिवार का हिस्सा रहता है।" सेना ने कहा, "हमें याद रखना चाहिए कि हमारे सेवानिवृत्त सैनिक कल के सैनिक हैं, जिन्होंने न केवल देश की सेवा की है, बल्कि सभी सैनिकों और नागरिकों के लिए समर्पण और बलिदान के मानक स्थापित किए हैं।"
अपडेटेड 17:32 IST, September 8th 2024