Published 13:19 IST, December 28th 2024
पंचतत्व में विलीन हुए मनमोहन सिंह, राजकीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार; पूर्व प्रधानमंत्री की बेटी ने दी मुखाग्नि
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पंचतत्व में विलीन हो गए हैं। दिल्ली के निगमबोध घाट पर पूरे राजकीय सम्मान के साथ मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार किया गया है।
- भारत
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Manmohan Singh laid to rest: पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पंचतत्व में विलीन हो गए हैं। आर्थिक सुधारों के जनक, राजनीति में सादगी और सौम्यता के प्रतीक बने मनमोहन सिंह का दिल्ली के निगमबोध घाट पर पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया है। पूरे देश ने नम आंखों से पूर्व प्रधानमंत्री को अंतिम विदाई दी। हमेशा नीली पगड़ी पहनने वाले मनमोहन सिंह का गुरुवार देर शाम निधन हुआ था। वो 92 साल के थे।
दिल्ली के निगमबोध घाट पर मनमोहन सिंह का सिख धर्म के अनुष्ठानों के साथ अंतिम संस्कार किया गया। मनमोहन सिंह के पार्थिव शरीर को चंदन की लकड़ी की चिता पर रखा गया। पूर्व प्रधानमंत्री की बेटी ने मनमोहन सिंह की चिता को मुखाग्नि दी। इस दौरान पूर्व प्रधानमंत्री को 21 तोपों की सलामी दी गई। मनमोहन सिंह की अंत्येष्टि के समय उनकी पत्नी गुरशरण कौर, तीनों बेटियां और कई रिश्तेदार मौजद थे।
राष्ट्रपति-PM मोदी ने दी मनमोहन सिंह को अंतिम विदाई
मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार से पहले उनके पार्थिव शरीर को निगमबोध घाट पर अंतिम दर्शन के लिए रखा गया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी और तमाम हस्तियों ने मनमोहन सिंह को अंतिम विदाई दी। भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक और मॉरीशस के विदेश मंत्री धनंजय रामफुल भी निगमबोध घाट पर गए थे,जिन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को श्रद्धासुमन अर्पित किए।
मनमोहन सिंह के पार्थिव शरीर को शनिवार सुबह उनके घर से कांग्रेस मुख्यालय लाया गया था। यहां कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। उसके बाद कांग्रेस मुख्यालय से निगमबोध घाट तक उनकी अंतिम यात्रा शुरू हुई थी। मनमोहन की अंतिम यात्रा के समय कांग्रेस के कार्यकर्ता 'जब तक सूरज चांद रहेगा, मनमोहन आपका नाम रहेगा' और 'मनमोहन सिंह अमर रहें' के नारे लगाते रहे। मनमोहन सिंह का पार्थिव शरीर आर्मी के वाहन में रखा गया था, उसमें कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, मनमोहन सिंह के परिवार के कुछ सदस्य और कांग्रेस के कुछ नेता भी बैठे थे।
Updated 13:41 IST, December 28th 2024