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पब्लिश्ड 11:57 IST, June 7th 2024

'ये मतलब की यारी', दिल्ली में टूट गया कांग्रेस-AAP का गठबंधन! BJP बोली- यही INDI का असली चेहरा

दिल्ली के मंत्री गोपाल राय ने ऐलान किया कि AAP कांग्रेस के साथ किसी भी तरह के गठबंधन के बिना विधानसभा चुनाव लड़ेगी। इस पर बीजेपी ने हमला बोला है।

Reported by: Digital Desk
Edited by: Dalchand Kumar
कांग्रेस से गठबंधन को लेकर AAP गोपाल राय के बयान पर शहजाद पूनावाला ने जवाब दिया। | Image: ANI

Congress, AAP Alliance: लोकसभा चुनावों के नतीजे घोषित होते ही कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच दूरी बढ़ चुकी है। AAP सरकार के मंत्री गोपाल राय ने खुद दिल्ली में कांग्रेस का साथ छोड़ने का ऐलान किया। उसके बाद भारतीय जनता पार्टी मैदान में कूद चुकी है और उसने दोनों दलों पर हमला बोला है। BJP के नेता शहजाद पूनावाला ने कांग्रेस और AAP के गठबंधन की कड़ी आलोचना करते हुए इसे 'स्वार्थ की दोस्ती' बताया।

बीजेपी के नेता शहजाद पूनावाला कहते हैं कि 'गोपाल राय ने कहा है कि दिल्ली में उनकी (INDI गठबंधन) जो 7 में से 0 सीटें आई हैं। उसके बाद दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी और AAP के बीच कोई गठबंधन नहीं होगा। ये सिर्फ मतलब की दोस्ती थी। अब दिल्ली में भी वे एक-दूसरे को गालियां देंगे। ये ही INDI गठबंधन का असली चेहरा है।'

गोपाल राय ने किया था गठबंधन तोड़ने का ऐलान

पूनावाला की यह टिप्पणी दिल्ली सरकार के मंत्री और आप नेता गोपाल राय की इस घोषणा के जवाब में आई है कि आगामी दिल्ली विधानसभा चुनावों में दोनों पार्टियों के बीच कोई गठबंधन नहीं होगा। दिल्ली के मंत्री गोपाल राय ने गुरुवार को कहा कि AAP कांग्रेस के साथ किसी भी तरह के गठबंधन के बिना, दिल्ली विधानसभा चुनाव स्वतंत्र रूप से लड़ेगी। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन सिर्फ लोकसभा चुनावों के लिए किया गया है और ये राज्य चुनावों तक नहीं चलेगा।

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'ये स्वार्थ की राजनीति और स्वार्थ का गठबंधन'

शहजाद पूनावाला के अलावा बीजेपी नेता शाइना एनसी ने AAP नेता गोपाल राय के बयान पर कहा कि कांग्रेस और AAP दोनों उलझन में हैं, कहीं साथ हैं तो कहीं अलग। दिल्ली में साथ थे तो पंजाब में अलग, अभी कहते हैं कि हम अलग हैं। एक चीज स्पष्ट है कि ये स्वार्थ की राजनीति और स्वार्थ का गठबंधन है। उन्हें सिर्फ सत्ता का मोह है। जब जनहित में सोचते हैं तो एक विचारधारा होती है, एक समान एजेंडा होता है, जो AAP और कांग्रेस में नहीं है।

दिल्ली में हारीं AAP-कांग्रेस

राष्ट्रीय राजधानी में लोकसभा चुनाव में दोनों पार्टियों कांग्रेस और AAP को एक भी सीट नहीं मिली है। BJP ने सभी सातों लोकसभा सीटों पर जीत हासिल की। ​​AAP ने 7 में से 4 सीटों पर चुनाव लड़ा, जबकि कांग्रेस ने 3 सीटों पर उम्मीदवार उतारे। AAP और कांग्रेस INDI गठबंधन का हिस्सा हैं। दिल्ली, पंजाब और गुजरात में लोकसभा चुनाव में दोनों पार्टियों का गठबंधन था, लेकिन पंजाब में दोनों के बीच कोई गठबंधन नहीं था। पंजाब में कांग्रेस ने 7 सीटें जीतीं, जबकि राज्य में सत्ता में मौजूद AAP ने 3 सीटें जीतीं।

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अपडेटेड 11:57 IST, June 7th 2024

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