Published 21:55 IST, June 6th 2024
केंद्र में चाहे कोई भी सरकार बनाए, बातचीत के लिए दरवाजे खुले रखे : राकेश टिकैत
भाकियू विभिन्न किसान संगठनों के साझा मंच संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) का हिस्सा है।
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Rakesh Tikait: भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के नेता राकेश टिकैत ने बृहस्पतिवार को कहा कि केंद्र में चाहे कोई भी गठबंधन सरकार बनाए, उसे किसानों के साथ बातचीत के लिए दरवाजे खुले रखने चाहिए।
टिकैत का यह बयान ऐसे समय में आया है जब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) देश में अगली सरकार बनाने की तैयारी कर रहा है।
भाकियू के प्रवक्ता टिकैत ने मुजफ्फरनगर में संवाददाताओं से कहा, ‘‘देश में जब भी कोई समस्या होती है तो आंदोलन शुरू हो जाता है। हम चाहते हैं कि जो भी सरकार बनाए, उसे बातचीत के लिए दरवाजे खुले रखने चाहिए।’’
भाकियू विभिन्न किसान संगठनों के साझा मंच संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) का हिस्सा है। एसकेएम ने ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के खिलाफ 2020-21 में विवादास्पद तीन कृषि कानूनों को लेकर शुरू हुए प्रदर्शन का नेतृत्व किया था।
अब कई किसान संगठन फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी की मांग कर रहे हैं। टिकैत ने दावा किया कि पिछली सरकार ने 22 जनवरी 2021 के बाद किसानों से बात नहीं की।उन्होंने कहा, ‘‘वर्ष 2022 और 2023 में (किसान समूहों के साथ) कोई बातचीत नहीं हुई है, और अब 2024 आ गया है।’’
लोकसभा चुनाव परिणाम में भाजपा के बहुमत से कम सीट हासिल करने के मुद्दे पर टिकैत ने दावा करते हुए कहा, ‘‘ हमने आपको पहले ही बताया था कि उत्तर प्रदेश में भाजपा के नेता अपने उम्मीदवारों को हरा रहे थे...। वे चाहते थे कि उनकी पार्टी सत्ता में आए लेकिन उनके सांसद हार जाएं ताकि भविष्य में उन्हें टिकट मिल जाए। यह सबकी योजना थी।’’
प्रभावशाली किसान नेता ने मुजफ्फरनगर से चुनाव लड़े संजीव बालियान और खीरी सीट से चुनाव लड़ने वाले अजय मिश्रा 'टेनी' समेत कई भाजपा मंत्रियों पर निशाना साधा। दोनों भाजपा नेता लोकसभा चुनाव हार गए। टिकैत ने कहा, ‘‘हार-जीत तो चुनाव का हिस्सा है। पूरे देश में समस्या थी और जनता बिना कुछ कहे सजा देती है। जनता चुपचाप काम करती है। ’’
Updated 21:55 IST, June 6th 2024