Published 21:08 IST, August 26th 2024
मेघालय में 443 किलोमीटर लंबी भारत-बांग्लादेश सीमा पूरी तरह सुरक्षित: बीएसएफ
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने सोमवार को कहा कि मेघालय में 443 किलोमीटर लंबी भारत-बांग्लादेश सीमा पूरी तरह सुरक्षित है।
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने सोमवार को कहा कि मेघालय में 443 किलोमीटर लंबी भारत-बांग्लादेश सीमा पूरी तरह सुरक्षित है। साथ ही बल ने बांग्लादेशी नागरिकों के अवैध प्रवेश के दावों का खंडन किया।
अर्धसैनिक बल ने उन खबरों के बाद एक बयान जारी किया, जिनमें पड़ोसी देश की मीडिया ने खबर दी कि अवामी लीग के नेता इशहाक अली खान पन्ना की अपने देश से भागने की कोशिश में मेघालय के दावकी में एक पहाड़ी पर चढ़ते समय दिल का दौरा पड़ने से मृत्यु हो गई। मेघालय के पूर्वी खासी हिल्स में स्थित दावकी, बांग्लादेश के निकट है।
मेघालय में भारत-बांग्लादेश सीमा पूरी तरह सुरक्षित- बीएसएफ
बीएसएफ के प्रवक्ता ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘मेघालय में भारत-बांग्लादेश सीमा पर बीएसएफ की जिम्मेदारी वाले क्षेत्र में बांग्लादेशी नागरिकों का कोई अवैध प्रवेश नहीं हुआ है। पन्ना की मौत की जो कहानी फैलाई जा रही है, वह पूरी तरह से मनगढ़ंत है। अवैध घुसपैठ या हमारे देश की सुरक्षा से समझौता करने वाली किसी भी गतिविधि से सख्ती से निपटा जाएगा।’’
बांग्लादेश में पांच अगस्त को हुई हिंसा के बाद बीएसएफ ने सीमा पर चौकसी बढ़ा दी है और अवैध रूप से घुसने के कई प्रयासों को सफलतापूर्वक विफल किया गया है। इस मामले को लेकर बीएसएफ ने असम में बांग्लादेश के उप उच्चायोग से संपर्क किया।
सीमा क्षेत्र के पास पन्ना की मौत के बारे में कोई आधिकारिक जानकारी- बीएसएफ
बीएसएफ प्रवक्ता ने कहा, ‘‘बांग्लादेश के उप उच्चायोग ने पुष्टि की है कि उन्हें सीमा क्षेत्र के पास पन्ना की मौत के बारे में अभी तक कोई आधिकारिक जानकारी नहीं मिली है।’’
ग्रामीणों सहित दावकी के स्थानीय सूत्रों ने मेघालय में एक पहाड़ी पर चढ़ते समय पन्ना की मौत के दावों का खंडन किया है।
दावकी के एक बुजुर्ग ने कहा, ‘‘अगर कोई बांग्लादेशी भारत में घुसने की कोशिश करता, तो सीमा पार से हमारे रिश्तेदार हमें सूचित करते और हम यह सूचना बीएसएफ और पुलिस को देते। ऐसी कोई घटना नहीं हुई है और बांग्लादेशी नागरिकों द्वारा सीमा पार करने के कई प्रयासों को विफल किया गया है।’’
सीमा पर एक अन्य सूत्र ने दावा किया कि पन्ना की मौत अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगभग 400 मीटर दूर बांग्लादेश के क्षेत्र में ही हुई।
Updated 21:08 IST, August 26th 2024