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Published 21:15 IST, September 11th 2024

करण देव कंबोज बोले- टिकट बंटवारे प्रक्रिया में मुख्यमंत्री सैनी को ज्यादा अधिकार नहीं दिए गए

पूर्व मंत्री कंबोज ने पांच अक्टूबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए टिकट नहीं मिलने के बाद प्रदेश इकाई के ओबीसी मोर्चा प्रमुख के पद से इस्तीफा दे दिया था।

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करण देव कंबोज | Image: ANI

हरियाणा विधानसभा चुनाव में टिकट बंटवारे को लेकर सत्तारूढ़ दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कुछ नेताओं के खुले तौर पर नाराजगी जताने के बीच पार्टी के नेता करण देव कंबोज ने बुधवार को कहा कि मुख्यमंत्री नायब सैनी को टिकट आवंटन प्रक्रिया में ‘‘ज्यादा अधिकार नहीं दिए गए।’’

पूर्व मंत्री कंबोज ने पांच अक्टूबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए टिकट नहीं मिलने के बाद पिछले सप्ताह प्रदेश इकाई के ओबीसी मोर्चा प्रमुख के पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने दावा किया कि पार्टी टिकट पाने के हकदार कई नेताओं को नजरअंदाज किया गया।

उन्होंने दावा किया, ‘‘जब भाजपा ने नायब सैनी को मुख्यमंत्री बनाया तो जमीनी स्तर पर पार्टी की पैठ बढ़ने लगी। लेकिन उम्मीदवारों का चयन करते समय मुख्यमंत्री को टिकट आवंटन में ज्यादा अधिकार नहीं दिए गए...कई सीटों पर हम जो बगावत देख रहे हैं, उसे रोका जा सकता था।’’

सैनी की तरह अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) से आने वाले कंबोज ने कहा कि उन्होंने अभी तक भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा नहीं दिया है और उनके समर्थक उनके अगले कदम पर फैसला लेंगे। वह इंद्री और रादौर विधानसभा क्षेत्रों से टिकट की उम्मीद कर रहे थे।

भाजपा नेता ने दावा किया कि पार्टी ने कई नए लोगों और दूसरे दलों से आए नेताओं को टिकट देकर पुरस्कृत किया, जबकि उन लोगों की अनदेखी की जो वर्षों से पार्टी का काम कर रहे थे।

पिछले सप्ताह भाजपा द्वारा 67 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी किए जाने के तुरंत बाद पार्टी को बगावत का सामना करना पड़ा, जब मंत्री रणजीत सिंह चौटाला और विधायक लक्ष्मण दास नापा ने टिकट नहीं मिलने पर पार्टी छोड़ दी।

कुछ अन्य नेता भी उनके पदचिह्नों पर चल पड़े, जबकि पार्टी के कुछ जाने-माने चेहरों ने टिकट कटने पर खुलकर अपनी निराशा जाहिर की। असहमति के स्वरों के बीच केंद्रीय मंत्री और गुरुग्राम से सांसद राव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि लोग चाहते हैं कि वह मुख्यमंत्री बनें। सिंह ने सोमवार को कहा था कि यह उनकी नहीं बल्कि जनता की इच्छा है कि वह मुख्यमंत्री बनें। उन्होंने कहा था, ‘‘आज भी लोग चाहते हैं कि मैं (राव) मुख्यमंत्री बनूं।’’

मुख्यमंत्री पद को लेकर सिंह के बयान के बारे में पूछे जाने पर केंद्रीय मंत्री और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि अगर कोई दावा करना चाहता है, तो वह ऐसा कर सकता है।

खट्टर ने सोमवार को कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पहले ही मंच से घोषणा कर चुके हैं कि चुनाव सैनी के नेतृत्व में लड़ा जाएगा।

गुरुग्राम सीट से भाजपा उम्मीदवार मुकेश शर्मा के समर्थन में एक सभा को संबोधित करते हुए सिंह ने सड़कों पर कूड़ा जमा होने देने और सीवरों की सफाई नहीं करा पाने के लिए राज्य की व्यवस्था को जिम्मेदार ठहराया।

भाजपा के वरिष्ठ नेता सिंह का दक्षिण हरियाणा में प्रभाव माना जाता है। उन्होंने कहा, ‘‘आपसे कहा जाएगा कि मैं गुरुग्राम की सफाई नहीं करवा पाया, सीवर साफ नहीं करवा पाया।’’

भाजपा ने मंगलवार को हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए 21 उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी की, जिसमें दो मंत्रियों को टिकट देने से इनकार कर दिया गया और पिहोवा सीट के लिए अपने उम्मीदवार को बदल दिया गया।

सत्तारूढ़ पार्टी ने गनौर, पटौदी, हथीन और होडल सीटों से मौजूदा विधायकों को भी टिकट देने से इनकार कर दिया। भाजपा के लिए परेशानी उम्मीदवारों की पहली सूची जारी होने के तुरंत बाद शुरू हो गई क्योंकि इससे कई नेता नाराज हो गए।

हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा द्वारा 67 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी किए जाने के कुछ ही देर बाद ऊर्जा मंत्री रणजीत सिंह चौटाला, मौजूदा विधायक लक्ष्मण दास नापा ने पार्टी छोड़ दी, जबकि कंबोज ने टिकट न दिए जाने के बाद राज्य इकाई के ओबीसी मोर्चा के प्रमुख पद से इस्तीफा दे दिया।

सामाजिक न्याय, अधिकारिता, अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण राज्य मंत्री बिशम्बर सिंह, जो बवानी खेड़ा सुरक्षित सीट से विधायक हैं, पार्टी द्वारा कपूर वाल्मीकि को इस सीट से टिकट दिए जाने पर रो पड़े, जबकि पूर्व मंत्री कविता जैन भी सोनीपत से टिकट न मिलने पर भावुक हो गईं।

चार सितंबर को पार्टी द्वारा उम्मीदवारों की पहली सूची घोषित किए जाने के बाद से ही कुछ सीटों पर भाजपा को बगावत का सामना करना पड़ रहा है। इस मुद्दे पर खट्टर ने सोमवार को कहा था कि एक सीट से टिकट के लिए एक से अधिक दावेदार हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि अगर किसी उम्मीदवार को पार्टी से टिकट नहीं मिलता है तो कुछ नाराजगी हो सकती है और ऐसा हर चुनाव में होता है। खट्टर ने कहा, ‘‘हमने कई लोगों को मना लिया है और एक-दो दिन में बाकी लोगों से बात करेंगे।’’

कांग्रेस की वरिष्ठ नेता और सिरसा से सांसद कुमारी सैलजा ने सत्तारूढ़ भाजपा में बगावत पर कहा था, ‘‘10 साल सत्ता में रहने के बाद भाजपा की यह स्थिति है...उनके नेता पार्टी छोड़ रहे हैं। भाजपा ने हार स्वीकार कर ली है।’’

जननायक जनता पार्टी (जजपा) के नेता दुष्यंत चौटाला ने कहा कि भाजपा का ‘‘बुलबुला फूट चुका है’’ और उसकी हार निश्चित है। हरियाणा विधानसभा चुनाव में भाजपा की नजर ‘‘हैट्रिक’’ बनाने पर है, लेकिन उसे कांग्रेस से कड़ी चुनौती मिल रही है, जो सत्ता विरोधी लहर का फायदा उठाने की कोशिश कर रही है। सैनी विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार हैं। मतगणना आठ अक्टूबर को होगी।

(Note: इस भाषा कॉपी में हेडलाइन के अलावा कोई बदलाव नहीं किया गया है)

Updated 21:15 IST, September 11th 2024

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