Published 20:01 IST, December 29th 2024
Year Ender: साल 2024 की ये 8 बड़ी घटनाएं, जिसे दुनिया कभी नहीं भूल पाएगी
पूरी दुनिया New Year का बेसब्री से इंतजार हो रहा है। कई मायनों में 2024 बेहद अहम साबित हुआ है। लेकिन कुछ घटनाएं ऐसी जरूर घटी है, जिसको याद रखा जाएगा।
- वर्ल्ड न्यूज़
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Year Ender 2024: साल 2024 को अब अलविदा कहने में कुछ ही समय बचे हैं। पूरी दुनिया नए साल यानी 2025 का बेसब्री से इंतजार कर रही है। लोग 2025 को लेकर बेहद उत्सुक भी हैं। ऐसे में बेहद खट्टी-मिट्टी यादों के साथ ये साल भी बीत गया है। कई मायनों में ये साल बेहद अहम साबित हुआ, लेकिन कुछ घटनाएं ऐसी जरूर घटी है जिसको लेकर हमेशा ये साल लोगों के जहन में रहेगा। ऐसे में आइए सिलसिलेवार तरीके से जानते हैं इस साल की ऐसी खबर जो सुर्खियों में रही हैं ।
रूस-यूक्रेन युद्ध
24 फरवरी, 2022 से शुरू हुआ रूस-यूक्रेन युद्ध साल 2024 में भी जारी रहा है। दोनों देशों के बीच जमकर गोलाबारी हुई और लाखों लोग बेघर हुए। सैकड़ों लोग इस युद्ध में मारे गए। साल 2024 का ये युद्ध इसलिए भी याद किया जाएगा क्योंकि रूस ने यूक्रेन पर कई खतरनाक मिसाइलों को दागा। जिसमें किंजर जैसे खतरनाक मिसाइलें शामिल हैं। इन खतरनाक मिसाइलों का इस्तेमाल रूस ने पहली बार किया है। साल 2025 में उम्मीद ये जताई जा रही है कि इस युद्ध में विराम लग सकता है, जो पूरी दुनिया के लिए राहत भरी खबर होगी। क्योंकि अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने भाषण में कई बार कर चुके हैं कि राष्ट्रपति पद की कमान संभालते ही युद्ध रूकवा दूंगा। वहीं, ट्रंप की बात पर रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने भी पॉजिटिव प्रतिक्रिया दी है।
इजरायल-गजा संघर्ष
इजरायल- हमास युद्ध को भी डेढ़ साल से अधिक का समय बीत चुका है। ये युद्ध भी बेहद खतरनाक स्थिति से गुजर रहा है। इस युद्ध में इजरायल काफी हावी दिखा। इजरायल ने हिजबुल्लाह और हमास के टॉप लीडर समेत कई बड़े कमांडरों को मौत की नींद सुला दिया। इतना ही नहीं, इजरायल ने दो बड़े अटैक भी किए, जिसकी वजह से पूरी दुनिया सनसनी फैल गई, जिसमें पेजर अटैक और रेडियो ब्लास्ट शामिल है। इस युद्ध में अब तक लाखों लोग मारे गए हैं। गाजा पट्टी पूरी तरह से खंडहर में तब्दील हो गई है। इस हमले के बाद से ईरान भी इजरायल के निशाने पर आ गया।
सीरिया में असद की विदाई
24 साल से सत्ता पर काबिज बरश अल असद को उस वक्त देश छोड़कर भागना पड़ा, जब विद्रोही गुटों ने दमिश्क पर कब्जा कर लिया। असद और विद्रोही गुटों की ये लड़ाई साल 2011 से जारी थी। विद्रोही गुटों ने महज 10 दिन के भीतर ही राष्ट्रपति असद को घुटनों पर ला दिया। फिलहाल जानकारी के मुताबिक राष्ट्रपति असद ने अपने परिवार के साथ रूस में शरण ली है और सीरिया में विद्रोही गुट अपनी सरकार बनाने की कोशिश में हैं ।
शेख हसीना का तख्तापलट
अगस्त, 2024 में भारत के पड़ोसी देश बांग्लादेश में जमकर हिंसक प्रदर्शन हुआ। प्रदर्शनकारी इतने उग्र हो गए कि शेख हसीना की जान पर बन आई। उन्हें भी देशकर भागना पड़ा और भारत में आकर शरण लीं। मौजूदा समय में मोहम्मद युनूस देश की कमान संभाल रहे हैं। शेख हसीना के देश छोड़ने के बाद बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ अत्याचारों की संख्या भी बढ़ती जा रही हैं। इस कारण भारत और बांग्लादेश के बीच रिश्ते काफी प्रभावित हुए हैं।
पाकिस्तान में राजनीतिक उथल-पुथल
पाकिस्तान के लिए 2024 काफी उथल-पुथल वाला रहा। पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी के खिलाफ उनके समर्थक सड़कों पर उतरे। इससे वहां राजनीतिक उथल-पुथल पैदा हो गई। साल 2025 में इमरान खान के आंदोलन और पाकिस्तान के आर्थिक संकट का असर वहां की राजनीति और स्थिरता पर दिखाई दे सकता है। अगर पाकिस्तान में राजनीतिक अस्थिरता बढ़ती है, तो इसका प्रभाव भारत पर भी हो सकता है। फिलहाल पाकिस्तान अभी कई बुरा दौर से गुजर रहा है । जिसमें भूखमरी और कई आतंकी हमले शामिल हैं।
तालिबान और पाकिस्तान के बीच तनाव
पिछले कुछ समय से पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच धधक रही आग ने अब विकराल रूप ले लिया है। पिछले कुछ समय से पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच धधक रही आग ने अब विकराल रूप ले लिया है। तालीबान ने मोर्चा खोल दिया है। पाकिस्तान और तालिबान के बीच युद्ध के काले घने बादल देखे जा रहे हैं। ऐसी स्थिति में अगर समय रहते युद्ध को रोकने के लिए बड़ा कदम नहीं उठाया गया तो रूस-यूक्रेन, इजरायल- हमास और सीरिया के बाद पाकिस्तान और तालिबान के बीच युद्ध देखा जा सकता है ।
भारत और कनाडा का बिगड़ता रिश्ता
भारत और कनाडा के रिश्ते में अगस्त 2023 से ही तनाव बनना शुरू हो गया था। रिश्तों में कड़वाहट तब आई जब जस्टिन ट्रूडो ने खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का आरोप भारत में मढ़ दिया। जिसके बाद भारत ने तगड़ा विरोध किया, हालात यहां तक पहुंच गए कि दोनों देशों ने एक दूसरे के राजनयिकों को निष्कासित कर दिया। भारत ने कुछ समय तक वीजा जारी करना बंद कर दिया था। वैसे जानकारी के लिए बता दें कि कनाडा में लगभग 30 लाख से अधिक भारतीय मूल के लोग रहते हैं। कनाडा भारतीयों के लिए एक बड़ा ठिकाना है।
2024 इतिहास का सबसे गर्म साल
ग्लोबल वार्मिंग की वजह से साल 2024 सबसे गर्म साल बताया गया है। जलवायु परिवर्तन के कारण दुनिया भर में तापमान में रिकॉर्ड बढ़ोतरी देखी गई। भारत भी इससे अछूता नहीं रहा, जहां जुलाई और अगस्त महीने में भीषण गर्मी ने लोगों को प्रभावित किया। फिलहाल ये ऐसी बड़ी घटनाएं हैं, जिसकी वजह से 2024 हमेशा लोगों को याद रहेगा।
Updated 20:01 IST, December 29th 2024