Download the all-new Republic app:

Published 16:18 IST, August 7th 2024

EXPLAINER/ Bangladesh: 15 साल के बाद सत्ता छोड़ने के लिए कैसे तैयार हो गईं शेख हसीना, किसने मनाया? INSIDE STORY

Bangladesh: बांग्लादेश में हिंसा चरम पर है। शेख हसीना बांग्लादेश छोड़कर भारत आ गई हैं।

Reported by: Kunal Verma
Follow: Google News Icon
  • share
Sheikh Hasina | Image: AP
Advertisement

Bangladesh: बांग्लादेश में हिंसा चरम पर है। शेख हसीना बांग्लादेश छोड़कर भारत आ गई हैं। हालांकि, जानकारी मिल रही है कि वो भारत छोड़कर किसी और देश में भी शरण ले सकती हैं।

इस बीच सबसे बड़ा सवाल ये है कि बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री 15 साल के बाद सत्ता छोड़ने के लिए तैयार कैसे हो गई? आपको बता दें कि इस मामले में अमेरिकी मीडिया ने अपनी रिपोर्ट में इसकी जानकारी दी है।

Advertisement

शेख हसीना को देश छोड़ने के लिए किसने मनाया?

अमेरिकी मीडिया में दावा किया गया है कि 15 साल तक पद पर रहने के बाद जाने देने और जल्दबाजी में भारत भागने की व्यवस्था करने का उनका निर्णय अंतरराष्ट्रीय दबाव या कूटनीतिक दबाव के कारण नहीं आया। इसके बजाय, सुरक्षा अधिकारियों और राजनयिकों के अनुसार, जिन्होंने नाम न छापने की शर्त पर इस नाजुक मामले पर चर्चा की, उनके शीर्ष सुरक्षा सलाहकारों ने उनके करीबी परिवार के सदस्यों से उन्हें समझाने की अपील की कि यह उनकी सत्ता का अंत है।

चर्चाओं की जानकारी रखने वाले तीन लोगों के अनुसार, उसने अपने सुरक्षा प्रमुखों की सलाह का विरोध किया, जिन्होंने उन्हें बताया कि कुछ हफ्तों में लगभग 300 लोगों की जान लेने के बाद सरकार विरोधी प्रदर्शनों पर उनकी कार्रवाई विफल हो गई है। इसके बाद भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को संसद में बताया, "बहुत ही कम समय के नोटिस पर शेख हसीना ने फिलहाल भारत आने की मंजूरी का अनुरोध किया था।"

Advertisement

आपको बता दें कि सोमवार देर रात प्रदर्शनकारियों ने ढाका में अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट को घेर लिया। राजनयिकों ने कहा कि यह हसीना के अधिकारियों को देश से भागने से रोकने का एक प्रयास था। एयरपोर्ट कम से कम छह घंटे तक बंद रहा। मंगलवार को जब इसे दोबारा खोला गया, तो कम से कम दो कैबिनेट मंत्रियों को उड़ान भरने से रोकने और हिरासत में लेने की खबरें आईं।

कैसे हिंसा में बदल गया प्रदर्शन?

कोटा प्रणाली को लेकर छात्रों का विरोध प्रदर्शन कई हफ्तों तक शांतिपूर्वक चलता रहा। इस दौरान सत्ता पर हसीना की पकड़ ढीली होने के कोई संकेत नहीं मिले। हालांकि, स्थिति तब अराजक हो गई जब हसीना ने प्रदर्शनकारियों पर अपनी पार्टी की आक्रामक युवा शाखा को उतार दिया, जिसके बाद सभी प्रकार के सुरक्षा बलों ने कार्रवाई शुरू कर दी। जो प्रदर्शन थे, वे सड़कों पर हिंसा में बदल गए।

Advertisement

इतना ही नहीं, जुलाई के अंत में हुए विरोध प्रदर्शनों में 200 से अधिक लोग मारे गए। पूर्व प्रधानमंत्री ने कर्फ्यू की घोषणा की और इंटरनेट बंद कर दिया। इस दौरान पुलिस ने 10,000 से अधिक लोगों को जेलों में डाल दिया, और हजारों अन्य लोगों पर अपराध का आरोप लगाया। फिर मामला इतना बढ़ गया कि शेख हसीना को देश छोड़कर भागना पड़ा।

ये भी पढ़ेंः 'मोदी के रहते मंसूबे कामयाब नहीं होंगे', बांग्लादेश हिंसा के बीच सलमान खुर्शीद के बयान पर बीजेपी भड़की

Advertisement

16:18 IST, August 7th 2024