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Published 21:41 IST, August 23rd 2024

नेपाल में भारतीय पर्यटक बस के नदी में गिरने से 27 पर्यटकों की मौत, 16 घायल

मध्य नेपाल में एक भारतीय पर्यटक बस शुक्रवार को राजमार्ग से पलटकर 150 मीटर नीचे तेज बहाव वाली मर्स्यांगदी नदी में गिर गई, जिससे कम के कम 27 लोगों की मौत हो गई।

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Nepal Bus Accident | Image: ANI

मध्य नेपाल में एक भारतीय पर्यटक बस शुक्रवार को राजमार्ग से पलटकर 150 मीटर नीचे तेज बहाव वाली मर्स्यांगदी नदी में गिर गई, जिससे कम के कम 27 लोगों की मौत हो गई, जबकि 16 अन्य घायल हो गये। पुलिस ने यह जानकारी दी है।

उत्तर प्रदेश के गोरखपुर की यह बस पोखरा से काठमांडू की ओर जा रही थी, तभी यह तनहुन जिले के आइना पहारा में राजमार्ग से पलट गई। बस में चालक और सह-चालक समेत 43 लोग सवार थे।

नेपाल बस हादसे में 27 लोगों की मौत

सशस्त्र पुलिस बल (एपीएफ) के उप प्रवक्ता शैलेन्द्र थापा ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि 16 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 11 ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।

उन्होंने बताया कि 16 लोग घायल हुए हैं, जिन्हें हवाई मार्ग से काठमांडू लाया गया है और त्रिभुवन विश्वविद्यालय शिक्षण अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

समाचार पोर्टल ‘माई रिपब्लिका’ की खबर के मुताबिक, बस में सवार यात्री 104 भारतीय तीर्थयात्रियों के एक समूह का हिस्सा थे, जो दो दिन पहले हिमालयी देश की 10-दिवसीय यात्रा के लिए तीन बसों में सवार होकर महाराष्ट्र से नेपाल पहुंचे थे।

पोखरा से काठमांडू जाने के दौरान हुआ हादसा

तीर्थयात्री जलगांव जिले के भुसावल और आसपास के गांव से आए थे। पोखरा में दो दिन घूमने के बाद तीनों बस शुक्रवार सुबह राजधानी काठमांडू के लिए रवाना हुईं।

कुरिन्तार के सशस्त्र पुलिस बल (एपीएफ) के प्रमुख माधव प्रसाद पौडेल ने कहा कि तीनों बस में यात्रा करने वाले ज्यादातर यात्री परिवार के सदस्य और रिश्तेदार थे।

दुर्घटनाग्रस्त बस में सवार 43 यात्रियों के नामों की सूची जारी कर दी गयी है।

मर्स्यांगदी नदी में गिर बस गिरने से हादसा

भारतीय दूतावास ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘पोखरा से काठमांडू जा रही एक भारतीय पर्यटक बस में लगभग 43 भारतीय सवार थे। यह बस आज मर्स्यांगदी नदी में गिर गई।’’

इस बीच, उत्तर प्रदेश सरकार ने नेपाल में भारतीय यात्रियों को ले जा रही एक बस के नदी में गिर जाने के बाद घटना का संज्ञान लेते हुए राहत पहुंचाने के लिए एक उप जिलाधिकारी (एसडीएम) को नेपाल भेजा है और एक अपर जिलाधिकारी (एडीएम) को समन्वय की जिम्मेदारी सौंपी है।

पहाड़ी इलाकों की वजह से नेपाल की नदियों में आमतौर पर बहाव तेज होता है। पिछले कुछ दिनों में हुई भारी बारिश के कारण जलस्रोत उफान पर हैं। मानसून के मौसम में जून से सितंबर तक नेपाल में भारी बारिश होती है, जिससे अक्सर इस पर्वतीय हिमालयी देश में भूस्खलन की घटनाएं होती हैं।

पिछले महीने 65 यात्रियों को ले जा रही दो बस नेपाल में भूस्खलन के कारण उफनती त्रिशूली नदी में बह गईं थीं।

इस हादसे के बाद भारत के राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की 12 सदस्यीय टीम की तैनाती सहित व्यापक खोज अभियान के बावजूद अभी तक दोनों बसों और भूस्खलन में बह गए कई यात्रियों का पता नहीं चल पाया है। केवल पांच भारतीय नागरिकों के शव बरामद किए जा सके थे औ दो अब भी लापता हैं।

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Updated 21:41 IST, August 23rd 2024

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