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Published 17:17 IST, October 5th 2024

हरियाणा चुनाव में वोटिंग के दिन छलका महावीर फोगाट का दर्द, Vinesh Phogat पर बोले, 'बेटा-बेटी कुपात्र

बलाली में वोट डालने के बाद महावीर फोगाट ने कहा कि दीपेंद्र हुड्डा अपने निजी राजनीतिक स्वार्थ के लिए विनेश फोगाट को हरियाणा चुनाव में लेकर आए।

Reported by: Shubhamvada Pandey
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Vinesh Phogat and Mahavir Phogat | Image: Facebook and PTI

Mahavir Phogat On Vinesh Phogat : हरियाणा में शनिवार, 5 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव की वोटिंग के दिन पूर्व महिला रेसलर विनेश फोगाट के ताऊ महावीर फोगाट ने भी वोट किया। जब महावीर फोगाट वोट करके बाहर आए तो उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ता विनेश फोगाट और कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा पर तीखे तंज कसे। इस दौरान महावीर फोगाट का विनेश के प्रति प्यार और दर्द एक साथ छलक पड़ा।

बलाली में वोट डालने के बाद महावीर फोगाट ने कहा कि दीपेंद्र हुड्डा अपने निजी राजनीतिक स्वार्थ के लिए विनेश को हरियाणा चुनाव में लेकर आए। जब उनसे विनेश फोगाट के बदले व्यवहार के बारे में सवाल किया गया तो यहां महावीर फोगाट अपने दर्द को रोक न सके और बोला कि बेटा-बेटी चाहे जितना कुपात्र हो जाए जब वो मां-बाप के हाथ में आते हैं तो भगवान का रूप होते हैं।

विनेश फोगाट पर बोले ताऊ महावीर फोगाट

वोट डालकर निकले महावीर फोगाट से जब विनेश के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि, जब वो पेरिस ओलंपिक से डिस्क्वालिफाई होकर आई थी 140 करोड़ भारतवासियों ने बड़े प्रेम और सम्मान के साथ उसका स्वागत किया था। हम सब की ये कोशिश थी कि विनेश को ओलंपिक 2028 के लिए कुश्ती खेलने के लिए मना लें। उससे पहले उसका चुनाव लड़ने का कोई विचार नहीं था।'

महावीर फोगाट ने दीपेंद्र हुड्डा पर साधा निशाना

महावीर फोगाट ने आगे कहा कि जब वो पेरिस से वापस लौटकर आई तो दीपेंद्र हुड्डा विनेश के साथ एयरपोर्ट से बाहर निकले थे। उसके दो-तीन दिन बाद उन्होंने (दीपेंद्र हुड्डा) विनेश को अपने घर पर बुलाया, जहां उनका सारा परिवार था। उसके बाद विनेश ने चुनाव का मन कैसे बना लिया ये मुझे समझ में नहीं आया। मेरी समझ से हुड्डा साहब ने विनेश को अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए राजनीति में ले आए ताकि उनको फायदा मिल सके।

विनेश के स्वभाव के बारे में क्या बोले ताऊ महावीर?

महावीर फोगाट से जब विनेश फोगाट के स्वभाव के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि, वो जो व्यवहार कर रही है उससे हमें क्या लेना देना। कहते हैं बेटा-बेटी चाहे जितने कुपात्र हो जाएं पर मां-बाप के लिए वो भगवान का रूप होते हैं। यहीं विचार मेरे हैं। बच्चा कितनी भी गलती कर ले लेकिन मांं-बाप की की आत्मा यही कहगी है कि ये मेरा बच्चा है। बच्चा जब कोई आगे बढ़ता है, नाम करता है तो बेशक मां-बाप की इज्जत न करे, लेकिन मां-बाप की आत्मा अलग होती है।

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पेरिस ओलंपिक से खाली हाथ लौंटी थी विनेश

आपको बता दें कि पेरिस ओलंपिक में कुश्ती के फाइनल मुकाबले से पहले विनेश 100 ग्राम वजन ओवरवेट होने की वजह से डिस्क्वालिफाई कर दी गईं थी। विनेश ने इसके खिलाफ CAS में याचिका दाखिल की थी कि उन्हें संयुक्त रूप से सिल्वर मेडल दिया जाए क्योंकि वो वहां तक अपनी मेहनत से खेलकर पहुंची थी। विनेश की इस याचिक को CAS द्वारा खारिज कर दिया गया था। जिसके बाद से विनेश को पेरिस ओलंपिक से खाली हाथ भारत आना पड़ा था।

विनेश फोगाट ने भारत आकर राजनीति का रुख किया

विनेश का भारत में बहुत ही धूम-धाम और भव्य तरीके से स्वागत हुआ था। भारत वापसी के कुछ समय बाद ही विनेश फोगाट ने राजनीति ज्वाइन कर ली। विनेश ने कांग्रेस पार्टी का हाथ थामा। आपको यहां ये बताते चलें कि विनेश फोगाट ने भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व प्रमुख और बीजेपी नेता बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। कांग्रेस इस मुद्दे को इस्तेमाल विधानसभा चुनावों में सत्ताधारी पार्टी के खिलाफ करना चाहती है। पिछले साल पहलवानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान, कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी, दीपेंद्र हुड्डा और रणदीप सिंह सुरजेवाला सार्वजनिक रूप से उनके साथ खड़े हुए थे।

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Updated 19:56 IST, October 5th 2024

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