Published 20:14 IST, August 14th 2024
भारतीय सेना ने इस ओलंपिक एथलीट को घर जाकर किया सम्मानित, मेडल से चूकीं, लेकिन दिल जीतने से नहीं
भारतीय सेना ने 2024 पेरिस ओलंपिक में मेडल से चूकीं स्टार ओलंपिक एथलीट को उसके घर जाकर सम्मानित किया है। भारतीय सेना ने इस एथलीट को सच्चा चैंपियन बताया है।
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Indian Army: 2024 पेरिस ओलंपिक में भारत का अभियान 6 पदकों के साथ समाप्त हुआ। नीरज चोपड़ा से लेकर मनु भाकर तक कई एथलीटों ने मेडल जीते हैं। पदकवीरों के लिए ईनाम और सुविधाओं का भी ऐलान हो रहा है। सरकारें और निजी संस्थाएं अपने-अपने हिसाब से मेडल जीतने वाले एथलीटों के लिए घोषणाएं कर रहे हैं।
इसमें कोई शक नहीं है कि भारत मेडल टैली में और पदक जोड़ सकता था, लेकिन कुछ भारतीय एथलीट चौथे नंबर पर रहे और मेडल से चूक गए। एक ऐसी ही एथलीट को अब भारतीय सेना (Indian Army) ने सम्मानित किया है।
चानू को मिला सेना से सम्मान
भारतीय सेना (Indian Army) की ओर से देश की दिग्गज वेटलिफ्टर और 2020 टोक्यो ओलंपिक की सिल्वर मेडलिस्ट मीराबाई चानू (Mirabai Chanu) को सम्मानित किया गया है। मणिपुर की रहने वाली चानू को पेरिस ओलंपिक 2024 में उनके प्रदर्शन के लिए भारतीय सेना की ओर से सम्मानित किया गया। सेना के अधिकारी चानू के घर पहुंचे और उन्हें पेरिस ओलंपिक में उनकी उपलब्धियों के लिए एक विशेष पुरस्कार प्रदान किया। मणिपुर, नागालैंड और दक्षिण अरुणाचल, पीआरओ डिफेंस के आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल पर एक पोस्ट के माध्यम से एथलीट की प्रशंसा की गई। पोस्ट में लिखा गया-
एक सच्चे चैंपियन का सम्मान। भारतीय सेना ने पेरिस ओलंपिक 2024 में शानदार प्रदर्शन के लिए मणिपुर में मीराबाई चानू की अविश्वसनीय उपलब्धियों को मान्यता दी। उनकी ताकत और समर्पण देश को प्रेरित करता रहता है।
बता दें कि 30 वर्षीय भारतीय वेटलिफ्टर मीराबाई चानू 2024 पेरिस ओलंपिक्स में मेडल जीतने से चूक गईं थीं। चानू महिलाओं की 49 किलो कैटेगरी में चौथे स्थान पर रहीं थीं। टोक्यो ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीतने वाली मीराबाई क्लीन एंड जर्क के तीसरे प्रयास में 114 किलो का वजन उठाने में असफल रहीं. उन्होंने दूसरे प्रयास में 111 किलो वजन उठाया। वो 199 किलो भार उठा सकीं और चौथे नंबर पर रहीं। इस तरह वो ब्रॉन्ज मेडल से चूक गईं।
Updated 20:14 IST, August 14th 2024