Published 13:50 IST, December 10th 2024
वर्ल्ड कप का सपना टूटने पर रोहित का रोना याद है, विनोद कांबली के आंसू भूल गए? कलेजा चीर देगा VIDEO
Vinod Kambli News: 1996 में भारत में 50-ओवर वर्ल्ड कप का आयोजन हुआ था। विनोद कांबली टीम इंडिया का हिस्सा थे और उन्होंने कई अहम पारियां खेली थी।
भारत के पूर्व क्रिकेटर विनोद कांबली (Vinod Kambli) फिलहाल अपने सबसे कठिन दौर से गुजर रहे हैं। उनके लड़खड़ाते पैर और जुबान को देखकर करोड़ों भारतीय फैंस को सदमा लगा है। एक समय था जब कांबली को सचिन तेंदुलकर से बेहतर बल्लेबाज माना जाता था, लेकिन अब आलम ये है कि वो गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं। 90 के दशक में कांबली के नाम का दुनियाभर में डंका बजता था। युवा फैंस अब उनके बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी पाना चाहते हैं। वो कैसे खेलते थे, उनका करियर ज्यादा समय तक क्यों नहीं चला? ये ऐसे तमाम सवाल है जिसका जवाब ढूंढने के लिए फैंस बेकरार हैं।
रिपब्लिक भारत की इस स्पेशल स्टोरी में आज आपको बताएंगे विनोद कांबली से जुड़ा वो किस्सा, जिसके बारे में जानकर आप इमोशनल हो जाएंगे। वर्ल्ड कप 2023 के फाइनल में जब भारत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था तब कप्तान रोहित शर्मा मैदान पर रोते हुए दिखे थे। सालों पहले भारत में ही एक वर्ल्ड कप हुआ था, जब सपना टूटने के बाद कांबली मैदान पर फूट-फूटकर रोने लगे थे।
जब मैदान पर फूट-फूटकर रोए थे कांबली
ये बात 28 साल पुरानी है। 1996 में भारत में 50-ओवर वर्ल्ड कप का आयोजन हुआ था। विनोद कांबली टीम इंडिया का हिस्सा थे और उन्होंने टूर्नामेंट में कई अहम पारियां खेली थी। मोहम्मद अजहरुद्दीन की कप्तानी में भारतीय टीम का सफर शानदार चल रहा था लेकिन सेमीफाइनल में वो हुआ जिसकी उम्मीद किसी ने नहीं की थी।
कोलकाता के ऐतिहासिक ईडन गार्डन मैदान पर भारत और श्रीलंका के बीच सेमीफाइनल मैच खेला गया। श्रीलंका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए स्कोरबोर्ड पर 251 रन बनाए। इसके जवाब में टीम इंडिया का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा जो ईडन गार्डन में मौजूद फैंस को रास नहीं आया। जब भारत 34 ओवरों में 8 विकेट के नुकसान पर 120 रन बनाकर खेल रहा था तभी भीड़ के कुछ हिस्सों ने स्टैंड में चीजों में आग लगा दी और कुछ बॉल बॉय घायल हो गए। मैच रेफरी, क्लाइव लॉयड ने अंपायरों से परामर्श किया और मैच को रद्द करने का फैसला किया।
जब ये घटना हुई तब विनोद कांबली 10 रन बनाकर खेल रहे थे। मैच भले ही टीम इंडिया के पकड़ से दूर था, लेकिन कांबली ने हार नहीं मानी थी। वो भारत को उस स्थिति से भी जिताना चाहते थे, लेकिन ये मैच अधूरा रह गया और उनका वर्ल्ड कप जीतने का सपना भी। मैदान से ड्रेसिंग रूम की तरफ जाते वक्त विनोद कांबली फूट-फूटकर रोने लगे। ये एक ऐसा दृश्य था जिसने करोड़ों भारतीय फैंस को तोड़ दिया था।
विनोद कांबली का क्रिकेट करियर
विनोद कांबली ने साल 1993 में भारत के लिए डेब्यू किया। उन्होंने भारत के लिए 17 टेस्ट और 104 वनडे मैच खेले। उन्होंने 1995 में अपना आखिरी टेस्ट और 2000 में अंतिम अंतरराष्ट्रीय एकदिवसीय मैच खेला। इंटरनेशनल क्रिकेट में कदम रखने से पहले उन्होंने मुंबई के एक स्कूल टूर्नामेंट में सचिन तेंदुलकर के साथ मिलकर 664 रनों की साझेदारी कर क्रिकेट जगत में सनसनी मचा दी थी।
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Updated 13:50 IST, December 10th 2024