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Published 08:32 IST, October 16th 2024

Sharad Purnima 2024: शरद पूर्णिमा आज, नोट करें पूजा का मुहूर्त, विधि और मंत्र

Sharad Purnima 2024 Puja Muhurat aur vidhi: आज देशभर में शरद पूर्णिमा का पर्व मनाया जा रहा है। आइए जानते हैं इस दिन पूजा के लिए कौन सा मुहूर्त शुभ होगा।

Reported by: Kajal .
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शरद पूर्णिमा 2024 | Image: Pinterest

Sharad Purnima 2024 Muhurat: आश्विन माह में मनाई जाने वाली शरद पूर्णिमा का बेहद खास महत्व है। इस दिन धन की देवी मां लक्ष्मी की पूजा किए जाने का विधान है। साथ ही शरद पूर्णिमा की रात को दूध की खीर बनाकर उसे पूरी रात चांद की रोशनी में रखकर, अगले दिन इसका सेवन किया जाता है। माना जाता है कि ऐसा करना अति शुभ होता है।

शरद पूर्णिमा आज यानी बुधवार 16 अक्टूबर को मनाई जा रही है। इस दिन व्रत करने की भी परंपरा है। कहते हैं इस दिन व्रत करने से मां लक्ष्मी भक्त को आर्थिक संकट से उभारकर उसके घर में धन की वर्षा करती हैं। ऐसे में अगर आपने भी शरद पूर्णिमा का व्रत रखा है तो आपको इसकी पूजा के शुभ मुहूर्त के साथ-साथ पूजन विधि और मंत्रों के बारे में भी जान लेना चाहिए। तो चलिए बिना किसी देरी के जानते हैं इस बारे में।

शरद पूर्णिमा 2024 पूजा मुहूर्त (Sharad Purnima 2024 Puja Muhurat)

वैदिक पंचांग के अनुसार, आश्विन माह की पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 16 अक्टूबर को रात 08 बजकर 40 मिनट पर शुरू हो रही है। जिसका समापन 17 अक्टूबर को शाम 04 बजकर 55 मिनट पर होने जा रहा है। ऐसे में शरद पूर्णिमा का व्रत बुधवार, 16 अक्टूबर को रखा जा रहा है। वहीं अगर आज के दिन पूजा के शुभ मुहूर्त की बात की जाए तो विजय मुहूर्त दोपहर 2 बजकर 1 मिनट से 2 बजकर 47 मिनट तक रहेगा और निशिथ काल मध्‍यरात्रि रात में 11 बजकर 42 मिनट से 12 बजकर 32 मिनट तक रहेगा। इन दोनों ही मुहूर्त में मां लक्ष्मी की पूजा करना शुभ रहेगा।

शरद पूर्णिमा पूजा विधि (Sharad Purnima 2024 Puja Vidhi)

  • शरद पूर्णिमा के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें।
  • इसके बाद साफ- स्वच्छ कपड़े पहनें। इस दिन पीले रंग के कपड़े पहनना शुभ माना जाता है।
  • अब घर के उत्तर-पूर्व दिशा में साफ-सफाई कर लकड़ी की एक चौकी स्थापित करें।
  • अब इस चौकी पर लाल रंग का कपड़ा बिछाएं।
  • इसके बाद मां लक्ष्मी, भगवान विष्णु और चंद्र देव की तस्वीर या मूर्ति स्थापित करें।
  • पूजा में अक्षत, गंगा जल, फूल, सुपारी और पान के पत्ते आदि पूजन सामग्री देवी-देवताओं को अर्पित करें।
  • इसके बाद फूल, चावल, धूप, दीप और कपूर जलाकर आरती करें।
  • अब चंद्रमा की पूजा करें और उन्हें अर्घ्य देने के लिए एक लोटे में जल, चावल और फूल डालकर चंद्रमा को अर्पित करें।
  • अंत में रात में चंद्रमा की पूजा के बाद घर पर बनाई गई दूध की खीर को रात भर चांद की रोशनी में खुला छोड़ दें।
  • फिर इसे सुबह प्रसाद के रूप में परिवारजनों के बीच बांटे और खुद भी सेवन करें।

शरद पूर्णिमा पर करें इन मंत्रों का जाप (Sharad Purnima 2024 Mantras)

  • ऊँ ह्रीं श्रीं क्रीं क्लीं श्री लक्ष्मी मम गृहे धन पूरये, धन पूरये, चिंताएं दूरये-दूरये स्वाहा:।
  • ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै नमः।
  • ॐ यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धन धान्याधिपतये।
  • ॐ श्रीं ल्कीं महालक्ष्मी महालक्ष्मी एह्येहि सर्व सौभाग्यं देहि मे स्वाहा:।

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Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्‍यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।

Updated 08:32 IST, October 16th 2024

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