Published 14:40 IST, March 7th 2024
Mahashivratri 2024: महाशिवरात्रि कल, नोट करें पूजा के सभी शुभ मुहूर्त और सही पूजन विधि
Mahashivratri Niyam: 8 मार्च को देशभर में महाशिवरात्रि पर्व मनाया जाएगा। ऐसे में आपको इस दिन शिव जी की पूजा का शुभ मुहूर्त नोट कर लेना चाहिए।
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Mahashivratri 2024: हर साल फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि के दिन महाशिवरात्रि (Mahashivratri) मनाई जाती है। जिसके अनुसार, इस साल 8 मार्च को महाशिवरात्रि मनाई जाएगी। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस तिथि पर महादेव (Lord Shiva) और मां पार्वती (Maa Parvati) का विवाह हुआ था। इसलिए महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा किए जाने की परंपरा है।
महाशिवरात्रि के दिन भक्त महादेव की पूजा करने के साथ-साथ उनके नाम का व्रत भी करते हैं। कहते हैं ये व्रत करने से मनचाहे जीवनसाथी की प्राप्ति होती है और दुखों का नाश होता है। ऐसे में आपको महाशिवरात्रि के दिन महादेव की पूजा के सभी शुभ मुहूर्त नोट कर लेने चाहिए। साथ ही आपको इस दिन सही पूजा विधि के साथ शिव जी की पूजा करनी चाहिए।
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महाशिवरात्रि पर पूजा का शुभ मुहूर्त (Mahashivratri Puja Muhurat)
पंचांग के अनुसार, फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि की शुरुआत 08 मार्च को रात 09 बजकर 57 मिनट से होगी और इसके अगले दिन यानी 09 मार्च को शाम को 06 बजकर 17 मिनट पर खत्म होगी। सनातन धर्म में महादेव की पूजा प्रदोष काल में करने का विधान है। ऐसे में 08 मार्च को महाशिवरात्रि को मनाई जाएगी। हालांकि इस पूरी तिथि में महादेव की पूजा के लिए अलग-अलग कई मुहूर्त हैं।
- महाशिवरात्रि के प्रथम प्रहर में 8 मार्च को शाम 06 बचकर 25 मिनट से रात 09 बजकर 28 मिनट तक पूजा की जा सकती है।
- दूसरे प्रहर में पूजा का समय रात 9 बजकर 28 मिनट से 9 मार्च मध्य रात्रि के 12 बजकर 31 मिनट तक रहेगा।
- इसके बाद तीसरे प्रहर में पूजा का समय 9 मार्च को ही मध्य रात्रि 12 बचकर 31 मिनट से सुबह 03 बजकर 34 मिनट तक है।
- और आखिरी यानी चतुर्थ प्रहर में पूजा का समय 9 मार्च को सुबह 03 बजकर 34 मिनट से सुबह 06 बजकर 37 मिनट तक है।
- इसके अलावा निशिता काल पूजा का शुभ मुहूर्त 9 मार्च को सुबह 2 बजकर 07 मिनट से दोपहर 12 बजकर 56 मिनट तक है।
महाशिवरात्रि पर ऐसे करें पूजा (Mahashivratri Puja Vidhi)
- महाशिवरात्रि के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान आदि करें।
- फिर स्वच्छ वस्त्र पहनकर महादेव और मां पार्वती का ध्यान करें।
- अब मंदिर की सफाई कर लकड़ी की चौकी के ऊपर लाल या पीले रंग का कपड़ा बिछाएं।
- अब चौकी पर भगवान शिव और माता पार्वती की प्रतिमा स्थापित करें।
- इसके बाद उनका गंगाजल, कच्चे दूध और दही समेत विशेष चीजों से अभिषेक करें।
- अब प्रतिमा के सामने घी का दीपक जलाकर भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा करें।
- महदेव को मदार के पत्ते, बेल पत्र, नैवेद्य, भांग, धतूरा, फल, फूल आदि चीजें अर्पित करें।
- अब महादेव की आरती और शिव चालीसा का पाठ करें।
- इसके बाद शिव जी को मखाने की खीर का भोग लगाएं और प्रार्थना करें।
- आखिर में प्रसाद को घर के सभी सदस्यों में बांटकर पूजा सम्पन्न करें।
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।
07:35 IST, March 7th 2024