Published 13:23 IST, October 15th 2024
Karwa Chauth 2024: करवा चौथ की पूजन थाली में जरूर रखें ये सामान, वरना अधूरी मानी जाएगी पूजा
Karwa Chauth Puja Samagri: करवा चौथ व्रत की पूजा करने से पहले आपकी पूजन थाली में इन सामग्रियों का होना जरूरी है।
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Karwa Chauth 2024 Puja Samagri: हिंदू धर्म में करवा चौथ (Karwa Chauth) के व्रत का विशेष महत्व होता है। सुहागिन (Married) महिलाएं करवा चौथ के व्रत का साल भर इंतजार करती हैं। ये व्रत शादीशुदा महिलाएं पति की लम्बी उम्र और अच्छे स्वास्थ्य के लिए करती हैं। साथ ही सुहागिन महिलाओं को ये व्रत निर्जला रहकर पूरा करना पड़ता है।
वहीं, इस साल 20 अक्टूबर के दिन करवा चौथ का व्रत रखा जाएगा। करवा चौथ के व्रत के दौरान सुहागिनें पूरे विधि-विधान से चांद और करवा माता की पूजा करती हैं। इस दिन पूजा करने के लिए सुहागिनें विशेष रूप से पूजन थाली तैयार करती हैं। जिसमें कई प्रकार की सामग्रियां शामिल होती हैं। आइए जानते हैं कि करवा चौथ की पूजन थाली में क्या-क्या सामान होना चाहिए।
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करवा चौथ पूजा थाली की सामग्री (Karwa Chauth Puja Samagri)
- करवा चौथ की पूजा सामग्री में करवा माता की तस्वीर होनी चाहिए, क्योंकि इस दिन विशेष रूप से करवा माता की पूजा की जाती है।
- करवा चौथ की पूजा में सींक का होना बहुत जरूरी होता है। इसे माता की शक्ति का प्रतीक माना जाता है।
- पूजन सामग्री में करवा को जरूर रखें। इसके बिना करवा चौथ की पूजा अधूरी मानी जाएगी।
- पूजा की थाली में छलनी भी रखें। इससे सुहागिनें चांद के बाद अपने पति का चेहरा देखती हैं।
- करवा चौथ की पूजा थाली में आटे की लोई का दीपक बनाकर रखें। इसी से माता की पूजा की जाती है।
- करवा चौथ की पूजा सामग्री में तांबे का लोटा होना जरूरी है। इस लोटे से सुहागिनें चंद्रमा को अर्घ्य देती है।
- पूजा की थाली में फल- फूल, सुहाग का सामान, जल, मिठाई, कुमकुम, सिंदूर भी जरूर होना चाहिए।
करवा चौथ पूजा का शुभ मुहूर्त (Karwa Chauth 2024 Puja ka Shubh Muhurat)
हिंदू पंचाग के अनुसार इस करवा चौथ व्रत की पूजा का शुभ मुहूर्त कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि यानी 20 अक्टूबर को शाम 05 बजकर 46 मिनट से लेकर शाम 07 बजकर 02 मिनट तक रहेगा। इस पूरे 01 घंटे और 16 मिनट की अवधि में करवा पूजन करना अति शुभ है। वहीं, चंद्रोदय का समय संध्याकाल में 07 बजकर 54 मिनट पर होगा। जिसके निकलने के बाद सुहागिनें चांद को अर्घ्य देकर अपने व्रत का पारण कर सकती हैं।
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।
13:23 IST, October 15th 2024